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Ayodhya Verdict: पीएम मोदी ने कहा, ‘राम भक्ति हो या रहीम भक्ति, हमारे लिए भारत भक्ति की भावना मजबूत करने का समय’

अयोध्या के राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर शनिवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस फैसले को हार जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को दिए अपने फैसले में अयोध्या की 2.77 एकड़ की विवादित भूमि को रामलाल विराजमान को देने का फैसला किया। कोर्ट ने मंदिर निर्माण के लिए सरकार को 3-4 महीने में ट्रस्ट के गठन का आदेश दिया है। वहीं कोर्ट ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में 5 एकड़ की वैकल्पिक भूमि देने का फैसला किया है।

हार-जीत के रूप में न देखें अयोध्या का फैसला: पीएम मोदी

पीएम ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ट्विटर पर जारी अपने संदेश में ट्वीट किया, ‘देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।’

पीएम ने अपने संदेश में कहा है, ‘रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।’

पीएम ने लिखा है, ‘सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है। यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है। हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया। न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया।’

पीएम ने पीएम ने देशवासियों के लिए अपने संदेश में कहा, ‘यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा। हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है। भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है।’

अयोध्या फैसले पर पीएम मोदी: ‘यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा। हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है। भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है।’

Source Lokmat News

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