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धर्मेन्द्र प्रधान ने अटल सामुदायिक नवाचार केन्द्र का शुभारंभ किया; देश के पारम्परिक ज्ञान का उपयोग करने के लिए नवाचार आधारित व्यवस्था विकसित करने का आग्रह किया

नई दिल्ली: केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज नई दिल्ली में समुदाय स्तर पर नवाचार की भावना को प्रोत्साहन देने के लिए अटल सामुदायिक नवाचार केन्द्र (एसीआईसी) का शुभारंभ किया। इस पहल का उद्देश्य समाज की सेवा करने के लिए समाधान- केन्द्रित प्रयास के माध्यम से नवाचार की भावना को प्रोत्साहन प्रदान करना है।

श्री प्रधान ने कहा कि देश को 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अटल नवाचार मिशन को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। उन्होंने नीति आयोग से देश के सभी ग्राम पंचायतों में नवाचार केन्द्रों की स्थापना करने का आग्रह किया। श्री प्रधान ने कहा कि नवाचार प्रत्येक भारतीय के दैनिक कार्यों का हिस्सा है इसलिए नवाचार को समर्थन और प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। देश के पारम्परिक ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए नवाचार आधारित व्यवस्था को विकसित किया जाना चाहिए।

उन्होंने एसीआईसी के विचार के लिए नीति आयोग की सराहना की। आयोग आकांक्षी जिलों, स्तर-2 और स्तर-3 शहरों, जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर राज्यों समेत पूरे देश में नवाचार प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा। इससे इन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर सृजित होंगे। एसीआईसी को निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनियों द्वारा सीएसआर के अंतर्गत कोष उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त इन्हें अटल नवाचार मिशन (एआईएम) भी कोष उपलब्ध कराएगा।

श्री प्रधान ने कहा कि एआईएम का एक प्रमुख उद्देश्य प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाना है। अटल सामुदायिक नवाचार केन्द्र हमारे मिशन को और भी मजबूत बनाएगा। एसीआईसी भारत के नवाचार उपलब्धियों में एक नया अध्याय लिखेगा। देश के सर्वाधिक नवोन्मेषी लोगों को आधुनिक उद्यमिता की चुनौतियों के समाधानों तक पहुंच प्राप्त होगी।

श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भारत 600 एमएमटी गैर-जीवाश्म बायोमास का उत्पादन करता है। अगर इसे ऊर्जा में परिवर्तित किया जाए तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था में समृद्धि आ सकती है। हमारे अन्नदाता ऊर्जादाता बन सकते है। यह प्रधानमंत्री के विजन-वेस्ट टू वेल्थ के अनुरूप है। पेट्रोलियम और इस्पात क्षेत्र के सार्वजनिक उद्यम नवाचार मिशन को समर्थन प्रदान करेंगे। एसीआईसी के समाधान छात्रों, शोधार्थियों और अन्य लोगों को प्रोत्साहन प्रदान करेंगे। एसीआईसी, नवाचार के लिए कार्यरत लोगों को बाजार और अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा से जोड़ेगा।

अटल सामुदायिक नवाचार केन्द्र (एसीआईसी), अटल नवाचार मिशन की नई पहल है। इसका उद्देश्य समाज की सेवा करने के लिए समाधान- केन्द्रित प्रयास के माध्यम से नवाचार की भावना को प्रोत्साहन प्रदान करना है। एसीआईसी का निर्माण पीपीपी मॉडल या सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों व अन्य एजेसियों के सहयोग से किया जाएगा। एआईएम के द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि की अधिकतम सीमा 2.5 करोड़ रुपये है।

कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएं-

  1. प्रस्तावित क्षेत्रों में ढ़ाचागत संरचना का विकास
  2. समाज के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नवाचार के लिए अवसर
  3. समुदायों के लिए क्षमता विकास
  4. नवाचार के लिए डिजाइन प्रक्रिया को प्रोत्साहन
  5. स्थानीय उद्यमों को उनके उत्पादों, सेवाओं व प्रक्रियाओं के लिए समाधान प्रस्तुत करना और उन्हें इस कार्यक्रम से जोड़ना
  6. वित्तीय सहायता के लिए पीपीपी मोड अपनाना और पीएसयू तथा केन्द्रीय एजेंसियों को जोड़ना
  7. प्रत्येक व्यक्ति को नवाचार के लिए अवसर प्रदान करना
  8. आईटीआई और डिप्लोमा के छात्रों को अवसर प्रदान करना ताकि वे एसीआईसी के माध्यम से नवाचार आधारित समाधान प्रस्तुत कर सके।

नीति आयोग के उपाध्यक्ष श्री राजीव कुमार और सीईओ श्री अमिताभ कांत ने भी इस कार्यक्रम को संबोधित किया।

इस अवसर पर एसीआईसी के नए लोगो, पोस्टर, संक्षिप्त जानकारी पुस्तिका व वीडियो, एसीआईसी वेबसाइट और आवेदन पोर्टल भी लांच किया गया।

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