उत्तर प्रदेश

‘‘भारत जोडो यात्रा’’ के समर्थन में समूचा हिन्दुस्तान उठ खड़ा हुआ हैं: कृष्णकांत पाण्डेय

लखनऊ: जिस तरह आजादी की लड़ाई के समय महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में ‘‘अंग्रेजों भारत छोडों’’ आन्दोलन में पूरा देश सड़कों पर उतर आया था, ठीक उसी प्रकार मौजूदा सरकार के विभाजनकारी नीति के खिलाफ आज कांग्रेस की अगुवाई में श्री राहुल गांधी जी के नेतृत्व में चल रही ‘‘भारत जोडो यात्रा’’ के समर्थन में समूचा हिन्दुस्तान उठ खड़ा हुआ हैं। और समाज का हर तबका यात्रा के साथ कदम से कदम मिलाकर चल पड़ा है। जिससे आरएसएस और भाजपा में बौखलाहट चरम सीमा पर देखने को मिल रही है। यही वजह है कि भाजपा नेता अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता कृष्णकांत पाण्डेय ने कहा कि ‘‘भारत जोडो यात्रा’’ के आज छठे दिन केरल राज्य के बेलाइनी जंक्शन से सुबह 7ः00 बजे शुरू हुई, सायं कज़ाकुट्टम तिरूवंतपुरम पहुंचेगी। आज की यात्रा में मशहूर एथिलीट पद्मिनी थॉमस ने हिस्सा लेकर समर्थन दिया ताकि एकजुट भारत दुनिया में सबसे मजबूत ताकत बन सके। लगातार यात्रा में मजदूर आंगनबाड़ी कार्यकत्री, छात्र, सामाजिक संगठन, स्थानीय कलाकर समूह, सभी लोगों का अपने-अपने ढंग से समर्थन मिल रहा है और श्री राहुल गांधी जी के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहें हैं, नित्य प्रति विशाल समूह बनता जा रहा है।

प्रवक्ता ने आगे कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर तेल के दाम सात माह में सबसे निचले स्तर पर है। बावजूद इसके देशवासियों को तेल का दाम कम ना करके लाभ नहीं दिया जा रहा है बल्कि तेल कंपनियों को केंद्र सरकार मुनाफा कमवा रही है। इतना ही नहीं बार-बार देश की अर्थव्यवस्था का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार के लिए सबसे शर्मनाक यह है कि देश में विदेशी मुद्रा भंडार न्यूनतम है।

प्रवक्ता कृष्णकांत पाण्डेय ने आगे कहा कि जिस महंगाई को भारतीय जनता पार्टी लोगों की कमाई खाने वाली डायन बताती थी आज उसी महंगाई को नीतिगत सुरक्षा हासिल है। जनता के पास मात्र एक रास्ता बचता है लूट नीति पर चल रही सरकार को उखाड़ फेंके। जिस तरह से ‘‘भारत जोडो यात्रा’’ एक विनम्र तरीके से चल रही है निश्चित रूप से देश में मौजूद ‘‘हम दो हमारे दो’’ की सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी।

प्रवक्ता ने आगे कहा कि ‘‘भारत जोडो यात्रा’’ सत्ता का अहंकार तोड़ने के लिए है, बेरोजगारी समाप्त करने के लिए है, उद्योग व्यापार को बढ़ावा देने के लिए है, अमीर गरीब की खाई समाप्त करने के लिए है। संवैधानिक संस्थाओं को बिना दबाव काम करने की छूट देने के लिए है, संसाधनों की लूट रोंकने के लिए है, किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए है, महंगाई कम करने के लिए है, मजदूरों, किसानों, बेरोजगारों को आत्महत्या के दंश से बचाने के लिए है, भारत की सीमा से चीन को भगाने की है, सामप्रादयिक विद्वेष समाप्त करने के लिए है।

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