उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने वाले प्रमुख राजमार्गों पर शानदार गेट बनाये जायेंगे

लखनऊः उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने कहा कि प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने वाले मुख्य मार्गों पर शानदार गेट बनाये जायेंगे।  इसका निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा कराया जायेगा। इसके समीप ही एक समस्त आधुनिक सुविधाओं से युक्त काम्प्लेक्स बनाया जायेगा, जिसमें होटल के अलावा स्थानीय एवं प्रदेश के विशिष्ट उत्पादों को रखा जायेगा। इसके अलावा ओडीओपी उत्पादों को भी प्रदर्शित किया जायेगा। इस काम्प्लेक्स में प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी के लिए पर्यटन केन्द्र की भी स्थापना होगी। इसके अतिरिक्त इसके समीप ही पेट्रोल पम्प एवं खानपान आदि की भी सुविधा उपलब्ध होगी।
पर्यटन मंत्री आज यहां पर्यटन भवन में पिछली बैठकों में लिए गए निर्णय के क्रियान्वयन की अद्यतन स्थिति, जनपदों में पर्यटन विकास के प्रस्तावों की स्वीकृति तथा राज्य सेक्टर के अंतर्गत उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड को कार्यदायी संस्था के रूप में आवंटित कार्यों की स्थिति आदि की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने मा0 मुख्यमंत्री जी की अध्यक्षता में विगत 09 जुलाई को सम्पन्न हुई बैठक में पर्यटन विभाग की प्रस्तावित परियोजनाओं के संबंध में कार्यवृत्त समय से तैयार न किये जाने पर अप्रसंन्नता व्यक्त करते हुए भविष्य में विलम्ब न किये जाने के लिए ताकीद की।
जयवीर सिंह ने बैठक में विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि नवगठित जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा किये जाने वाले कार्यों में तेजी लाने के लिए तथा जनपद स्तर पर पर्यटन विकास हेतु जुड़े कार्यों की स्वीकृति तथा क्रियान्वयन आदि के लिए सभी 75 जनपदों के जिलाधिकारियों को एजेण्डा भेजते हुए बैठक के लिए तिथि निर्धारित की जाय। इसके साथ ही युवा पर्यटन तथा राज्य योजना के अंतर्गत कराये जाने वाले कार्यों आदि को एजेण्डे में शामिल करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने परिषद को क्रियाशील बनाने के लिए मुख्य सचिव की ओर विस्तृत शासनादेश जनपदों को भेजे जाने की भी हिदायत दी।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि नेपाल से सटे 07 जनपदों में सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए कार्यक्रम तैयार किये जाएं। इन जनपदों की सांस्कृतिक टीमें नेपाल में कार्यक्रम प्रस्तुत करें तथा नेपाल की टीमें इन 07 जनपदों में कार्यक्रम प्रस्तुत करें। इससे सांस्कृतिक आदान-प्रदान होगा। इसके साथ ही दोनों देशों की लोक कलाओं को संरक्षित करने एवं स्थानीय लोक कलाकारों को जोड़ने का अवसर भी प्राप्त होगा। इसके अलावा उन्होंने प्रदेश में स्थित पर्यटन विभाग की सम्पत्तियों के रखरखाव एवं अतिक्रमण आदि से सुरक्षित रखने के लिए सूची बनाने तथा सम्पत्ति रजिस्ट्रर रखे जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने इन सम्पत्तियों की जियो टैगिंग कराने को भी कहा।
श्री जयवीर सिंह ने वाराणसी, कुशीनगर, सुल्तानपुर तथा मऊ जनपदों के पर्यटन विकास के 97 प्रस्तावों में से 05 को स्वीकृत किये जाने को नाकाफी बताया और कहा कि अधिक से अधिक स्वीकृतियां जारी की जानी चाहिए। मा0 मंत्री जी के समक्ष उ0प्र0 राज्य पर्यटन विकास निगम लि0 को कार्यदायी संस्था के रूप में आवंटित कार्यों का विवरण भी प्रस्तुत किया गया। उन्होंने अयोध्या, कुशीनगर, प्रयागराज एवं वाराणसी से संबंधित कार्यों के स्थिति की समीक्षा की। इसके अलावा मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा लोकार्पण के लिए तैयार परियोजनाओं के स्थिति की जानकारी प्राप्त की।
प्रमुख सचिव पर्यटन श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने मा0 मंत्री जी द्वारा दिये गये निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने जी-20 के बैठक को लेकर पर्यटन विभाग को सौंपी गई जिम्मेदारी के बारे में भी जानकारी देते हुए विभागीय अधिकारियों को कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की बैठक भारत में होगी। इस बैठक में 40 देशों के लोग पधारेंगे। इसके लिए प्रदेश में होटल, व्यंजन आदि के अलावा भ्रमण कराये जाने वाले पर्यटन स्थलों को तैयार किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बैठक स्थल पर संस्कृति विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे। इसके अलावा जी-20 के सदस्यों के सहयोग के लिए फ्रेंच, जर्मन, रसियन आदि भाषाओं के गाइड भी तैयार कराये जायेंगे।
इस बैठक में विशेष सचिव एवं प्रबंध निदेशक श्री ए0के0 पाण्डेय, पर्यटन सलाहकार श्री जे0पी0 सिंह, उपनिदेशक श्री दिनेश व कल्याण सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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