उत्तर प्रदेश

एक सप्ताह में यदि सुधार नहीं हुआ तो सम्बंधित अधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी: ब्रजेश पाठक

लखनऊ: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि किसी राज्य का विकास उसके स्वास्थ्य से जुड़ा होता है। यदि प्रदेश का स्वास्थ्य अच्छा होगा तो विकास की गति भी अच्छी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि एक स्वस्थ प्रदेश के लिए केवल अच्छी चिकित्सा व्यवस्था ही पर्याप्त नहीं होती बल्कि अन्य क्षेत्रों जैसे-उचित पोषण, स्वच्छ जल, पर्यावरण तथा उत्तम कार्य संस्कृति की भी आवश्यकता होती है।
श्री पाठक आज प्रदेश के सभी मुख्य विकास अधिकारियों एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ वर्चुअली समीक्षा बैठक कर रहे थे। बैठक के दौरान आयुष्मान कार्ड वितरण, हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर की क्रियाशीलता नियमित टीकाकरण विशेष रूप से मिशन इन्द्रधनुष की प्रगति, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम, संचारी रोग नियंत्रण अभियान, 15वें वित्त के अन्तर्गत निर्माण कार्यों की प्रगति, एन.एच.एम. की वित्तीय प्रगति तथा आगामी कार्यक्रमों की योजना पर विस्तृत चर्चा हुई।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में पूरे देश व प्रदेश में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना चल रही हैै जिसके अन्तर्गत प्रदेश में अब तक 03 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाये गये हैं। उन्होंने कहा कि बने हुए कार्डों का शीघ्र वितरण कर दिया जाये तथा जिन परिवारों के कार्ड अभी हीं बन पाये हैं उनके कार्ड बनाने की प्रक्रिया तेज की जाय। सभी सी.डी.ओ. व सी.एम.ओ. कार्ड वितरण की गहन समीक्षा व अुश्रवण करें। सभी छूटे कार्ड 31 अगस्त, 2023 तक हर हाल में बना लिया जाय।
श्री पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा है कि गरीब जनता को चिकित्सा पर कम से कम खर्च करना पड़े इस मंशा को पूर्ण करने के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में आयुष्मान भारत हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर स्थापित किये गये हैं। इन सेंटर्स को पूर्ण रूप से सक्रिय रखने के लिए इनमें विद्युत कनेक्शन, लैपटाप, सी.एच.ओ. की उपस्थिति, नियमित टेलीमेडिसिन कसन्टेशन, आवश्यक दवाओं व उपकरणों के स्टाक का गहन निरीक्षण किया जाय। यदि किसी वेलनेस सेन्टर पर कहीं कोई कमी पायी जाती है तो उसे तत्काल ठीक करा लिया जाय। वेलनेस सेन्टर पर होने वाली मरीजों की सभी जाचंे नियमित होती रहे, ताकि जनता को सुविधाएं मिलती रहें।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में 07 अगस्त से सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में टीकाकरण से वंचित 05 वर्ष तक के समस्त बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को उनके छूटे हुए टीके से आच्छादित करना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाय तथा 07 अगस्त को प्रत्येक जनपद में इसका शुभारम्भ किसी जन-प्रतिनिधि के माध्यम से कराया जाय।
श्री पाठक ने कहा कि भारत सरकार द्वारा 2025 तक टी0बी0 को समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर की बड़ी भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि सभी वेलनेस सेन्टर, निःक्षय दिवस का आयोजन, मरीजों के जांच की व्यवस्था, नियमित उपचार मरीजों का पंजीकरण तथा पोषण योजना द्वारा मरीजों को मिलने वाले 500 रू0 प्रतिमाह की धनराशि को नियमित दिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि टी0बी0 मरीजों को निक्षय मित्र के माध्यम से गोद लेने के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रोत्साहित किया जाय।
श्री पाठक ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण आयोजन जुलाई, 2023 में सफलतापूर्वक चलाया गया है। इस अभियान में अच्छा कार्य करने के लिए बागपत, अमेठी और सुल्तानपुर जनपद बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौर आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर दस्तक करके जिन लक्षणयुक्त रोगियों को चिन्हित किया गया है उनकी जांच एवं उपचार समयबद्धता से की जाय जिससे रोग बढ़ने की सम्भावना न रह जाय। उन्होंने कहा कि बारिश के बाद संचारी रोगों जैसे-डेंगू, मलेरिया इत्यादि की सम्भावनाएं बढ़ जाती है इसलिए संवेदनशील जगहों पर नगर निकाय, पंचायत एवं ग्राम्य विकास विभाग से समन्वय स्थापित कर प्रिवेन्टिव गतिविधियां चलायी जाय।
श्री पाठक ने कहा कि सभी जनपदों में पीएम भीम तथा 15वां वित्त के माध्यम से जो भी धनराशि भेजी गयी है उसको नियमानुसार खर्च कर लिया जाय। जिन जनपदों में निर्माण कार्य चल रहा है उसे शीघ्र पूरा किया जाय। उन्होंने कहा कि सीएम डैश बोर्ड पर जो भी पेन्डिंग मामले दिख रहे हैं उनका शीघ्र निस्तारण किया जाय तथा प्रदेश के जो जनपद सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में अन्तिम 10 में शामिल है उनके सीएमओ, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के माध्यम से अपना स्पष्टीकरण एक सप्ताह के भीतर  उपमुख्यमंत्री कार्यालय को प्राप्त करायें। यदि एक सप्ताह बाद भी उनमें सुधार नहीं हुआ तो उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।
बैठक में राज्यमंत्री चिकित्सा स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा श्री मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा, निदेशक ए.एच.एम. श्रीमती पिंकी जोवेल, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ0 दीपा त्यागी सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे व प्रदेश के सभी जनपदों के सी.डी.ओ. और सी.एम.ओ. वर्चुअली जुड़े थे।

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