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भारतीय रेलवे भारत में कोविड महामारी से लड़ने में हर संभव मदद प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है

नई दिल्ली: कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को जारी रखते हुए, भारतीय रेलवे द्वारा विभिन्न राज्यों में तैनात किए गए कोविड कोचों में भर्ती किए गए कोरोना रोगियों को देखभाल सेवा प्रदान करना शुरू कर दिया गया है। 20 जून 2020 को, वाराणसी मंडल के मऊ जंक्शन पर तैनात कोविड कोच में 42 संदिग्ध रोगियों को भर्ती किया गया और 21 जून, 2020 को 17 रोगियों को भर्ती किया गया, जिनमें से 8 रोगियों को पहले ही डिस्चार्ज कर दिया गया है।

भारतीय रेलवे राज्य सरकारों के स्वास्थ्य देखभाल प्रयासों को पूरा करने की दिशा में हर संभव प्रयास कर रहा है। भारतीय रेलवे द्वारा राज्यों को अपने 5,231 कोविड केयर कोच उपलब्ध कराने की तैयारी कर ली गई है। जोनल रेलवे ने इन कोचों को कोविड केयर केन्द्र के रूप में परिवर्तित कर दिया है जिसका उपयोग बहुत हल्के/ हल्के मामलों में किया जा सकता है।

अब तक भारतीय रेलवे ने 5 राज्यों यानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में कुल 960 कोविड केयर कोच तैनात किए हैं। कुल 960 कोविड केयर कोचों में से, 503 कोविड केयर कोच दिल्ली में, 20 आंध्र प्रदेश में, 60 तेलंगाना में, 372 उत्तर प्रदेश में और 5 मध्य प्रदेश में तैनात किए गए हैं।

दिल्ली में 503 कोविड केयर कोचों को 9 स्थानों पर तैनात किया गया है। इन कोविड केयर कोचों में से शकूरबस्ती में 50, आनंद विहार में 267, सफदरजंग में 21, दिल्ली सराय रोहिल्ला में 50, दिल्ली कैंट में 33, आदर्श नगर में 30, शाहदरा में 13, तुगलकाबाद में 13 और पटेल नगर में 26 तैनात किए गए हैं।

उत्तर प्रदेश में, कुल 372 कोविड केयर कोचों को 23 अलग-अलग स्थानों पर तैनात किया गया है, जो कि दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, लखनऊ, वाराणसी, भदोही, फैजाबाद, सहारनपुर, मिर्जापुर, सूबेदारगंज, कानपुर, झांसी, झांसी वर्कशॉप, आगरा, नकहा जंगल, गोंडा, नौतनवा, बहराइच, वाराणसी सिटी, मंडुआडीह, मऊ, भटनी, बरेली सिटी, फर्रुखाबाद और कासगंज हैं।

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सभी 5 कोविड केयर कोच तैनात किए गए हैं। आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में कुल 20 कोविड केयर कोच तैनात किए गए हैं, जबकि तेलंगाना में कुल 60 कोविड केयर कोच 3 अलग-अलग स्थानों यानी सिकंदराबाद, काचीगुड़ा और आदिलाबाद में तैनात किए गए हैं।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू), भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार, इन राज्य सरकारों द्वारा भारतीय रेलवे को मांग पत्र भेजा गया और रेलवे ने इन कोचों को राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के लिए आवंटित किया।

यह उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे कोच सेवा प्रदाता के रूप में कोविड ​​केयर सेंटर की तरह काम कर रहा है क्योंकि यह राष्ट्रीय अभियानों में योगदान करता है। राज्य सरकारों को डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मियों उपलब्ध करवाने होंगे। यह 6 मई 2020 को एमओएचएफडब्ल्यू द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार है।

राज्य सरकार के अधिकारियों को सहायता प्रदान करने के लिए, कोचों के प्रत्येक स्थान पर 2 संपर्क अधिकारी तैनात किए जा रहे हैं। मौसम के हिसाब से कोचों के अंदर आरामदायक तापमान बनाए रखने की दिशा में सभी प्रयास किए जा रहे हैं। कोविड रोगियों की देखभाल में सहायता प्रदान करने के लिए रेलवे द्वारा राज्य सरकारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।

यहां पर यह उल्लेखनीय है कि इन कोचों का उपयोग बहुत हल्के मामलों में किया जा सकता है, जिन्हें एमओएचएफडब्ल्यू द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार चिकित्सकीय रूप से कोविड केयर केंद्रों को सौंपा जा सकता है। इन कोचों का उपयोग उन क्षेत्रों में किया जा सकता है जहां पर राज्य की सुविधाएं कमजोर हो गई हैं और कोविड संदिग्ध और पुष्ट दोनों मामलों को अलग रखने के लिए क्षमताओं को बढ़ाने की आवश्यकता है। ये सुविधाएं, एमओएचएफडब्ल्यू और नीति आयोग द्वारा विकसित एकीकृत कोविड योजना का एक हिस्सा हैं।

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