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भारत-कनाडा वाणिज्य मंडल और टीपीसीआई द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के लिए आपस में सहयोग करेंगे

नई दिल्ली: कनाडा एवं भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को और मजबूत करने, कनाडा में संयुक्त निवेश अवसरों पर विचार-विमर्श करने तथा भारत में कनाडा की छोटी कंपनियों के लिए कारोबारी एवं प्रोफेशनल अवसर सृजित करने के उद्देश्य से भारत-कनाडा वाणिज्य मंडल का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल हाल ही में भारत के दस दिवसीय दौरे पर आया था। इस प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़, चेन्नई, पणजी एवं हैदराबाद का दौरा किया और दिल्ली में इसका समापन किया।

भारत-कनाडा वाणिज्य मंडल के अध्यक्ष श्री प्रमोद गोयल ने कहा कि इस प्रतिनिधिमंडल का फोकस विभिन्न क्षेत्रों (सेक्टर) जैसे कि बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के विकास, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, उन्नत विनिर्माण, वित्तीय सेवाओं, पर्यटन, कारोबार संबंधी आप्रवासन, शिक्षा और कौशल विकास पर था। इन सभी क्षेत्रों में निरंतर व्यापक संभावनाएं नजर आ रही हैं और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने में इनके मुख्य आधार बनने की आशा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका एवं चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव और विनिर्माण के जरिए अमेरिकी अर्थव्यवस्था में डॉलर मूल्य के संवर्द्धन पर इसके द्वारा विशेष जोर देने के कारण भी कनाडा पूरब, विशेषकर भारत जैसे तेजी से विकसित होते बाजार की ओर उन्मुख होने पर विवश हो जाएगा, ताकि विकास के साथ-साथ कनाडा के छोटे उद्यमियों के लिए रोजगार अवसर सुनिश्चित करने के लिए व्यापार को बढ़ावा दिया जा सके।

भारत व्यापार संवर्द्धन परिषद (टीपीसीआई) ने कनाडा से यहां आए प्रतिनिधिमंडल को प्रौद्योगिकी हस्तांतरण एवं व्यापार संवर्द्धन को सुविधाजनक बनाने का आश्वासन दिया। इस दौरान सीवेज शोधन, अपशिष्ट प्रबंधन एवं री-साइक्लिंग में “इनोवेशन कनाडा” द्वारा स्वीकृत विशेषज्ञता लाने के एक प्रस्ताव पर भी विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान कुछ और प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया गया। कनाडा में भारतीय खाद्य एवं मूल्यवर्धित उत्पादों को बढ़ावा देना, कनाडा में भारतीय कारोबारियों द्वारा संयुक्त उद्यमों (जेवी) में निवेश करना, भारत में महंगे फर्श (फ्लोरिंग) एवं स्वच्छता उत्पादों को लाना, भारत में सस्ते लेकिन गुणवत्तापूर्ण कोलतार व स्नेहक (लुब्रिकेंट) का आयात करना और भारत के साथ राई के तेल एवं मेपल सिरप का व्यापार करना इन प्रस्तावों में शामिल हैं।

कनाडा के 33 प्रमुख खरीदारों के एक समूह ने ‘इंडसफूड 2019’ का अवलोकन किया, जो खाद्य एवं पेय पदार्थों पर एक व्यापार शो है। इस दौरान 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य का कारोबार हुआ। भारत का एक प्रतिनिधिमंडल कनाडा-भारत बिजनेस फोरम की वार्षिक बैठक में भाग लेगा, जो जून 2019 में आयोजित की जाएगी।

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