उत्तर प्रदेश

श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में सुरक्षा व्यवस्था और चाक-चौबन्द करने के निर्देश: सीएम

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद वाराणसी भ्रमण के दौरान सर्किट हाउस सभागार में विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा की तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने शहर में चल रही विकास/निर्माण परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराए जाने के निर्देश सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को दिए।
मुख्यमंत्री जी ने वाराणसी में आयोजित होने वाले जी-20 सम्मेलन के दौरान शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम एवं सुदृढ़ किए जाने के निर्देश देते हुए सम्मेलन के निर्धारित रूट से अवैध टैक्सी स्टैण्ड हटाए जाने तथा शहर की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिये जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नगर निगम वॉर्ड स्तर, मोहल्ला स्तर पर कमेटियां गठित कर जन जागरूकता अभियान चलाए, ताकि लोगों को इसमें बड़े स्तर पर जोड़ा जा सके।
मुख्यमंत्री जी ने अटल आवासीय विद्यालय के शेष निर्माण कार्य को ससमय पूरा कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने मण्डलायुक्त वाराणसी को गोबरधन योजना को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को ट्रांसपोर्ट नगर के शेष किसानों को वर्तमान दर पर मुआवजा देने के आदेश दिए तथा मण्डलायुक्त को तुरन्त प्रभाव से आन्दोलन खत्म कराने को कहा। उन्होंने सिंचाई विभाग को वरुणा नदी की सफाई का कार्य त्वरित गति से कराने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाए जाने पर बल देते हुए कहा कि किसी भी अपराधी या माफिया को ठेके न मिलें, यह सभी अधिकारी सुनिश्चित करें। उन्होंने पुलिस प्रशासन को अर्बन नक्सलियों की तरफ भी ध्यान देने की जरूरत पर जोर दिया। पुलिस विभाग द्वारा फुट पैट्रोलिंग, पी0आर0वी0-112 को और प्रभावी बनाया जाए, ताकि आमजन में सेफ सिटी की भावना सुदृढ़ हो। उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में सुरक्षा व्यवस्था और चाक-चौबन्द करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से संवाद बनाकर शहर में और सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगवाए जाएं। इन कैमरों को कण्ट्रोल रूम से लिंक किया जाए, ताकि शहर में अवैध वसूली, अवैध टैक्सी स्टैण्ड इत्यादि पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके। काशी में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से पुलिस का व्यवहार गरिमापूर्ण होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोई भी कार्य उसी कार्यदायी संस्था को दिया जाए, जो उस कार्य को क्रियान्वित करने में सक्षम हो, जिसके पास पर्याप्त मैन पावर की उपलब्धता हो। उन्होंने मुख्य सचिव को ओवर लोडिंग की समस्या पर तत्काल प्रभाव से एक्शन लेकर समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एन0एच0ए0आई0, पी0डब्ल्यू0डी0, सेतु निगम आदि संस्थाओं द्वारा कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करायी जाए। उन्होंने पिण्डरा विधायक डॉ0 अवधेश सिंह द्वारा उनके क्षेत्र में बनी आई0टी0आई0 की खराब गुणवत्ता पर जिलाधिकारी को जांच करके सम्बन्धित के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी को वाराणसी के मण्डलायुक्त द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में वाराणसी शहर में केन्द्र व राज्य सरकार के कुल 61 प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं। इनकी कुल लागत 10,305 करोड़ रुपये है। इनमें अधिकतर का शिलान्यास सम्पन्न हो चुका है। वर्तमान में सर्वाधिक कार्य मार्ग निर्माण के हो रहे हैं। इनमें वाराणसी-औरंगाबाद चौड़ीकरण, वाराणसी रिंग रोड, शिवपुर-फुलवरिया मार्ग प्रमुख हैं। उन्होंने डाफी टोल प्लाजा के पास ओवरलोड ट्रकों द्वारा खराब की गयी सड़क के बारे में भी मुख्यमंत्री जी को जानकारी दी।
मण्डलायुक्त ने शहर के अन्दर 05 सड़कों के चौड़ीकरण के बारे में भी मुख्यमंत्री जी को जानकारी दी, जिसमें मोहनसराय-रोहनिया, लंका-रविंद्रपुरी प्रमुख हैं। मण्डलायुक्त ने बताया कि कज्जाकपुरा फ्लाईओवर प्रोजेक्ट का लगभग 41 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसको आगामी मार्च तक पूरा करा लिया जाएगा। उन्होंने एन0टी0पी0सी0 द्वारा रमना में बनाए जा रहे वेस्ट टू एनर्जी प्रोजेक्ट, जिसमें ऑर्गेनिक वेस्ट से चारकोल बनाया जाएगा, के बारे में भी मुख्यमंत्री जी को जानकारी दी।
पंचकोसी परिक्रमा में पड़ने वाली 34 धर्मशालाओं में 28 धर्मशालाओं के पुनरुद्धार का 80 फीसदी कार्य करा लिया गया है। सारनाथ में विश्व बैंक द्वारा पोषित प्रो-पुअर टूरिज्म योजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री जी को बताया कि वर्तमान में शहर में 21 सी0एन0जी0 स्टेशन काम कर रहे तथा 09 और स्टेशन शुरू होने को हैं। मण्डलायुक्त द्वारा मुख्यमंत्री जी को सिगरा स्टेडियम के बारे में बताया गया कि फेज वन का कार्य अगस्त तक पूरा करा लिया जाएगा तथा फेज टू व थ्री के कार्य में 22 फीसदी की प्रगति हो चुकी है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी को जिलाधिकारी वाराणसी द्वारा आगामी जी-20 सम्मेलन के आयोजन के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया गया कि सम्मेलन के अतिथि 11 जून, 2023 को वाराणसी पहुंचेंगे। एयरपोर्ट पर स्वागत के बाद रास्ते में जयपुरिया स्कूल तथा अतुलानंद तिराहे पर भी उनका स्वागत किया जाएगा। स्वागत के बाद होटल ताज में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और डिनर का आयोजन होगा। अगले दिन टी0एफ0सी0 बैठक के बाद सभी अतिथिगण नमो घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके उपरान्त दशाश्वमेध घाट पर सभी मेहमान गंगा आरती देखेंगे। अतिथियों के लिए सारनाथ में भी विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनों को देखने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने दशाश्वमेध घाट पर तैयार फ्लोटिंग जेटी के बारे में भी मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री जी को पुलिस कमिश्नर, वाराणसी द्वारा कानून व्यवस्था में हुए सुधार को प्रेजेण्टेशन के माध्यम से अवगत कराया गया। इस दौरान न्यायालय सम्बन्धी कार्यवाही का विवरण भी प्रस्तुत किया गया। पुलिस कमिश्नर ने त्योहारों, चुनाव, जी-20, गंगा-पुष्कर मेले के सफल आयोजन तथा यातायात व्यवस्था में हुए सुधारों से भी मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि कण्ट्रोल रूम के माध्यम से लाइव मॉनीटरिंग करते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है। उन्होंने जी-20 सम्मेलन के सम्बन्ध में तैयार किए गए मूवमेण्ट प्लान के बारे में विस्तार से बताया। इसमें बबल मूवमेण्ट, इण्डिविजुअल मूवमेण्ट, सिक्योरिटी प्लान, स्पेशल फोर्सेस, उनकी ड्रेसेस आदि के बारे में बताया। विभाग द्वारा पूर्व में किए गए मॉकड्रिल के बारे में भी अवगत कराया।
समीक्षा बैठक में स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक के उपरान्त, मुख्यमंत्री जी ने श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर एवं काशी के कोतवाल श्री काल भैरव मन्दिर में विधिवत दर्शन-पूजन किया। उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में दर्शन-पूजन के पश्चात अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मन्दिर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने मन्दिर में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने पर जोर दिया।

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