देश-विदेश

16वें एईएम-भारत परामर्श का संयुक्‍त वक्‍तव्‍य

नई दिल्ली: आसियान के 10 सदस्‍य देशों के आर्थिक मंत्री और भारत के वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री 16वें एईएम-भारत परामर्श के लिए थाईलैंड के बैंकॉक में एकजुट हुए। इस परामर्श की सह-अध्‍यक्षता थाईलैंड के उप-प्रधानमंत्री एवं वाणिज्‍य मंत्री श्री जुरिन लक्‍सानाविजिट और रेल एवं वाणिज्‍य व उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने की।

आसियान के आर्थिक मंत्रियों (एईएम) ने यह बात नोट की कि आसियान और भारत के बीच दोतरफा वाणिज्यिक व्‍यापार वर्ष 2017 के 73.6 अरब अमेरिकी डॉलर से 9.8 प्रतिशत बढ़कर वर्ष 2018 में 80.8 अरब अमेरिकी डॉलर के स्‍तर पर पहुंच गया, जो आसियान के आरंभिक आंकड़ों पर आधारित है। मंत्रियों ने वर्ष 2018 में भारत से प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का प्रवाह फिर से शुरू होने पर भी खुशी जाहिर की, जो 1.7 अरब अमेरिकी डॉलर आंका गया। इसकी बदौलत भारत आसियान का छठा सबसे बड़ा व्‍यापार भागीदार और आसियान के संवाद साझेदारों के बीच एफडीआई का छठा सबसे बड़ा स्रोत बन गया। भारत के आरंभिक आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2018 में आसियान से भारत में 16.41 अरब अमेरिकी डॉलर के एफडीआई का प्रवाह Â हुआ, जो भारत में हुए कुल एफडीआई प्रवाह का लगभग 36.98 प्रतिशत है।

मंत्रियों ने वर्ष 2018 में सभी पक्षों द्वारा सेवाओं से जुड़े आसियान-भारत व्‍यापार का अनुमोदन किये जाने पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की। मंत्रियों ने आसियान-भारत निवेश समझौते के अनुमोदन के लिए फिलहाल जारी प्रयासों को भी नोट किया और सभी पक्षों द्वारा जल्‍द से जल्‍द इसका पूर्ण रूप से अनुमोदन किये जाने की आशा व्‍यक्‍त की।

मंत्रियों ने 21-23 फरवरी 2019 को नई दिल्‍ली में आयोजित चौथे भारत-आसियान एक्‍सपो और शिखर सम्‍मेलन के निष्‍कर्षों की सराहना की। मंत्रियों ने यह बात नोट की कि इस आयोजन ने निवेशकों, कारोबारियों, औद्योगिक हस्तियों और नीति निर्माताओं को पारस्‍परिक व्‍यापार एवं निवेश को और ज्‍यादा सुविधाजनक बनाने हेतु अपनी साझेदारी बढ़ाने के लिए एक आदर्श प्‍लेटफॉर्म उपलब्‍ध कराया।

मंत्रियों ने आसियान-भारत मुक्‍त व्‍यापार समझौते (एफटीए) के उपयोग के जरिए द्विपक्षीय व्‍यापार की क्षमता को और ज्‍यादा बढ़ाने संबंधी आसियान-भारत व्‍यवसाय परिषद की सिफारिशों के साथ-साथ वित्‍तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक), कनेक्टिविटी, स्‍टार्ट-अप्‍स एवं नवाचार, युवाओं व महिलाओं के सशक्तिकरण और एमएसएमई के विकास जैसे पारस्‍परिक हित वाले क्षेत्रों में सहयोग किये जाने का भी स्‍वागत किया। मंत्रियों ने चौथे आसियान-भारत व्‍यवसाय शिखर सम्‍मेलन और व्‍यवसाय उत्‍कृष्‍टता पुरस्‍कार के लिए अपना समर्थन भी व्‍यक्‍त किया जिसका आयोजन अक्‍टूबर, 2019 में मनीला में होगा।

प्रतिभागियों की सूची देखने के लिए अंग्रेजी का अनुलग्‍नक यहां क्लिक करें

Related Articles

Back to top button