उत्तर प्रदेश

अब खेल, खेल ही नही रह गया, अपितु रोजगार का साधन भी हो गया है- खेल मंत्री

लखनऊ: प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में खेल क्रिया-कलापों के विकास एवं खिलाड़ियों के खेल में बहुमुखी निखार लाने एवं समुचित अवसर प्रदान करने के दृष्टिकोण से विविध योजनाएं संचालित की जा रही है। अब खेल, खेल ही नही रह गया, अपितु रोजगार का साधन भी हो गया है।
यह विचार प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव ने आज यहॉ लामाटिनियर कालेज मैदान में पांचवे हेमवती नन्दन बहुगुणा मेमोरियल फुटबाल टूर्नामेन्ट के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने खेल एवं खेल प्रतिभाओं के लिए अभूतपूर्व कार्य किये है। मंत्री जी ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में पदक विजेता खिलाड़ियों को राजपत्रित पदों पर सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति प्रदान किये जाने संबंधी नियमावली का प्रख्यापन किया गया है, जिसके तहत आवेदन आमन्त्रित कर नियुक्ति की कार्यवाही प्रचलित है। कुछ खिलाड़ियों को नियुक्ति भी प्रदान की गई है।  उन्होने बताया कि सरकार खेल के प्रति सजग है, यही कारण है कि वर्तमान सरकार द्वारा खेल संशाधन में किसी भी तरह की कोई कमी नही रहने दी जा रही है। खेल जगत की आवश्यकताओं को पूरा करते हुए खिलाड़ियों की भावनाओं के अनुरूप नीतियों का निर्धारण कर कार्य किया जा रहा है।
मंत्रीजी ने कहा कि शासन द्वारा खेल क्रिया-कलापों के विकास एवं खिलाड़ियों के खेल में बहुमुखी निखार लाने हेतु समुचित अवसर प्रदान करने के दृष्टिकोण से विभिन्न  योजनाएं संचालित की जा रही है। प्रदेश में अनेक अवस्थापना सुविधाएं प्रदेश के बजट एवं भारत सरकार से प्राप्त सहायता अनुदान राशि से सृजित की जा रही है, जिससे खिलाड़ियों को अन्य खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने के क्षेत्र में काफी विस्तार हुआ है। उन्होने कहा कि शासन की मन्शा है कि अधिक से अधिक युवाओं को खेल जगत से जोड़कर उनके भविष्य को संवारा जा सके। उन्होने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी तथा प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री जी की मन्शा के अनुरूप खेल संस्कृति के विस्तार हेतु समस्त आयु वर्गाें तथा व्यक्तियों को खेल अवस्थापनाओं एवं अन्य सुविधाओं को उपलब्ध कराते हुए प्रतिभागिता तथा उत्कृष्टता को प्रोत्साहन की नीति का अक्षरशः पालन करना सुनिश्चित किया जाये।
मंत्री जी ने कहा कि खिलाड़ियों के बहुमुखी विकास हेतु प्रदेश सरकार द्वारा हापुड़, शामली, चन्दौली एवं संभल में जहॉ स्टेडियम नही थे, स्टेडियम के निर्माण हेतु सरकार द्वारा बजट जारी कर दिया गया है। वही मेजर ध्यानचन्द खेल विश्वविद्यालय मेरठ के संचालन हेतु कुलपति, कुलसचिव एवं वित्त अधिकारी के पदों का सृजन किया गया। इस विश्वविद्यालय पर सरकार द्वारा रू0 7.5 करोड़ व्यय किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के तैयार हो जाने पर प्रदेश के खिलाड़ियों को विविध खेल विधाओं में पारंगत होने का सुअवसर प्राप्त होगा, जिससे हमारे प्रदेश के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन प्रदेश के बाहर कर सकेंगे । इसी के साथ ही सरकार द्वारा अब खिलाड़ियों को अन्य प्रदेशों में खेल प्रतियोगिता हेतु भाग लेने पर स्लीपर के स्थान पर ए0सी0-3 टियर की सुविधा प्रदान की जा रही है।
इस अवसर पर मंत्रीजी ने खेल विभाग की अवस्थापना सुविधाएं, गतिविधियां, वित्तीय प्रबन्धन, अनुश्रवण, प्रशासनिक व्यवस्था, दिव्यांगजन खिलाड़ियों को दी जाने वाली सुविधाएं, खिलाड़ियों का सम्मान, खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता, खेल अकादमियों को विकसित करने की नीति, क्रीड़संघों, क्लबों एवं समितियों को अनुदान, अन्तराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को अनुदान, प्रशिक्षण शिविर, प्रदेश में खिलाड़ियों के लिए संचालित उत्साहवर्धन योजनाएं, खेलों इण्डियां योजनान्तर्गत स्वीकृत परियोजनाएं, एक जनपद एक खेल के संबद्व में भी विस्तार पूर्वक अवगत कराया।
लामाटिनियर कालेज मैदान में आयोजित पांचवे हेमवती नन्दन बहुगुणा मेमोरियल फुटबाल टूर्नामेन्ट में तक्षशिला अकबरपुर फुटबाल क्लब ने 1-0 से डिफेन्स युनाइटेड आर्मी की टीम पराजित कर पांचवा हेमवती नन्दन बहुगुणा फुटबाल टूर्नामेन्ट का खिताब जीता। विजेता टीम की ओर से एक मात्र गोल अखिल भार्गव ने खेल के 23 मिनट में किया।  टूर्नामेन्ट के विजेता एव उपविजेता खिलाड़ियों को मंत्री जी द्वारा ट्राफी प्रदान की गई।
इस अवसर पर के0एन0सिंह, अशोक रजत, मोती लाल, राकेश वर्मा, मो0 ताहिर, बेली भाई, महेश वाल्मीकि, लाइक खॉ, हिमांशु शुक्ला अभिषेक, इन्साफ अली, आलोक, नदीम आदि मौजूद रहे।

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