उत्तर प्रदेश

अगले वर्ष से पूरे साल आयोजित होगा ओ0डी0ओ0पी0 वर्चुअल फेयर: सिद्धार्थ नाथ सिंह

लखनऊः उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम, निवेश, निर्यात प्रोत्साहन तथा खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने निर्देश दिए है कि उद्योग विभाग के कार्यों की गुणवता में व्यापक सुधार लाने और विभिन्न कार्यक्रमों/योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक मण्डल में संयुक्त आयुक्त उद्योग के नेतृत्व में टीम का गठन किया जाय। इन सभी 18 टीमों की कार्यात्मक प्रतिस्पर्धा कराई जाय। जिस टीम ने वर्ष भर में उत्कृष्ट कार्य किया होगा, उसे पुरस्कृत किया जायेगा और खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई भी सुनिश्चित की जायेगी।
श्री सिंह आज योजना भवन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एम0एस0एम0ई तथा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि उद्यमपरक कार्यक्रमों में किसी भी प्रकार शिथिलिता नहीं बरती जानी चाहिए और योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ लाभार्थियों तक समय से पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा मिशन शक्ति अभियान के तहत ऋण प्राप्त करने वाली महिला उद्यमियों का हर जिले में सम्मेलन कराया जाय और इसमें जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिचित करते हुए लाभार्थियों के सफलता की कहानी का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाय, इससे अन्य महिलाएं भी प्रेरणा लेकर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकेंगी।
लघु उद्योग मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आगामी दीपावली के त्योहार पर स्थानीय कारीगरों द्वारा गुणवत्तायुक्त निर्मित गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों तथा दीये आदि की बिक्री पर विशेष बल दिया जाय। उन्होंने कहा कि इसके लिए कारीगरों के उत्पादों का शहर के नामचीन स्टोर्स पर डिस्प्ले कराया जाय। इसके साथ ही आकर्षक एवं गुणवत्तायुक्त मूर्तियों का निर्माण करने वाले कारीगरों को एवार्ड देकर सम्मानित किया जाय। इससे अन्य कारीगर भी प्रेरित होगें।
श्री सिंह ने कहा कि गत दिवस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने ओ0डी0ओ0पी0 वर्चुअल फेयर का शुभारम्भ किया है। इस प्रदर्शनी में 75 जनपदों के ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों का प्रदर्शन किया गया है। प्रदर्शनी में 35 देशों के 1000 से अधिक खरीदार भाग ले रहे है, जिसमें 700 से अधिक शिल्पियों व विक्रेताओं ने अपने-अपने स्टाल लगाये हैं। उन्होंने कहा कि एक जिला एक उत्पाद जैसी योजना स्थानीय विशिष्टताओं को वैश्विक मंच देने का बेहतर प्रयास है। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से इस प्रकार की प्रदर्शनी पूरे वर्ष आयोजित की जायेगी।
अपर मुख्य सचिव, एम0एस0एम0ई0 डा0 नवनीत सहगल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा एम0एस0एम0ई0 एक्ट-2020 लागू किया गया है, वह भविष्य में मील का पत्थर साबित होगा। इसके तहत अब उद्यमियांे को 72 घण्टे के अंदर अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी करने के साथ तमाम प्रकार की सहूलियतें दी जा रही है। उन्होंने कहा कि उद्यमियों की सुविधा के लिए हर जिले में नोडल अधिकारी नामित किये गये हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि जनपदीय अधिकारी कार्यालय में प्राप्त उद्यम स्थापित करने से संबंधित प्राप्त प्रार्थना-पत्रों का समय से निस्तारण सुनिश्चित करें और इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए।
डा0 सहगल ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश के गोरखपुर, हमीरपुर, श्रावस्ती बांदा, कासगंज, मैनपुरी, जालौन, सीतापुर तथा महोबा सहित कुछ अन्य जिलों में विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली शिथिल है, ये अधिकारी अपने कार्य दक्षता में सुधार लायें। यदि उनके कार्यों में गुणात्मक सुधार नहीं आता, तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिए मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, ओ0डी0ओ0पी0 तथा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत स्वीकृत ऋणों को तत्काल डिस्बर्स कराया जाय और मार्जिनमनी देने की प्रक्रिया पूर्ण की जाय। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना का बजट बचना नहीं चाहिए, यदि बजट सरेंडर हुआ तो संबंधित के विरूद्ध सख्त कदम उठाये जायेंगे।
आयुक्त एवं निदेशक उद्योग श्री गोविन्द राजू एन0एस0 सहितं पूरे प्रदेश के संयुक्त आयुक्त उद्योग, उपायुक्त उद्योग, जी0एम0डी0आईसी एवं खादी तथा ग्रामोद्योग अधिकारी वर्चुअल समीक्षा में जुड़े थे।

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