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वैश्विक कॉफ़ी बाज़ारों और अवसरों तक पहुँचने का अवसर, बेंगलुरु में होगा 5वाँ विश्व कॉफ़ी सम्मलेन 2023

देहरादूनअंतरराष्ट्रीय कॉफ़ी संगठन यानी इंटरनैशनल कॉफ़ी आर्गेनाईजेशन (आईसीओ)  बेंगलुरु के शानदार बैंगलोर पैलेस में 25 से 28 सितम्बर 2023 तक 5वाँ विश्व कॉफ़ी सम्मलेन (डब्लूसीसी) 2023 का आयोजन करने जा रहा है। सम्मलेन का आयोजन भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के कॉफ़ी बोर्ड, कर्नाटक सरकार और कॉफ़ी उद्योग के सहयोग के किया जा रहा है। आज एक समारोह में आयोजन के लोगो, थीम और कॉफ़ी क्षेत्र के सबसे ज्यादा अपेक्षित कार्यक्रम के प्रमुख बिन्दुओं की जानकारी के साथ आयोजन के तारीखों की घोषणा की गई।

डब्लूसीसी 2023 के लोगो और थीम – “सर्कुलर अर्थव्यवस्था और रीजेनरेटिव कृषि के माध्यम से सस्टेनेबिलिटी” को जारी करने के अवसर पर कर्नाटक सरकार के वाणिज्य और उद्योग विभाग के प्रधान सचिव, डॉ. एस. सेल्वकुमार, आईएएस ने कहा कि, “कर्नाटक निर्विवाद रूप से भारत की कॉफ़ी राजधानी है। इस राज्य में दुनिया की कुछ सबसे बेहतरीन कॉफ़ी के उत्पादन की एक समृद्ध विरासत है। कॉफ़ी के सम्पूर्ण वैल्यू चेन में – बीज से लेकर उपकरण निर्माता कंपनियों के कप, कॉफ़ी बनाने वाली मशीनों, घुलनशील कॉफ़ी ब्रैंड्स और कैफ़े चेन्स तक – निवेश के बेशुमार अवसर मौजूद हैं। इससे खेतों से लेकर कैफ़े तक हमारी प्रतिभा के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी। इस प्रकार, इस आयोजन का मेजबान राज्य होना हमारे लिए बड़े सम्मान की बात है।”

भारतीय कॉफ़ी बोर्ड के सीईओ और सचिव, डॉ. के.जी.जगदीश, आईएएस ने भारत के नंबर वन डबल्स टेनिस खिलाड़ी और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित श्री रोहण बोपन्ना को डब्लूसीसी 2023 का ब्रैंड एम्बेसडर घोषित किया है। डॉ. के.जी.जगदीश ने कहा कि, “डब्लूसीसी 2023 एशिया में पहली बार आयोजित होने जा रहा है। इस सम्मलेन से निश्चित ही भारत में कॉफ़ी के किसानों को अत्यंत लाभ होगा। इससे वैश्विक मंच पर भारत की कॉफ़ी को बढ़ावा मिलेगा इन किसानों के लिए नए अवसर और बाज़ार उपलब्ध होंगे। इसके अलावा, सम्मलेन में वैश्विक वक्ता सर्कुलर इकॉनमी एवं रीजेनरेटिव कृषि से जुड़ी समस्याओं पर अपने विचार रखेंगे। कुल मिलाकर, डब्लूसीसी 2023 में वैश्विक कॉफ़ी क्षेत्र के लिए और विशेषकर भारतीय कॉफ़ी उद्योग के लिए ग्रोथ और सस्टेनेबल कार्यपद्धतियों को प्रोत्साहन की अपार संभावना है। सस्थ ही, इस सम्मलेन से पूरे विश्व को कॉफ़ी की समृद्ध विरासत देखने का मौक़ा मिलेगा।”

डब्लूसीसी 2023 का ब्रांड एम्बेसडर बनने पर श्री रोहण बोपन्ना ने कहा कि, “मेरा जीवन एक कॉफ़ी उत्पादक का पुत्र और एक पेशेवर टेनिस खिलाड़ी होने का अद्वितीय मिश्रण है। कूर्ग के कॉफ़ी बागानों की मनोरन सुन्दरता के बीच पलने-बढ़ने के कारण मुझे कॉफ़ी के साथ गहरा लगाव के साथ-साथ अपने टेनिस करियर को आगे बढ़ाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मुझे इन दो दुनिया के सामंजस्य का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व होता है। मुझे प्रतिष्ठित डब्लूसीसी से जुड़ कर रोमांच और गर्व हो रहा है। चूँकि भारत खुद को एक फलते-फूलते कॉफ़ी गंतव्य के रूप में स्थापित कर रहा है, इस आयोजन से हमारे तेजी से विस्तृत हो रहे कॉफ़ी उद्योग में वृद्धि और सहयोग को प्रोत्साहन मिलने की भारी संभावना है।”

एमएम ऐक्टिव साई-टेक कम्युनिकेशंस के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और डब्लूसीसी 2023 के क्यूरेटर्स, श्री जगदीश पाटनकर ने सम्मलेन के विविध अवयवों को प्रस्तुत किया। उनहोंने बताया कि इस दौरान सम्मलेन, कौशल-निर्माण कार्यशालायें, सीईओ और ग्लोबल लीडर फोरम, उत्पादक सम्मलेन, प्रतियोगिता और पुरस्कार, बागान भ्रमण, सांस्कृतिक संध्यायें, क्रेता-विक्रेता मीटिंग और बी2बी बैठक जैसे कार्यक्रम होंगे। ये सभी कार्यक्रम भाग लेने वालों के लिए व्यापक एवं ज्ञानवर्द्धक अनुभव प्रदान करने की संभावना से भरे हैं और इनसे डब्लूसीसी 2023 एक प्रभावपूर्ण तथा यादगार वैश्विक कॉफ़ी सम्मलेन एवं प्रदर्शनी साबित होगा।

इस घोषणा के अवसर पर कॉन्टिनेंटल कॉफ़ी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री चल्ला श्रीसंत, टाटा कॉफ़ी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ श्री चाको पुरक्कल थॉमस, एसएलएन कॉफ़ी प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक श्री एन. सतप्पन तथा नेस्ले इंडिया लिमिटेड के कॉफ़ी एवं बेवरीज व्यवसाय दक्षिण एशिया क्षेत्र के निदेशक श्री सुनयन मित्रा कुछ प्रमुख प्रायोजक प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

डब्लूसीसी 2023 में सहभागियों का एक प्रभावशाली समूह भाग लेगा, जिसमें आईसीओ के सदस्य देशों के प्रतिनिधि, कॉफ़ी उत्पादक, कॉफ़ी रोस्टर्स, कॉफ़ी उपचारक, फार्म टू कप उद्योग, होरेका (होटल, रेस्त्राँ और कैफ़े संचालक), कैफ़े स्वामी, कॉफ़ी राष्ट्र, नीति निर्माता, स्टार्ट-अप कंपनियाँ, आरऐंडडी तथा स्टूडेंट्स सम्मिलित हैं।

बेंगलुरु इस असाधारण वैश्विक समारोह की प्रतीक्षा कर रहा है जहाँ कॉफ़ी उद्योग में सस्टेनेबिलिटी एवं नवाचार के प्रति वचनबद्धता देखने को मिलेगी। इसके पहले के सम्मलेन पूरी सफलता के साथ इंग्लैंड (2001), ब्राज़ील (2005), ग्वाटेमाला (2010), और इथियोपिया (2016) में आयोजित किये गए थे जिन्हें पूरे विश्व के कॉफ़ीप्रेमियों की भरपूर सराहना पाप्त हुई थी।

विश्व कॉफ़ी सम्मलेन और प्रदर्शनी (वर्ल्ड कॉफ़ी कांफ्रेंस ऐंड एक्सपो) एक प्रभावशाली भीड़ का स्वागत करने के लिए तैयार है। सम्मलेन में 80 से अधिक देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधि और 90 वक्ता भाग लेने वाले हैं। यहाँ 150 से अधिक प्रदर्शकों के भाग लेने के कारण उपस्थित लोगों को कॉफ़ी उद्योग में विविध उत्पादों और नवाचारों की जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। इस आयोजन में 10,000 से अधिक व्यावसायिक दर्शकों के आने की उम्मीद है जिन्हें कॉफ़ी प्रेमियों, प्रोफेशनल्स और व्यवसायियों के साथ नेटवर्क बनाने और सम्बन्ध जोड़ने का शानदार मौक़ा हासिल होगा। इसके अलावा, 200 से अधिक बी2बी मीटिंग के साथ इस सम्मलेन में कॉफ़ी के क्षेत्र में साझेदारियाँ और सहयोग विकसित करने के लिए एक संभावनाशील मंच उपलब्ध होगा। समग्र रूप से, यह सम्मलेन कॉफ़ी कद्रदान हर व्यक्ति के लिए निश्चित रूप से एक रोमांचकारी और ज्ञानवर्द्धक अनुभव होगा।

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आईसीओ के विषय में

अंतरराष्ट्रीय कॉफ़ी संगठन यानी इंटरनैशनल कॉफ़ी आर्गेनाईजेशन (आईसीओ) कॉफ़ी के व्यापार को बढ़ावा और कॉफ़ी का उत्पादन एवं खपत करने वाले देशों के बीच सहयोग को प्रोत्साहन देने के प्रति समर्पित मुख्य अंतर-शासकीय संगठन है। वर्ष 1963 में स्थापित आईसीओ ने वैश्विक कॉफ़ी उद्योग के निर्माण और इसके चिरस्थायी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

कॉफ़ी बोर्ड ऑफ़ इंडिया के विषय में

कॉफ़ी बोर्ड ऑफ़ इंडिया (कॉफ़ी बोर्ड) भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अधीन एक वैधानिक संगठन है। यह संगठन कॉफ़ी के क्षेत्र की वृद्धि और चिरस्थायित्व बढ़ाने के लिए कॉफ़ी उत्पादकों को सहयोग, अनुसंधान के संचालन, भारतीय कॉफ़ी के विश्वव्यापी प्रोत्साहन और विभिन्न नीतियों तथा कार्यक्रमों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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