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प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई के जुहू समुद्र तट से कचरा हटाने के स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की थी

75 दिन तक चलने वाले तटीय सफाई अभियान को समाज के सभी वर्गों से जबर्दस्त समर्थन मिल रहा है और अन्य लोगों के अलावा राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, मशहूर हस्तियां, फिल्म और खेल जगत के दिग्गज, सिविल सोसाइटी समूह आदि पूरे उत्साह के साथ इस अभियान में शामिल हो रहे हैं। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और तटीय राज्यों की सरकारों के सहयोग से चलाए जा रहे दुनिया के सबसे लंबे और सबसे बड़े समुद्र तटीय सफाई अभियान ‘स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर’ में वे अपना सहयोग देने का संकल्प जता रहे हैं।

17 सितंबर को ‘अंतरराष्ट्रीय तटीय सफाई दिवस’ से तीन दिन पहले आज एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि वह 17 सितंबर को मुंबई के जुहू बीच पर अभियान में शामिल होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, भाजपा सांसद पूनम महाजन और कई हस्तियां और गैरसरकारी संगठन भी जुहू बीच पर इस अभियान में शामिल होंगे।

केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से समर्थन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी धन्यवाद दिया। पीएम ने भारत के तटों को साफ-सुथरा रखने पर जोर दिया है। उन्होंने मुंबई के जुहू समुद्र तट से कचरा हटाने के स्वयंसेवकों के प्रयासों की प्रशंसा की है। समुद्र तट की सफाई पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के वीडियो पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए मोदी ने ट्वीट किया, ‘सराहनीय… मैं इस प्रयास में शामिल सभी लोगों की प्रशंसा करता हूं। भारत के पास एक लंबी और सुंदर तटरेखा है और यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने तटों को साफ रखने पर ध्यान दें।’ मंत्री ने कहा कि मुंबई के जुहू बीच पर एक क्लीनेथॉन का आयोजन किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं और सिविल सोसाइटी ने हिस्सा लिया।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान विश्व प्रसिद्ध पुरी बीच पर सफाई अभियान की अगुआई करेंगे जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी चांदीपुर में होंगे। पश्चिम बंगाल के हुगली से भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी दीघा में होंगी। आर. के. मिशन के प्रमुख दक्षिण बंगाल के बक्खाली में अभियान का नेतृत्व करेंगे।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल पोरबंदर (माधवपुर) में होंगे जबकि केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम के. रूपाला जाफराबाद, अमरेली में सफाई अभियान में शामिल होंगे।

गोवा के राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत 17 सितंबर को दक्षिण और उत्तरी गोवा के समुद्र तटों पर सफाई अभियान में हिस्सा लेंगे।

इसी तरह, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान कोच्चि में होंगे, जबकि विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन तिरुवनंतपुरम में कोवलम समुद्र तट पर होंगे।

कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत मैंगलोर के पनाम्बुर समुद्र तट पर अभियान में शामिल होंगे, जबकि तेलंगाना की राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन पुदुचेरी समुद्र तट पर सफाई अभियान में शिरकत करेंगी।

मिजोरम के राज्यपाल डॉ. के. हरी बाबू विशाखापत्तनम समुद्र तट पर पहुंचेंगे जबकि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन चेन्नई में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि इस अभियान में संपूर्ण सरकार दृष्टिकोण के साथ संपूर्ण देश की भागीदारी देखने को मिल रही है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, जल शक्ति, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी, विदेश मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के साथ-साथ कई संगठनों और संघों जैसे राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), भारतीय तटरक्षक बल, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), सीमा जागरण मंच, एसएफडी, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि (पीएसजी) और कई सामाजिक संगठन और शैक्षणिक संस्थान भी इस सफाई अभियान में हिस्सा ले रहे हैं।

तटीय राज्यों के सांसदों ने भी दुनिया के अपनी तरह के पहले और सबसे लंबे समय तक चलने वाले तटीय सफाई अभियान को पूरा सहयोग करने का संकल्प जताया है। उन्होंने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय को स्थानीय एनजीओ को शामिल कर विभिन्न गतिविधियां करने की भी सलाह दी है।

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