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प्रल्हाद जोशी ने कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया लिमिटेड से कोयला उत्पादन बढ़ाने के कदमों पर विचार-विमर्श करने का आग्रह किया

केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि कोयला मंत्रालय मानकों में कुछ छूट के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से संपर्क कर सकता है ताकि समग्र कोयला उत्पादन को और बढ़ाया जा सके। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की चार परियोजनाओं की आधारशिला रखने के लिए एक वर्चुअल समारोह को संबोधित करते हुए, मंत्री श्री जोशी ने कोल इंडिया लिमिटेड और उसकी सहायक कंपनियों से कोयला उत्पादन में निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उत्पादन को और बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में भारी बढ़ोतरी से कोयले की घरेलू मांग काफी बढ़ गई है।

मंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि विद्युत क्षेत्र को कोयले की निरंतर आपूर्ति सर्वोपरि है। उन्होंने सीआईएल और कोयला मंत्रालय के अधिकारियों से कोयला उत्पादन बढ़ाने के लिए आवश्यक तत्काल उपायों पर विचार करने का आग्रह किया। मंत्री ने कोल इंडिया को निर्धारित समय सीमा के अनुसार 35 फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए कहा। श्री जोशी ने कोयला उत्पादन लक्ष्य को पार करने के लिए नॉर्दर्न कोल फील्ड लिमिटेड (एनसीएल) की सराहना की।

निगाही कोल हैंडलिंग प्लांट (प्रति वर्ष 10 मिलियन टन), बीना-काकरी कोल हैंडलिंग प्लांट (9.5 मिलियन टन प्रति वर्ष), जयंत से सिंगरौली तक 3.1 किलोमीटर की पांच लेन कंक्रीट रोड और एनसीएल परियोजनाओं में कोयला परिवहन के लिए 49.6 कि.मी. रोड की परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है।

इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए, कोयला, खान और रेल राज्य मंत्री श्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने कहा कि एनसीएल 2025 तक एक अरब टन कोयले के उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।  मंत्री ने कहा कि उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण संबंधी चिंताओं को दूर करने की आवश्यकता है, साथ ही जन-समर्थक पहल भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।

समारोह को संबोधित करते हुए कोयला मंत्रालय के सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन ने कहा कि कोयले के मशीनीकृत परिवहन को और गति देने के लिए निवेश को निर्धारित समय के भीतर सही तरीके से उपयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे से अनुरोध किया जाएगा कि आवश्यकता के अनुसार रेक की उपलब्धता बढ़ाई जाए।

समारोह का एक अन्य मुख्य आकर्षण सतत विकास सेल(एसडीसी) के अंतर्गत ई-बुक “रिडिफाइनिंग ग्रीन” का विमोचन था। इस समारोह में कोल इंडिया लिमिटेड के सीएमडी श्री प्रमोद अग्रवाल तथा कोयला मंत्रालय,सीआईएल और एनसीएल के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

इससे पहले, श्री भोला सिंह, सीएमडी, एनसीएल के स्वागत भाषण के बाद निदेशक, (तकनीकी/पीएंडपी) द्वारा एनसीएल में फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी (एफएमसी) परियोजनाओं और सड़क विकास परियोजनाओं पर एक प्रजेंटेशन भी दी गई।

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