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पौड़ी में वार्षिक जिला योजना वर्ष 2019-20 का प्रस्तावित परिव्यय के संबंध में समीक्षा करते हुएः मंत्री सुबोध उनियाल

पौड़ी: कृषि, उद्यान फलोद्योग एवं रेशम विकास मंत्री, उत्तराखण्ड सरकार एवं जनपद के प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में आज विकास भवन सभागार पौड़ी में वार्षिक जिला योजना वर्ष 2019-20 का प्रस्तावित परिव्यय के संबंध में बैठक आहूत की गई।

प्रभारी मंत्री ने बैठक में उपस्थित सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम सब की जिम्मेदारी है कि जन अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करें, छोटे-छोटे कार्यों के बजाय बड़ी योजनाएं बनाकर काम करें। हम सब का कर्त्तव्य है कि पलायन को रोकने के लिए राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप योजनाएं बनायें। कहा कि योजनाएं ऐसी हो जिससे रोजगार की सम्भावनाएं हो और आउटपुट अच्छा मिले। सभी अधिकारी राज्य के विकास एवं हित में कर्त्तव्यनिष्ठा से कार्य करें। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि यह देखे कि सभी अधिकारी टीएस के बाद ही टेण्डर करें। कहा कि पुरानी योजनाओं जिनमें बोन्ड भी बना है, किन्तु अभी तक धरातल पर काम नहीं हुआ है, उन्हें निरस्त माना जाय। कहा कि जिन योजनाओं में 100 प्रतिशत काम हो चुका है और देनदारी बाकी है, पहले उन्हें पेमेंट किया जाय, शेष धनराशि के लिए राज्य सरकार से आवेदन करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया गया है डॉक्टरों को विजिट करायें, जो एक रजिस्टर में कम्पलेन लिखकर मेंटेन करेंगें तथा सीडीओ को उपलब्ध करायेंगें। कहा कि मत्सय विभाग मछली के मार्केट रेट के संबंध में एक नोट बनाकर उपलब्ध करायें। पर्यटन विभाग टूरिज्म पर फोक्स कर डेस्टिनेशन बनायें। उन्होंने जल निगम, जल संस्थान, लोनिवि, सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कहा कि जिसमें पहले टेण्डर हो गया, उसमें रिवाइज्ड स्टेटमेंट न भेंजे। कहा कि 70 प्रतिशत पुराना लम्बि पेंमेट किया जाय तथा 30 प्रतिशत नया।

वन एवं वन्य जीव, पर्यावरण एवं ठोस अपशिष्ठ निवारण, श्रम कौशल विकास एवं सेवायोजन, आयुष एवं आयुष शिक्षा मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि पौड़ी जनपद का सौभाग्य है कि मुख्यमंत्री से लेकर अधिकतर मंत्री पौड़ी जनपद से है और उनके निर्देशों में जिला योजना के कार्य आगे बढ़ रहे है। कहा कि 05 लाख रूपये से अधिक के काम वन विभाग मण्डी कार्यदायी संस्था के रूप में करेगी। उन्होंने अधिकारियों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत आबाद ग्रामों में प्राथमिकता देते हुए कार्य करने को कहा। कहा कि यहां के डीएम एवं सीडीओ कार्यों के प्रति कर्त्तव्यनिष्ठ है और सभी अधिकारी उनके निर्देशन में जनपद के विकास कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकॉल एवं दुग्ध विकास, उत्तराखण्ड सरकार डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि बूंगीधार में 07 चिकित्सालय है, इन चिकित्सालयों का केन्द्रीयकरण कर एक ही जगह आयुवेर्दिक, होम्योपैथिक चिकित्सालय खोला जाय ताकि स्वास्थ्य से संबंधित सारी सुविधाएं उपलब्ध और लोगों को भी कोई असुविधा न हो। जिला पंचायत अध्यक्ष दीप्ति रावत ने भी सभी जिला पंचायत सदस्यों, जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों का आभार प्रकट करते हुए सहयोग के लिए धन्यावाद दिया।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने जिला योजना वर्ष 2019-20 के अर्न्तगत कृषि विभाग का 300 लाख, उद्यान विभाग 200, पशुपालन 220, मत्स्य विभाग 25, दुग्ध विकास 50, सहकारिता विभाग 90, पर्यटन 630, खेल कूद विभाग 100, युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल 200, सूचना विभाग 10, ग्रामीण ग्रामोद्योग विभाग 9, रेशम विभाग 9, अर्थ एवं संख्या विभाग 20, संस्कृति विभाग 17, सेवायोजन विभाग 10, सड़क एवं पुल 1350, पूल्ड आवास 230, पेयजल निग 750, जल संस्थान 1300, वन विभाग 50, वैकल्पिक ऊर्जा 20, निजी लघु सिंचाई 40, राजकीय सिंचाई 800, एलोपैथिक चिकित्सा 150, आयुर्वेदिक चिकित्सा 100, सामुदायिक विकास 300, माध्यमिक शिक्षा विभाग 150, पंचायती राज विभाग 85, समाज कल्याण 35 लाख प्रस्तावित परिव्यय की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने विभाग की उन योजनाओं सूची उपलब्ध करायें, जिनकी देनदारी बाकी है, उसी के हिसाब से पैंसा दे दिया जायेगा।

बैठक में लैंसडोन विधायक दलीप रावत, पौड़ी विधायक मुकेश कोली, यमकेश्वर विधायक ऋतु खण्डूरी भूषण नगर पालिका अध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम, क्षेत्र पंचायत प्रमुख नैनीडांडा रश्मि पटवाल, पाबों गेन्दा लाल टम्टा, पोखड़ सुरेन्द्र सिंह रावत, पौड़ी सन्तोषी रावत, दुगड्डा संगीता बिष्ट सहित जि.पं. सदस्य एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंवर, मुख्य विकास अधिकारी दीप्ति सिंह, डीएफओ लक्ष्मण सिह रावत, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.एस. जांगपांगी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी निर्मल शाह, जिला पंचायत राज अधिकारी एमएम खान सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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