देश-विदेश

दूरसंचार सचिव श्री अंशु प्रकाश ने नेटवर्क सिक्योरिटी में अधिकारियों को प्रशिक्षित और प्रमाणित करने के लिए एक ऑनलाइन पाठ्यक्रम का उद्घाटन किया

संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (डीओटी) के सचिव और डिजिटल संचार आयोग के अध्यक्ष श्री अंशु प्रकाश ने विश्व दूरसंचार एवं सूचना समाज दिवस के अवसर पर नेटवर्क सिक्योरिटी पर एक ऑनलाइन सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम का उद्घाटन किया। इस पाठ्यक्रम का आयोजन दूरसंचार विभाग, भारत सरकार के प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान नेशनल टेलीकम्युनिकेशन इंस्टीट्यूट फॉर पॉलिसी रिसर्च, इनोवेशन एंड ट्रेनिंग (एनटीआईपीआरआईटी) द्वारा किया गया। यह एक 36 घंटे (12 सप्ताह) में नेटवर्क सिक्योरिटी में अधिकारियों को प्रशिक्षित और प्रमाणित करने का पाठ्यक्रम है और यह अपनी तरह का पहला पाठ्यक्रम है। हालांकि, यह पाठ्यक्रम वर्तमान में दूरसंचार विभाग के अधिकारियों के लिए हैं लेकिन इसे सरकार के अन्य अधिकारियों और धीरे-धीरे निजी क्षेत्र में भी विस्तार देने का प्रस्ताव है।

टेलीकॉम सिक्योरिटी एक जटिल विषय है जिसमें तकनीकी विशिष्टताओं का अनुपालन, सुरक्षित कॉन्फिगरेशन्स की तैनाती, विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन सुनिश्चित करना, महत्वपूर्ण कार्यों के लिए सुरक्षा जांच से गुजरे हुए कर्मियों की नियुक्ति के साथ-साथ दूरसंचार नेटवर्क्स के उपयोग के जरिए के होने वाले उपभोक्ता संचार की सुरक्षा के लिए दिन-प्रतिदिन का ऑपरेशन मैनेजमेंट शामिल है। ध्वनि दूरसंचार नेटवर्क सुरक्षा दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी), विभिन्न ऑरिजनल एक्पिमेंट मैन्युफैक्चर्स (ओईएम) और दूरसंचार विभाग के अधिकारियों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है जिसमें फील्ड (एलएसए) भी शामिल हैं।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस पाठ्यक्रम का उद्घाटन करते हुए श्री अंशु प्रकाश ने टेलीकॉम नेटवर्क सिक्योरिटी के महत्व के साथ-साथ उपभोक्ताओं के लिए मोबाइल फोन, लैपटॉप और डेस्कटॉप जैसे उपकरणों की सुरक्षा की आवश्यकता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह अब विशेष रूप से महामारी के संदर्भ में प्रासंगिक है जब जीवन के हर पहलू में दूरसंचार नेटवर्क्स और सेवाओं पर निर्भरता बढ़ी है। श्री प्रकाश ने इस प्रासंगिक प्रमाणन पाठ्यक्रम के शुभारंभ पर एनटीआईपीआरआईटी को बधाई दी और विश्व दूरसंचार एवं सूचना समाज दिवस की भी शुभकामनाएं दीं। दूरसंचार विभाग मुख्यालय और एनटीआईपीआरआईटी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस ऑनलाइन कार्यक्रम में अपनी बात रखी।

Related Articles

Back to top button