देश-विदेश

मंत्रिमंडल ने चिकित्‍सा की परम्‍परागत पद्धतियों और होम्‍योपैथी के क्षेत्र में भारत तथा बोलिविया के बीच सहयोग के लिए हुए समझौता ज्ञापन को मंजूरी दी

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने चिकित्सा की परम्परागत पद्धतियों और होम्योपैथी के क्षेत्र में भारत और बोलिविया के बीच सहयोग के लिए हुए समझौता ज्ञापन को पूर्वव्‍यापी मंजूरी दे दी है। समझौता ज्ञापन पर बोलिविया में मार्च 2019 पर हस्‍ताक्षर किए गए थे।

प्रभाव :  

    समझौता ज्ञापन चिकित्‍सा की परम्‍परागत पद्धतियों और होम्‍योपैथी को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग की रूपरेखा तैयार करेगा और यह दोनों देशों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इससे बोलिविया में चिकित्‍सा की परम्‍परागत पद्धतियों और होम्‍योपैथी को बढ़ावा देने के साथ-साथ उसका प्रचार-प्रसार होगा तथा बोलिविया में आयुष (आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्‍योपैथी) के महत्‍व को बढ़ावा मिलेगा। समझौता ज्ञापन चिकित्‍सकों और वैज्ञानिकों को प्रशिक्षण देने के लिए सहयोगपूर्ण अनुसंधान करने के उद्देश्‍य से विशेषज्ञों के आदान-प्रदान की सुविधा को बढ़ाएगा, जिससे औषधि विकास और चिकित्‍सा की परम्‍परागत पद्धतियों में नये अविष्‍कार किए जा सकेंगे।

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