उत्तर प्रदेश

वर्तमान सरकार अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के उत्थान हेतु सतत् प्रयासरत: सूर्य प्रताप शाही

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी कहते थे कि देश की तरक्की का मार्ग किसान के घर से होकर गुजरता है और देश की तरक्की तब तक संभव नहीं है, जब तक समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की उन्नति का मार्ग प्रशस्त नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना समाज के अंतिम पायदान पर खड़े गरीब किसानों के उत्थान में वरदान साबित हो रही है।
श्री शाही आज मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में ग्राम पकहाँ, थाना-बघौचघाट, जनपद-देवरिया में आयोजित सामाजिक समरसता सहभोज (खिचड़ी) कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज यहां पर उपस्थित लोगों में समाज के अंतिम पायदान पर खड़े वे लोग भी उपस्थित हैं, जो विगत कई वर्षों से उपेक्षा का शिकार थे, परन्तु वे आज स्वयं को समर्थ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अन्तर्गत 6000 रूपये प्रतिवर्ष देश के 10 करोड़ से अधिक किसानों को दिये जा रहे हैं।
कृषि मंत्री ने बताया कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा किसानों के हितार्थ चलायी जा रही योजनाओं एवं नीतियों के कारण आज प्रदेश के किसानों में खुशहाली आयी है। उन्होंने बताया कि समाज में आज महिलाओं को भी पुरूषों के समान बराबर का अधिकार हमारी सरकार ने दिया है। मिशन शक्ति कार्यक्रम के अन्तर्गत महिलाओं के सशक्तीकरण पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान के लिये निरन्तर प्रयासरत और गम्भीर है।
कृषि मंत्री ने इस अवसर पर भारत सरकार द्वारा लागू कृषि कानूनों के बारे में भी किसानों को जागरूक किया। उन्होंने कृषि कानूनों के प्रति लोगों के बीच फैली भ्रांतियों को दूर करते हुये कहा कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और किसी के बहकावे में भी न आयें। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को कम्बल भी वितरित किये। उन्होंने कहा कि इस मौसम में सरकार द्वारा गरीबों, असहायों और जरूरतमंदों को ठण्ड से बचाने हेतु प्रत्येक क्षेत्र में कम्बल वितरण कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन द्वारा भी ठण्ड से बचाव हेतु विभिन्न क्षेत्रों में रैन बसेरा एवं अलाव आदि की व्यवस्था की गयी है।

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