उत्तर प्रदेश

निवेशकों के आवेदन कों संबंधित विभाग द्वारा समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाये: धर्मपाल सिंह

लखनऊः उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्राप्त निवेश प्रस्तावों को सुनियोजित कार्ययोजना के अंतर्गत धरातल पर उतारा जाय। उद्यमियों को उद्यम लगाने में किसी भी प्रकार की कोई कठिनाई न आने पाये और उनका पूरा सहयोग भी किया जाये। उन्होंने एमओयू को मूर्तरूप देने एवं समुचित क्रियान्वयन के लिए निदेशक पशुपालन की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति का गठन करने के निर्देश दिए। यह समिति उद्यमियों के साथ लगातार सम्पर्क कर उनको सहयोग प्रदान करेगी।
श्री सिंह आज यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान प्राप्त निवेश प्रस्तावों/एमओयू की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जीआईएस के तहत डेयरी सेक्टर में 31116.00 करोड़ रुपये के 1051 एमओयू हस्ताक्षरित किये गये है, जिससे लगभग 72063 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसी प्रकार पशुधन सेक्टर में 4453 करोड़ रुपये के 1432 निवेश प्रस्ताव मिले हंै, इससे लगभग 32187 लोगों को रोजगार के अवसर सुलभ होंगे। उन्होंने कहा कि पशुधन एवं डेयरी क्षेत्र में निवेशकों का निवेश के प्रति अच्छा उत्साह रहा है। इसलिए सभी अधिकारियों का दायित्व है कि वे उद्यमियों का हर प्रकार से सहयोग करें और एकल मेज व्यवस्था के तहत उनको उद्यम लगाने से संबंधित सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जायें और निवेशकों के आवेदनों कों संबंधित विभाग द्वारा समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाये। इससे उद्यमियों को  इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा और उनको एक ही स्थल पर आसानी से सभी जानकारियाँ उपलब्ध हो जायंेगी।
समीक्षा बैठक में श्री धर्मपाल सिंह ने पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग द्वारा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में लक्ष्य से अधिक निवेश प्रस्ताव प्राप्त करने के लिए अधिकारियों की प्रशंसा की और समिट में दोनों विभागों द्वारा लगाये गये स्टालों की सराहना की। उन्होंने कहा कि निवेशकों से प्राप्त सभी प्रस्तावों एवं प्रत्येक कार्य की डाटा फीडिंग अवश्य कराई जाये। उन्होंने कहा कि गोसंरक्षण कार्यों के लिए इच्छुक संस्थाओं/एनजीओ/निजी व्यक्तियों से सम्पर्क किया जाये और उन्हें 25 से 30 एकड़ भूमि लीज पर निःशुल्क उपलब्ध कराने एवं अन्य प्रदान की जा रही सुविधाओं से अवगत कराया जाय। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि डेयरी उत्पादों, डेयरी प्लाट गोसंरक्षण के साथ ही सीबीजी/बायो सीएनजी का उत्पादन, गोबर एवं गोमूत्र के विभिन्न उत्पाद तथा सौर उर्जा संयंत्र की स्थापना आदि कार्यों पर विशेष बल दिया जाये।
बैठक में पशुधन विभाग के विशेष सचिव, श्री देवेन्द्र पाण्डेय, दुग्ध आयुक्त श्री शशि भूषण लाल सुशील, पीसीडीएफ के श्री कुणाल सिल्कू, दुग्ध विकास के विशेष सचिव श्री रामसहाय यादव, पशुधन विभाग के निदेशक, प्रशासन एवं विकास डा0 इन्द्रमणि, निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र डा0 पी0के0सिंह, अपर निदेशक गोधन श्री राजेश तथा शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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