उत्तर प्रदेश

मानव तस्करों के खिलाफ जनता को बड़े स्तर पर जागरूक किया जाये: प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी

लखनऊः प्रदेश की महिला कल्याण, परिवार कल्याण, मातृ-शिशु कल्याण मंत्री प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने आज कहा कि महिलाएं और बच्चे अपराधियों के सरल शिकार होते हैं। महिलाओं की रक्षा के लिए समाज में छुपे अपराधियों को सर्जिकल स्ट्राइक जैसे आन्दोलन चलाकर पकड़वाना चाहिए। उन्होंने कहा अक्सर हमें छोटे-छोटे होटल-ढाबों पर, घरो में ‘छोटू’ कहकर पुकारे जाने वाले बाल श्रमिक दिखते हैं। वे किस तरह वहां पहुंचाए गए हैं इस पर हमारा ध्यान नहीं जाता। कोई ‘छोटू’ अपनी सहायता स्वयं नहीं कर सकता, इसलिए जहां कहीं भी ‘छोटू’ दिखे उसकी सहायता के लिए पुलिस को फोन करें अथवा किसी स्वयं सेवी संस्था को सूचना देकर उस बच्चे को मुक्त करायें।

प्रो0 जोशी आज राज्य महिला आयोग के लखनऊ स्थित मुख्यालय के सभागार में महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती बिमला बाॅथम की अध्यक्षता में ‘‘मानव तस्करीः खबरें, चुनौतियाँ एवं समाधान’’ पर आयोजित कार्याशाला को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा मानव तस्करी आधुनिक और सभ्य समाज की विश्व स्तर पर फैली सबसे बड़ी विभीषिका है और विश्व में तीसरा सबसे बड़ा संगठित अपराध है। प्रो0 जोशी ने कहा कि अपने बच्चों और महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए स्वयं सेवी संगठनों को आगे आकर गांव-गांव तक जागरूकता अभियान चलाने चाहिए, जिससे समाज के गैर जानकार लोग किसी लालच, भय, धोखे में फंसकर मानव तस्करों का शिकार न बनें।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि राज्यमंत्री बाल विकास एवं पुष्टाहार अनुपमा जायसवाल ने कहा कि मानव ही मानव की तस्करी करे यह मानवता के लिए अभिशाप है। राज्य बाल आयोग के अध्यक्ष विशेष गुप्ता ने बच्चों को मानव तस्करी से सुरक्षित रखने तथा बाल श्रम से रोकने के लिए जनपद स्तर पर ही जागरूकता पर जोर दिया तथा विशेष कानूनों के अभाव में अपराधियों के छूटे जाने पर चिन्ता भी व्यक्त की। कार्यशाला में एस0आर0सी0 डब्ल्यू0 सी0 के सीईओ श्री कमल सक्सेना ने पुलिस विभाग के अपने कार्यकाल के अनुभवों को साझा करते हुए मानव तस्करी की विभषिका तथा समाधान के सुझाव साझा किए। कार्यशाला में एस0पी0 मानवाधिकार आयोग विजय धुल, सचिव मानवाधिकार आयोग कर्ण सिंह चैहान, विशेष सचिव महिला कल्याण विभाग सी0 इन्दुमती ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर मानव तस्करी के प्रकार, तस्करी की विभीषिका तथा तस्करी का शिकार हुए लोगों तथा बचाव और जागरूकता पर एक वीडियो प्रस्तुतिकरण भी दिखाया गया तथा भारतीय सेना की कार्यवाही पर सैनिकों के उत्साहवर्धन के लिए तिरंगे के साथ उत्साह प्रदर्शन भी किया गया। कार्यशाला में महिला एवं बाल आयोग के सभी पदाधिकारी सम्बंधित विभागों के अधिकारी एवं स्कूल की छात्राएं भी उपस्थित थीं। कार्यक्रम के अंत में महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाॅथम ने सभी प्रतिभागियों और अगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

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