उत्तर प्रदेश

वृक्षारोपण अभियान-2023 में फलदार पौधों को रोपित करने में दी जाए वरीयता- दिनेश प्रताप सिंह

लखनऊ: प्रदेश में वृक्षारोपण अभियान-2023 के सफल क्रियान्वयन हेतु विभिन्न विभागों व संस्थाओं की समन्वय बैठक वन विभाग मुख्यालय के पारिजात सभागार में दो सत्रों में सम्पन्न हुई। प्रदेश में वृक्षारोपण अभियान को आम जनमानस के सहयोग से महा अभियान के रूप में परिवर्तित करने की मा0 मुख्यमंत्री जी की पहल के क्रम आज पारिजात सभागार में ग्राम विकास, पंचायतीराज, राजस्व, कृषि, रेशम, पशुपालन, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, रेल विभाग, रक्षा विभाग व होमगार्ड विभागों के शीर्ष अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। साथ ही, विभिन्न संस्थाएं यथा IOC/ NTPC/HAL/NUPPL/HCL/ Hero MotoCorp/ AAI/NCC Directorate, बैकिंग संस्थाएं यथा-स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया, इण्डियन बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, आई0सी0आई0सी0आई0, एच0डी0एफ0सी0 आदि के साथ गहन समीक्षा की गई। समन्वय बैठक में वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 अरूण कुमार सक्सेना ने वृक्षारोपण अभियान को वृहद स्तर पर क्रियान्वित करने के लिए विभिन्न विभागों व संस्थाओं से सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग के खतरे पर मा0 प्रधानमंत्री व मा0 मुख्यमंत्री की चिन्ता को दृष्टिगत रखते हुए इसको शत-प्रतिशत सफल बनाना है। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा विभिन्न विभागों से समन्वय के लिए राज्य स्तर पर विभागीय नोडल अधिकारी नामित किए जा चुके हैं, जो विभागों के साथ मिलकर माइक्रो प्लान, अग्रिम मृदा कार्य, पौधों की सुरक्षा आदि विचार-विमर्श कर कार्य करेंगे।
वन मंत्री ने कहा कि विभिन्न संस्थाओं तथा बैंकिंग सेक्टर में सी0एस0आर0 फण्ड के माध्यम से रोपण क्षेत्र का अंगीकरण तथा रोपित पौधों की सुरक्षा/सिंचाई हेतु सहयोग प्राप्त किया जाये। व्यापक जन-जागरूकता अभियान में पर्यावरण संरक्षण, वृक्षावरण व वृक्षारोपण के महत्व, जल संरक्षण, स्वच्छता, प्लास्टिक के उपयोग को खत्म करना एवं ग्रामीणों द्वारा खाद/कम्पोस्ट का उपयोग आदि विषयों को प्राथमिकता दिया जाये। उन्होंने कहा कि आगामी 01 से 07 जुलाई तक वन महोत्सव में प्रभात फेरी, नुक्कड़ नाटक, चित्रकला प्रतियोगिता, निबन्ध लेखन, वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं संगोष्ठी आदि के माध्यम से व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया जाए।
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि हम प्रदेश के ढाई करोड़ किसानों से आह्वान करते हैं, कि प्रतीक किसान कम से कम एक पौधा अवश्य लगाएं। साथ ही अपने परिवार की तरह उसकी सुरक्षा और संरक्षण भी करें। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय में हम सभी ने ऑक्सीजन के अभाव को देखा, यदि हम वन क्षेत्र को बढ़ाएं तो सर्वत्र प्राकृतिक ऑक्सीजन की मात्रा लगातार बनी रहेगी। वनों के क्षेत्र को बढ़ाकर हम मौसम के समय में आ रहे अप्रत्याशित बदलाव और वैश्विक रुप से हो रहे जलवायु परिवर्तन की समस्या से आसानी से निपट सकेंगे। उन्होंने यह विश्वास जताया की 35 करोड वृक्षारोपण का लक्ष्य प्रदेश की 25 करोड से अधिक आबादी के लिए बहुत आसान लक्ष्य है। उन्होंने पौधारोपण के इस कार्य में लगी वन विभाग की टीम को अग्रिम शुभकामनाएं दी।
प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम से पूर्व प्लांनिंग की जाय कि क्लाईमेट जोन के अनुसार कौन-सा पौधा किस स्थान पर रोपित किया जाना है। वृक्षारोपण अभियान-2023 में फलदार पौधों को रोपित करने में वरीयता दी जाए, जिससे कि जनमानस श्रद्धाभाव से अभियान से जुडे़गा। वृक्षारोपण के कार्य में ग्राम प्रधानों का अधिक से अधिक सहयोग लिया जाय इसके लिए ब्लाक स्तर पर ग्राम प्रधानों की बैठक कर ली जाय। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण में छात्र-छात्राओं का सहयोग लिया जाना अच्छा प्रयोग होगा। इसके साथ ही सेवानिवृत्त हो चुके वरिष्ठ नागरिकों को भी इस अभियान से जोड़ा जाना लाभदायक होगा। वृक्षारोपण कार्य में प्रत्येक विभाग रूचि लेकर इसमे सहयोग करें। पौधे रोपित करने से लेकर उसकी सुरक्षा तक ध्यान रखने से वृक्षारोपण के उद्देश्य को पूरा किया जा सकता है। औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े प्रबुद्ध लोगों को भी वृक्षारोपण के कार्य से जोड़ा जाय। उन्होंने कहा कि विगत वृक्षारोपण के कार्यों की समीक्षा करनी चाहिए, जिससे वृक्षारोपण के कार्यों को पहले से और बेहतर किया जा सके।
प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम मे लोग बड़े उत्साह से प्रतिभाग कर पौधे रोपित करने का कार्य करते हैं। पौधे को रोपित करके न छोड़ा जाय बल्कि उसके फलने-फूलने तक उसकी सुरक्षा का इंतेजाम भी किया जाय। उन्होंने कहा कि जनसामान्य को जागरूक किया जाय कि अपने जन्मदिवस पर एक पौधा जरूर रोपित करें। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम सिर्फ प्रदेश सरकार का नही बल्कि समाज में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का है। जीवनदायिनी आक्सीजन के लिए सभी नागरिकों को वृक्षारोपण कार्यक्रम मे बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के अन्तर्गत आने वाले आईटीआई एवं कौशल विकास केन्द्रों के माध्यम से भी वृक्षारोपण कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया जायेगा।
प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संदीप सिंह ने कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का कार्य किया जाय। वृक्षारोपण कार्यक्रम को बेहतर ढंग से अधिक-से-अधिक पौधे रोपित किए जाएं, जिससे ग्लोबल वार्मिंग को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग वृक्षारोपण कार्यक्रम में सहयोग प्रदान कर रहा है। इस अभियान मंे कक्षा 06 से 08 तक के स्कूली बच्चों के द्वारा पौधे रोपित करने का कार्यक्रम किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में बच्चों के साथ परिवार को जोड़ने से बच्चों के माध्यम से फलदार पौधे घर तक पहुंचेंगे, जिससे उनका न्यूट्रीशिन भी बेहतर होगा।
आयोजित समन्वय बैठक में अपर मुख्य सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन श्री मनोज सिंह ने वृक्षारोपण अभियान-2023 का लक्ष्य, तैयारियों, पौधों की उपलब्धता, किये जा रहे प्रयासों व विगत वर्षों में प्राप्त लक्ष्यों के संबंध में विस्तार से अवगत कराया। इस अवसर पर प्रधान मुख्य संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष श्रीमती ममता संजीव दुबे, उपरोक्त विभागों के वरिष्ठ अधिकारी व वीडियो कांफ्रेसिंग के द्वारा सभी जनपदीय अधिकारी जुड़े रहे।

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