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आईआईसीए प्रमाणित सीएसआर पेशेवर कार्यक्रम के 8वें बैच का वर्चुअल उद्घाटन

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स (आईआईसीए) के स्कूल ऑफ बिजनेस एंड एनवायरनमेंट (एसओबीई) ने आज आईआईसीए प्रमाणित सीएसआर पेशेवर कार्यक्रम के 8वें बैच का वर्चुअल उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. आर.ए. माशेलकर ने “75 वर्ष में भारत: सीएसआर की भूमिका” विषय पर मुख्य भाषण दिया। उन्होंने अपना यह विजन साझा किया कि सीएसआर कैसे शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण समीकरण है: ई=एफ (शिक्षा भविष्य के बराबर है)। उन्होंने प्रभावी सीएसआर के पांच माशेलकर एजेंडा- एकीकरण, नवाचार, समावेशन, निवेश और प्रभाव मापन पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने समाज के सभी वर्गों, विशेषकर ग्रामीण और हाशिए पर रहने वाले समुदायों की संसाधनों और अवसरों तक समान पहुंच सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में सीएसआर फंड के निवेश को संतुलित करने, मूल्य निर्माण और सामाजिक प्रभाव के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कॉरपोरेट्स से अपनी सीएसआर पहलों को वहीं पेश करने का आग्रह किया, जहां उनकी वास्तव में आवश्यकता है। उन्होंने उनके गुणात्मक तथा मात्रात्मक दोनों मैट्रिक्स का उपयोग करके उनके परिणामों का मापन करने के लिए भी कहा। उन्होंने सभी से भारत की 75 वर्ष की तस्वीर देखने और इंडिया की 75 वर्ष की तस्वीर न देखने का अनुरोध करते हुए अपना भाषण समाप्त किया।

श्री एन.एम. प्रुस्टी ने सीएसआर के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण पर क्यों, कहां और कैसे पर अपना अभिज्ञान साझा किया और बताया कि सीएसआर को किस प्रकार उचित आवश्यकता मूल्यांकन और हितधारक जुड़ाव के माध्यम से व्यावसायिक लक्ष्यों और सामाजिक आवश्यकताओं के साथ जोड़ा जा सकता है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सीएसआर कर्मचारी संबंधों, ग्राहकों की वफादारी और ब्रांड प्रतिष्ठा को किस प्रकार बढ़ा सकता है। डॉ. गरिमा दाधीच ने आईआईसीए प्रमाणित सीएसआर पेशेवर कार्यक्रम का अवलोकन और आज की जिम्मेदारी के तेजी से बदलते हुए युग में सीएसआर पेशेवर के पोषण के महत्व पर जानकारी प्रदान की। उन्होंने वर्तमान परिदृश्य में सीएसआर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस प्रकार आईआईसीए का लक्ष्य ऐसे सक्षम सीएसआर पेशेवरों का एक समूह बनाना है, जो देश की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में योगदान दे सकें। उन्होंने आईआईसीए के महानिदेशक और सीईओ श्री प्रवीण कुमार का संदेश भी साझा किया और प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बधाई दी। इस कार्यक्रम का समापन मुख्य कार्यक्रम कार्यकारी द्वारा ब्लैकबोर्ड एलएमएस सत्र के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों को नौ महीने के ऑनलाइन कार्यक्रम की आपूर्ति के लिए उपयोग की जाने वाली ऑनलाइन शिक्षण प्रबंधन प्रणाली से परिचित कराया गया। उद्घाटन समारोह में लगभग 50 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें वरिष्ठ स्तर के कॉर्पोरेट, सरकार, शिक्षा और गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

आईआईसीए प्रमाणित सीएसआर व्यावसायिक कार्यक्रम नौ महीने का ऑनलाइन पाठ्यक्रम है जिसका उद्देश्य प्रतिभागियों को सीएसआर परियोजनाओं और कार्यक्रमों की योजना, कार्यान्वयन, निगरानी और मूल्यांकन के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण से सुसज्जित करना है। इस कार्यक्रम में सीएसआर के विभिन्न पहलुओं जैसे कानूनी ढांचा, नीति दिशानिर्देश, मानक, सर्वोत्तम प्रथाएं, रिपोर्टिंग, संचार और हितधारक प्रबंधन शामिल हैं। यह कार्यक्रम शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, आजीविका, लैंगिक समानता और आपदा प्रबंधन जैसे विभिन्न विषयगत क्षेत्रों के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है।

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