उत्तर प्रदेश

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं को बनाया जा रहा है स्वावलम्बी व आत्मनिर्भर: केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मा0प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा व सतत् मार्गदर्शन में  महिलाओं व बच्चों के जीवन स्तर में निरन्तर सुधार हो रहा है और इस दिशा में सरकार द्वारा बहुत सकारात्मक कदम उठाए गए हैं। देश व प्रदेश में पोषण आधारित विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं, जिनका प्रत्यक्ष असर भी दिखाई दे रहा है।आधी आबादी को पूरा अधिकार दिलाने  के लिए सरकार जनता के द्वार पर चलकर जा रही है।महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर में लगातार सुधार हो रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं को स्वावलम्बी व आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
श्री केशव प्रसाद मौर्य गुरुवार को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में आयोजित खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विषयक राष्ट्रीय स्तर की दो दिवसीय क्षेत्रीय कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में महिलाओं और बच्चों के जीवन स्तर में निरंतर सुधार हो रहा है! प्रदेश खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, लैंगिक समानता व सुशासन, अन्त्योदय और सबका साथ, सबका विकास के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश हर क्षेत्र में नित नये आयाम स्थापित कर रहा है।उत्तर प्रदेश में विकास की पवित्र गंगा बह रही है। भारतीय सांस्कृतिक सभ्यता के मूल्यों को पुनर्स्थापित किया जा रहा है। लोक कल्याण के आदर्श स्थापित हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश  हर क्षेत्र में नयी उड़ान भर रहा है। उत्तर प्रदेश, देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन है।
उप मुख्यमंत्री ने नारी शक्ति वन्दन अधिनियम की चर्चा करते हुए कहा कि देश की आधी आबादी को उनका हक देने तथा भारतीय लोकतंत्र को और अधिक मजबूत व सहभागी बनाने वाला मा0 प्रधानमन्त्री जी का यह कालजयी निर्णय विकसित भारत के निर्माण में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।
खाद्य, पोषण एवं स्वास्थ्य की दृष्टि से सरकार द्वारा मोटे अनाजों (श्री अन्न) को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे किसानों की आमदनी तो बढ़ ही रही है, पोषण की दृष्टि से भी बहुत उपयोगी है। कहा कि समूहों की दीदियों की आमदनी तो बढ़ी ही है, उनमें अभूतपूर्व उत्साह की  भी अभिवृद्धि हुयी है। प्रदेश में 1.20 करोड़ परिवारों को 8.71 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा गया है। बी सी सखी, बैंक सखी, विद्युत सखी,  आदि  अलग-अलग स्वरूप में काम कर न केवल अपने व अपने परिवार के उत्थान की ओर अग्रसर है, बल्कि देश व समाज के उत्थान में भी योगदान दे रही है, निःसन्देह इनके कार्य बेहद सराहनीय हैं और इनके कार्य क्षेत्र व सुविधाओ मे और अधिक इजाफा किया जायेगा।
उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि एक ग्राम पंचायत-एक बी सी सखी कार्यक्रम में 37642 बी सी सखी द्वारा रू 20587 करोड़ से अधिक की धनराशि का लेन-देन करते हुये रू 55 करोड़ से अधिक का लाभांश अर्जित किया गया है।
10242 विद्युत सखियों द्वारा रू 716 करोड़ का बिल कलेक्शन करते हुए रू 11 करोड़ से अधिक धनराशि का कमीशन अर्जित किया गया है। समूहों के माध्यम से बुन्देलखण्ड में बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी का संचालन किया जाना महिलाओं की आत्मनिर्भरता का ऐतिहासिक प्रयास है। उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने उपस्थित लोगों का आह्वान किया कि  14 से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलायें।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यशाला के दौरान खाद्य, स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वछता पोषण गतिबिधियो में किये गए उत्कृष्ट कार्यों एवं अनुभवों को साझा करते हुए और आगामी रणनीति तैयार करते हुए हम सब एक टीम के रूप में इसी प्रकार नवीन उर्जा, समर्पण, बेहतर समन्वय के साथ मा0 प्रधानमंत्री जी के सबका साथ सबका विकास, समानता एवं अन्त्योदय के लक्ष्य को हासिल करेंगे।
10 जनवरी से शुरू हुई इस राष्ट्रीय स्तर की दो दिवसीय क्षेत्रीय कार्यशाला में  ग्राम्य  विकास आयुक्त श्री जी एस प्रियदर्शी, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन निदेशक, श्रीमती दीपा रंजन, ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव, उप सचिव, अधिकारी गण तथा 16 राज्यों बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू एंड कश्मीर, गुजरात, लद्दाख, पंजाब, दमन दीव और दादर नगर हवेली, उत्तर प्रदेश एवं महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन  के अधिकारीगण, मौजूद रहे।

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