इंडोनेशिया ने बदला दक्षिण चीन सागर के एक हिस्से का नाम
दक्षिण चीन सागर में तनाव के बीच इंडोनेशिया ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए अपने अधिकार वाले जलक्षेत्र का नाम बदल दिया है।
इंडोनेशिया ने विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र (समुद्री क्षेत्र पर अधिकार) के दायरे में आने वाले दक्षिण चीन सागर के उत्तरी क्षेत्र का नाम नॉर्थ नटूना सी रख दिया है। इससे चीन के साथ उसका टकराव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
चीन पूरे दक्षिण सागर पर अपना अधिकार जताता है। वियतनाम, ताइवान, फिलीपींस, ब्रुनेई और मलेशिया भी इस पर अपना-अपना दावा करते हैं। चीन के रवैये से इस क्षेत्र में पहले से ही टकराव की स्थिति बनी हुई है। इंडोनेशिया के समुद्री संप्रभुता मामलों के उपमंत्री आरिफ ओग्रोसेनो ने शनिवार को नाम बदलने की जानकारी दी।
आरिफ ने कहा, “समुद्री क्षेत्र का नाम लगातार बदलने की जरूरत है, ताकि संयुक्त राष्ट्र को समुद्री सीमा के बारे में जानकारी दी जा सके। इससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस बात का पता चल सकेगा कि वह किस देश के क्षेत्र से होकर गुजर रहे हैं।”
समाचार चैनल सीएनएन के मुताबिक आरिफ ने बदले नाम के साथ नया नक्शा भी जारी किया है। नाम परिवर्तन वाला क्षेत्र चीन के नाइन-डैश-लाइन (इसे 10-डैश-लाइन या 11-डैश-लाइन के नाम से भी जाना जाता है) जलक्षेत्र के अंतर्गत आता है।
दक्षिण चीन सागर का यह क्षेत्र हैनान द्वीप के दक्षिण और पूर्व में सैकड़ों मील तक फैला है। चीन प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम पदार्थ से भरपूर पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा ठोकता है। इसके चलते पड़ोसी देशों के अलावा अमेरिका के साथ भी उसकी तनातनी चल रही है।
फिलीपींस भी बदल चुका है नाम
दक्षिण चीन सागर के विशेष हिस्से का नाम बदलने वाला इंडोनेशिया पहला देश नहीं है। इससे पहले वर्ष 2011 में फिलीपींस भी अपने जलक्षेत्र का नाम परिवर्तित कर चुका है। उसने इसका नाम पश्चिम फिलीपींस सागर रखा है। दो साल पहले वह चीन के साथ चल रहे क्षेत्रीय विवाद को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय भी ले गया था।
अदालत ने जुलाई, 2016 में फिलीपींस के हक में फैसला दिया था। चीन ने इस निर्णय को मानने से इन्कार करते हुए इसे तमाशा करार दिया था।