गंगाजल मिलाकर राहगीरों को पिलाया शरबत
गंगा दशहरा पर मानव उत्थान सेवा समिति ने रहागीरों को निश्शुल्क मीठा शरबत पिलाया। रामपुर रोड आइटीआइ मोड़ पर महात्मा तुरियानंद एवं सत्यबोधानंद ने शरबत वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर श्रद्धालुओं को गांव, शहर एवं नदियों को स्वच्छ रखने की शपथ दिलाई गई।
संस्था की स्थानीय शाखा प्रभारी महात्मा सत्यबोधानंद ने बताया कि ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी को हस्त नक्षत्र में मा गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। इसी दिन भागीरथ उन्हें धरती पर लाए थे। इसलिए इस दिन को गंगा दशहरा के नाम से जाना जाने लगा। लंबे समय बाद गंगा दशहरा हस्त नक्षत्र में पड़ा है। गंगा दशहरा सर्वार्थ सिद्घि और अमृत सिद्घि योग के साथ मनाया गया। कार्यक्रम के उपरांत भंडारा आयोजित किया गया। इस दौरान राधेश्याम आर्य, घनश्याम रस्तोगी, गणेश भाई, इंद्र सिंह नयाल, ज्वाला दत्त पाठक, कुंवर सिंह रौतेला, संजय पांडे, हेमा नेगी, प्रेमलता बिष्ट सहित बड़ी संख्या में संस्था से जुड़े लोग मौजूद रहे।
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मंदिर में किया हवन-पूजन
हल्द्वानी: श्री भारतीय त्रिपुरेश्वरी शक्तिपीठ का वार्षिकोत्सव भक्तिभाव से मनाया गया। इस मौके पर गणेश वंदना के बाद देवताओं का पूजन किया गया। महिलाओं ने सुंदरकांड का पाठ किया। हवन यज्ञ के साथ भगवान को प्रसाद का भोग लगया। इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष हर्षवर्धन पांडे, विनोद पांडे, चंद्रेश पांडे, पूरन कबड़वाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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सिख महिलाओं ने छबील लगाई
हल्द्वानी: सिखों के पांचवें गुरु अर्जुन देव के शहीदी पर्व पर ग्रूमिंग कौर सभा से जुड़ी सिख महिलाओं ने सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल के निकट छबील लगाकर शरबत का वितरण किया। संस्था की संस्थापक हरशीन अजमानी ने बताया कि संस्था का उद्देश्य महिलाओं को एक ऐसा मंच उपलब्ध कराना है, जहा पर वे अपनी छिपी हुई प्रतिभाओं को निखारकर अपने परिवार और समाज के लिए कुछ कर सकती हैं। समाज की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की प्रेरणा देना भी मकसद है। छबील वितरण में कंवलजीत कौर, अस्मित कौर, चरन साहनी, रितु, जसमीत कौर, सतपाल कौर, गुरप्रीत कौर, जसलीन कौर, रोजी, जितेंदर पाल सिंह, अमरजोत सिंह, इंदरजीत कौर आदि ने सहयोग किया।
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प्रवेश द्वार पर लगाए गए सुरक्षा पत्र
हल्द्वानी: गंगा दशहरा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने घर व अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान के प्रवेश द्वार पर द्वार पत्र लगाकर सुख-समृद्धि और सुरक्षा की कामना की। नदियों में स्नान कर भगवान का पूजन किया गया। रविवार को ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पर्व मनाया गया। बड़ी संख्या में भक्तों ने गार्गी नदी में स्नान किया। नदी के जल में खड़े होकर ओम नम: शिवाय का जाप किया गया। घर में भी स्नान कर विधि विधान से पूजा-अर्चना कर घर के बाहर पत्र लगाए गए। इसके साथ ही पितरों की तृप्ति के लिए प्रार्थना की गई। स्नान के समय दीपदान किया गया।