दुर्गम स्कूलों के विद्यार्थी चमके, सुगम स्कूलों के हाल बेहाल
देहरादून : उत्तराखंड बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम में दुर्गम स्कूलों के छात्र चमके हैं, जबकि सुगम के स्कूल फिसड्डी साबित हुए। संसाधन और शिक्षकों की भारी फौज के बावजूद मैदानी जिले रिजल्ट में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। पहाड़ी जनपद इनके मुकाबले कई बेहतर स्थिति में दिखाई पड़ते हैं।
मैदानी जनपदों में सरप्लस शिक्षक और तमाम संसाधनों के बावजूद परिणाम निराश करने वाला है। खासतौर से देहरादून, ऊधमसिंहनगर व हरिद्वार की बात करें तो तमाम शिक्षक यहां स्थानांतरण के लिए जी जान लगाए रहते हैं। लेकिन इनका रिजल्ट उस मुताबिक दिखाई नहीं दिया। बल्कि अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, टिहरी, चमोली व उत्तरकाशी आदि जिले कई ज्यादा बेहतर स्थिति में दिखाई पड़ते हैं।
खराब परीक्षा परिणाम ने इन जिलों के स्कूलों में तैनात शिक्षक ही नहीं बल्कि शिक्षा महकमे को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है। विभाग की फौज सालभर दून में डटी रहती है, लेकिन दून का भी प्रदर्शन लचर रहा। सुगम में तैनाती के लिए यहां एक-एक स्कूल में कई-कई दावेदार हैं। लेकिन इसके बावजूद रिजल्ट में सुधार नहीं दिख रहा। परीक्षा में छात्र-छात्राओं के पास प्रतिशत पर आकलन किया जाए तो टॉप थ्री में एकतरफा पहाड़ी जनपदों का वर्चस्व है। जबकि दून, हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर अंतिम पायदान पर खड़े हैं।
जिलेवार उत्तीर्ण प्रतिशत की स्थिति
इंटरमीडिएट
जनपद—————पास प्रतिशत
बागेश्वर————–87.64
रुद्रप्रयाग————-86.78
चंपावत————–86.03
नैनीताल————-85.49
चमोली————–85.28
पिथौरागढ़———–82.74
पौड़ी गढ़वाल——–80.26
टिहरी गढ़वाल——-74.66
अल्मोड़ा—————78.77
ऊधमसिंहनगर——–77.82
देहरादून—————-77.05
हरिद्वार—————71.84
उत्तरकाशी————71.78
हाईस्कूल
जनपद—————-पास प्रतिशत
पिथौरागढ़————-80.08
पौड़ी——————–79.41
रुद्रप्रयाग—————79.01
बागेश्वर—————78.45
चंपावत—————–77.22
चमोली—————–75.04
ऊधमसिंहनगर———74.64
नैनीताल—————-73.97
देहरादून—————-72.91
उत्तरकाशी————-70.15
टिहरी——————-69.93
हरिद्वार—————69.92
अल्मोड़ा—————-69.15