बैंकों में कैश की कमी, एटीएम पर टंगा नो कैश का बोर्ड –
बैंकों में एक बार फिर नोटबंदी जैसे हालात हो गए हैं। कैश की कमी के चलते बैंकों की शाखाओं में पर्याप्त कैश मिल पा रहा है। शहर के अधिकांश एटीएम पर तो नो कैश का बोर्ड टंगा है। सोमवार तक कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।
नोटबंदी को हुए पांच माह से ऊपर का समय बीत रहा है। इसके चलते लोगों में दहशत का माहौल रहा। हालांकि दो हजार पांच सौ रुपये के नए नोट चलन में आने के बाद धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होने लगी। साथ ही लोगों को कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिए प्रेरित किया जाने लगा ताकि नकदी का चलन कम होता जाए।
लेकिन, एक बार फिर नकदी का संकट खड़ा हो गया है। पिछले 10-12 दिन से बैंकों में नकदी की कमी बनी हुई। शहर के प्रमुख बैंकों पीएनबी, एसबीआइ, यूबीआइ, यूनियन बैंक, एचडीएफसी सहित अधिकांश बैंकों के एटीएम खाली पड़े हैं। बैंक शाखाओं में भी डिमांड के अनुरूप नकदी नहीं मिल पा रही है। एटीएम पर कैश के लिए पहुंच रहे लोग शहरभर चक्कर काट रहे हैं, लेकिन बैंकों के एटीएम से उलटे पांव लौटना पड़ रहा है।
एसबीआइ अंचल कार्यालय के उप प्रबंधक हरिओम रेखी के मुताबिक मुख्य शाखा में भी किल्लत बनी है। शाखाओं को थोड़ा-थोड़ा कैश दिया जा रहा है। आरबीआइ को नकदी की डिमांड भेजी हुई है। फिलहाल इधर-उधर से इंतजाम कर काम चलाया जा रहा है। वहीं पीएनबी मंडल प्रमुख अनिल खोसला के मुताबिक इस बार नकदी आने में देरी हो रही है। आरबीआइ से रविवार तक नकदी आने की उम्मीद है। ऐसा होता है तो सोमवार को हालात में सुधार हो जाएगा।
आरबीआइ देहरादून कार्यालय के महाप्रबंधक सुब्रत दास के मुताबिक बैंकों में नकदी की कमी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। कानपुर से देहरादून के लिए नकदी आती है। वहां से क्यों देरी हुई इसका पता किया जाएगा।