उत्तर प्रदेश

अधिक लाभ के लिए बाजार आधारित कृषि अपनायें किसान- बलदेव सिंह औलख

विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025 के प्रति कृषकों में उत्साहवर्धन करने हेतु कृषि राज्यमंत्री, श्री बलदेव सिंह औलख के द्वारा गुरुवार को ग्राम पिंडरा विकासखण्ड पिंडरा जनपद वाराणसी में आयोजित कृषक-वैज्ञानिक संवाद में प्रतिभाग किया गया। इस अवसर पर उन्होंने अन्नदाता किसानों को सुझाव दिया कि कृषि में अधिक लाभ प्राप्त करने हेतु बाजार आधारित कृषि कर अधिक उत्पादन प्राप्त करें, इसके साथ ही उत्पादित फसलों को प्रसंस्करण कर बेचने का प्रयास करें जिससे फसलों की लाभकारी मूल्य प्राप्त हो सके। मा0 राज्य मंत्री जी के द्वारा कृषको को सलाह दी गयी कि सरकार द्वारा संचालित योजना बीज वितरण, कृषि यंत्र की योजना, पी0एम0 कुसुम योजना आदि के अंतर्गत अनुदान उपलब्ध करायी जा रही ह,ै इसका लाभ प्राप्त करके अपनी खेती की लागत कम करें।
उन्होंने किसानों से अपील कि वे कृषक-वैज्ञानिक संवाद में अधिक से अधिक संख्या में प्रतिभाग कर नवीन शोध एवं तकनीको पर चर्चा कर लाभ उठायें। इस अवसर पर संयुक्त कृषि निदेशक वाराणसी श्री शैलेन्द्र शाक्य, उप कृषि निदेशक वाराणसी श्री अमित जायसवाल व कृषि विज्ञान केन्द्र वाराणसी के कृषि वैज्ञानिक व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं कृषि के सहवर्ती विभाग के अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
विधायक सवायज पुर जनपद हरदोई के श्री माधवेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा ग्राम पाण्डेयपुर विकासखण्ड भरखनी जनपद हरदोई में विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 के कृषक-वैज्ञानिक संवाद में प्रतिभाग किया गया। उन्होंने वैज्ञानिकों एवं कृषकों को प्रोत्साहित करते हुए उपस्थिति अन्नदाता किसानां को जलवायु परिर्वतन की स्थिति में लाभकारी उत्पादन हेतु जैविक एवं प्राकृतिक खेती, मृदा स्वास्थ प्रबन्धन, श्री अन्न का उत्पादन, करने का सुझाव दिया गया साथ ही मा0 विधायक जी द्वारा किसानों को वैज्ञानिकों से नवीन प्रजाति, शोध एवं तकनीकी खेती पर चर्चा कर अपनाने हेतु प्रेरित किया गया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र हरदोई के कृषि वैज्ञानिक, उप कृषि निदेशक हरदोई श्री सतीश कुमार पांडेय, कृषि एवं सहवर्ती विभाग के अधिकारी भी इस मौके पर उपस्थित रहें।
प्रदेश के 75 जनपदों में अब तक लगभग 6075 स्थानों पर विभिन्न गणमान्य जनप्रतिनिधि/कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि एवं सहवर्ती विभाग के अधिकारियों के साथ 8वें दिन तक लगभग 9,60,000 से अधिक किसानों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के प्रति
कृषकों में उत्साह बढ़ने के कारण आगामी दिवसों में कृषकों की प्रतिभागिता और अधिक बढ़ने की संभावना है।

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