अलीगढ़ के गांव में रहस्यमयी कीड़े का आतंक

अलीगढ़ जिले के मडराक क्षेत्र के भकरौला गांव में इन दिनों एक रहस्यमयी कीड़े की दहशत फैली हुई है. पिछले 23 दिनों में गांव के 23 लोग इस कीड़े का शिकार बन चुके हैं. हैरानी की बात यह है कि अब तक किसी ने इस कीड़े को ठीक से देखा भी नहीं है. ग्रामीणों का कहना है कि यह कीड़ा रात में काटता है और शरीर पर लाल-नीले निशान, सूजन और असहनीय जलन छोड़ जाता है.
इस अनदेखे हमले का सबसे दर्दनाक मामला 25 जून को सामने आया, जब गांव की मीरा देवी की कीड़े के डंक से मौत हो गई. उनके बेटे ने बताया कि रात में अचानक चीखने पर परिवार उन्हें लेकर मेडिकल कॉलेज भागा, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके. इससे पहले और बाद में कई बच्चे, महिलाएं और पुरुष इस रहस्यमय कीड़े के डंक का शिकार हो चुके हैं.
ग्रामीणों में इतना डर है कि खेतों में काम बंद है, बच्चे मच्छरदानी में सो रहे हैं, और लोग खुले पानी पर तेल छिड़क रहे हैं. परचून की दुकानें सुनसान हैं और गांव का रोजमर्रा का जीवन जैसे ठहर गया हो.
13 वर्षीय चेतन, जो ICU में 10 दिन भर्ती रहा, बताता है कि उसे नींद में जलन महसूस हुई और हाथ में घाव बन गया. वहीं, मीरा देवी की बहू सुनीता को दो बार काटा जा चुका है. अब वह घर पर बेड रेस्ट पर हैं.
वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि यह कोई उड़ने वाला कीड़ा हो सकता है, जो डंक के साथ विषैला केमिकल छोड़ता है. CMO डॉ. नीरज त्यागी ने बताया कि कीड़े की पहचान को लेकर जांच चल रही है और तीन विभागों की टीमें – वन विभाग, नगर निगम और पशुपालन – लगातार काम कर रही हैं. गांव में अब भी भय का माहौल बना हुआ है.