उत्तर प्रदेश

तंबाकू, पान, गुटखा खाने वाल पुजारी! मंदिर में पूजा नहीं कर पाएंगे

श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही प्रयागराज स्थित प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर में भक्तों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य कर दिया गया है. अब कोई भी श्रद्धालु मंदिर में पूजा-अर्चना या रुद्राभिषेक करने आएगा तो उसे मंदिर द्वारा निर्धारित पारंपरिक परिधान पहनना अनिवार्य होगा. मदिंर कमेटी की तरफ से लोगों को उचित और मर्यादित कपड़े पहन कर आने की हिदायत दी है.

पुरुषों के लिए धोती-कुर्ता और महिलाओं के लिए साड़ी या सलवार-सूट को मंदिर ने ड्रेस कोड के रूप में निर्धारित किया है. खासतौर से रुद्राभिषेक के दौरान पुरुषों को केवल धोती-कुर्ता और महिलाओं को साड़ी में ही पूजा करने की अनुमति दी जाएगी. श्रावण मास के चलते इस नियम को लागू किया जाएगा. जिससे परंपरा और मर्यादा बनी रहेगी. मंदिर प्रशासन की तरफ से ये फैसला लिया गया है. मदिंर समिति की तरफ से ये भी कहा गया है कि रुद्राभिषेक के लिए श्रद्धालुओं को मदिंर की तरफ से उचित कपड़ धोती-कुर्ता उपलब्ध कराए जाएगें.

मदिर प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय श्रद्धा, गरिमा और धार्मिक परंपराओं की मर्यादा बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है. मंदिर में कई बार श्रद्धालु आधुनिक या अनुचित परिधान में आ जाते हैं, जिससे पूजा स्थल की पवित्रता प्रभावित होती है.
मंदिर समिति ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि किसी श्रद्धालु के पास मंदिर अनुसार कपड़े नहीं हैं, तो उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है. मंदिर प्रशासन की ओर से धोती-कुर्ता या साड़ी उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि हर भक्त परंपरा अनुसार पूजा कर सके.

श्रावण मास के दौरान हजारों श्रद्धालु मनकामेश्वर मंदिर पहुंचते हैं, ऐसे में मंदिर प्रशासन ने साफ-सुथरी और मर्यादित व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है. मंदिर प्रबंधन का मानना है कि इस परंपरा से न केवल धार्मिक वातावरण की गरिमा बढ़ेगी, बल्कि भक्ति भाव में भी एक सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा.

मुख्य पुजारी मनकामेश्वर मंदिर श्री धरानंद स्वामी ने कहा कि पान तंबाकू को लेकर अभी निर्णय नहीं लिया गया है विचार चल रहा है.

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