सेहत

‘मौत की सजा नहीं है कैंसर’, कैंसर को ऐसे हराकर खुद डॉक्टर बनी एलिजा कोइराला,

Doctor’s Day Special: कैंसर एक खतरनाक बीमारी जरूर है, लेकिन इसे हराना संभव है। डॉक्टर एलिजा कोइराला की कहानी हमें यही सिखाती है। जिन्होंने न केवल ब्रेस्ट कैंसर को हराया, बल्कि खुद भी एक डॉक्टर बनीं। 

Doctor’s Day Special: कैंसर का नाम सुनते ही लोगों के पैर कांपने लगते हैं। उन्हें लगता है कि जिंदगी का अंत नजदीक है। लेकिन सही इलाज और मजबूत इच्छाशक्ति से इस खतरनाक बीमारी को धूल चटाई जा सकती है। ऐसी ही एक मिसाल नेपाल की 37 वर्षीय डॉक्टर एलिजा कोइराला ने बनाई है। उन्होंने ना सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर को मात दी, बल्कि खुद भी एक डॉक्टर बनकर दिखाया।

डॉ. एलिजा कोइराला साहस और दृढ़ संकल्प की मिसाल हैं। तीन साल पहले उन्हें एक ऐसी खबर मिली जिसने उनकी जिंदगी बदल दी। उनके दाहिने स्तन में ब्रेस्ट कैंसर निकला था। टेस्ट और इलाज पाने के लिए उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता में ट्रीटमेंट लेना शुरू किया। सही वक्त पर डॉक्टर को दिखाने का फैसला न केवल उनकी जान बचाने वाला था, बल्कि उनके भविष्य को भी आकार देने वाला था।

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