अपराध

ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा, आरोपी गिरफ्तार

चम्पावत। चम्पावत विकासखंड पाटी में बीते 14 जनवरी को ग्राम पखौटी निवासी रमेश सिंह उर्फ रामू चम्याल का शव वन चेतना केंद्र के बीच कलमठ में मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने रामू चम्याल के ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्रतार किया है। पुरानी रंजिश के चलते नशे में धूर्त होकर आरोपियों ने सिर पर डंडा मारकर और गला घोंटकर रमेश को मौत के घाट उतार दिया था। मिली जानकारी के अनुसार रामू चम्याल 11 जनवरी से घर से लापता चल रहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया था कि सिर पर चोट लगने और दम घुटने से रामू की मौत हुई थी। घटना के खुलासे के एसओजी समेत तीन टीमों का गठन किया गया था, जांच में सामने आने वाला जीवन सिंह चम्याल निवासी काफली सुनकोट पूर्व में सरपंच हुआ करता था। उसके बाद मृतक रामू की पत्नी को सरपंच बना दिया गया था। तब से रमेश और जीवन के बीच मनमुटाव चल रहा था। जीवन देवीधुरा में एक रेस्टोरेंट चलाता था।
एसपी के अनुसार मृतक रामू अत्यधिक नशे का आदी था। 11 जनवरी को रामू, जीवन, बसंत सिंह चम्याल निवासी ग्राम पखौटी, लक्ष्मण सिंह ऊर्फ लच्छू निवासी ग्राम लधौन और भूपाल सिंह ऊर्फ भुप्पी निवासी ग्राम भैसर्क ने सोनी रेस्टोरेंट में जमकर शराब पी। देर रात शराब पीने के बाद जीवन और अन्य चार लोगों के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि जीवन और उसके साथियों ने सिर पर डंडे से प्रहार कर रमेश को घायल कर दिया। उसके बाद उन्होंने हाथ से रमेश का गला भी घोंटा। इससे रामू की मौके पर ही मौत हो गई थी। 12 जनवरी की तड़के चारों आरोपियों ने होटल से पांच सौ मीटर दूर स्थित कलमठ में रामू का शव ठिकाने लगा दिया।
दरअसल, रामू चम्याल का शव वन चेतना केंद्र के बीच कलमठ में मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। जिस पर परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी। जिसके बाद पुलिस ने इस हत्या मामले का खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक धीरेंद्र सिंह गुंज्याल ने बताया की मुखबिर और गवाह की जानकारी के बाद चार अभियुक्तों को गिरफ्रतार किया गया है। आरोपियों ने स्वीकार किया है कि यह उन्होंने नशे की हालत में घटना को अंजाम दिया है।

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