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पीयूष गोयल ने राष्ट्रीय स्टार्टअप सलाहकार परिषद (एनएसएसी) की चौथी बैठक की अध्यक्षता की

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्टार्टअप सलाहकार परिषद (एनएसएसी) की चौथी बैठक की अध्यक्षता की।

इस मौके पर बोलते हुए श्री पीयूष गोयल ने स्टार्टअप इकोसिस्टम के निर्माण के लिए निरंतर सरकारी सहयोग का भरोसा दिलाया। उन्होंने एनएसएसी के सदस्यों द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की और उनसे टियर-2 व टियर-3 शहरों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा, जहां सीमित मात्रा में उद्यम पूंजी निवेश उपलब्ध है। उन्होंने आज के दौर में क्षमता निर्माण और कम उद्यम पूंजी वाले शहरों में स्टार्टअप को प्रोत्साहन देने वाली सरकारी योजनाओं के बारे में जागरुकता फैलाने पर भी जोर दिया। परिषद के सदस्य अलग-अलग राज्यों में जाकर स्टार्टअप उद्यमियों और शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों से मिल रहे हैं और ऐसे रास्ते खोज रहे हैं, जिनसे स्टार्टअप इकोसिस्टम को और ऊर्जावान किया जा सके।

परिषद ने स्टार्टअप का स्वामित्व मूल प्रायोजकों के पास सुरक्षित रखने, भारत में निगमन, भारत में सूचीबद्धता और नवाचार गढ़ों के निर्माण पर अपने विचार रखे। सदस्यों ने भी पहले की एनएसएसी बैठकों में प्रदर्शित किए गए कार्यक्रमों, जैसे- नेशनल मेंटरशिप प्रोग्राम, इंवेस्टर-स्टार्टअप मैचमेकिंग पोर्टल, इंक्यूबेटर डिवेल्पमेंट प्रोग्राम आदि; उनमें हुई प्रगति को भी साझा किया।

श्री पीयूष गोयल ने नाविक ग्रांड चैलेंज का शुभारंभ भी किया, जिसका उद्देश्य जियो-पोजिशनिंग समाधान के तौर पर नाविक को बढ़ावा देना है, जो डिजिटल आत्मनिर्भरता के लिए एक अहम तत्व है। इस ग्रैंड चैलेंज के लिए आवेदन स्टार्टअप इंडिया की वेबसाइट (www.startupindia.gov.in) पर किए जा सकते हैं और इसका उद्देश्य नाविक सक्षम ड्रोन के विकास में शामिल स्टार्टअप्स की पहचान करना, उनके सामने आने वाली चुनौतियों की पहचान और उनका समाधान उपलब्ध करवाना है।

उद्योग सवर्धन एवम् आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ने राष्ट्रीय स्टार्टअप सलाहकार परिषद का गठन सरकार को देश में नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने वाले माहौल को तैयार करने के लिए किया था, ताकि देश को सतत आर्थिक विकास की ओर उन्मुख किया जा सके व बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित किए जा सकें।

पदेन सदस्यों के अलावा परिषद में गैर-आधिकारिक सदस्य भी हैं, जो अलग-अलग हिस्सेदारों का प्रतिनिधित्व करते हैं, इनमें सफल स्टार्टअप के संस्थापक, भारत में बड़ी कंपनियों को खड़ा करने वाले दिग्गज, निवेशकों के हितों का प्रतिनिधित्व करने योग्य व्यक्ति, स्टार्टअप को प्रोत्साहन देने वाले लोग, स्टार्टअप के हिस्सेदारों के संगठनों के प्रतिनिधि व औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हैं।

यह अपनी तरह का एक अनूठा समूह है, जहां नीति बनाने की प्रक्रिया, स्टार्टअप इकोसिस्टम में शामिल सभी अहम हिस्सेदारों के बीच सहभागिता से आगे बढ़ती है।

अंतरिक्ष विभाग के सचिव ने नाविक की क्षमताओं को मजबूत करने और इससे जुड़े सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर का एक समग्र परितंत्र बनाने की दिशा में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। बैठक में प्रसार भारती ने स्टार्टअप चैंपियन्स 2.0 के दूसरे संस्करण का ट्रेलर भी दिखाया, जिसे आने वाले महीनों में दूरदर्शन के अलग-अलग चैनलों पर प्रकाशित किया जाएगा।

इस बैठक में भारत के मौजूदा स्टार्टअप इकोसिस्टम से जुड़े कुछ अहम लोगों ने हिस्सा लिया। इनमें सॉफ्टबैंक इंडिया के भारत प्रमुख श्री मनोज कोहली, रिविगो सर्विस के संस्थापक और सीईओ दीपक गर्ग, अर्बन कंपनी के सह-संस्थापक श्री अभिराज बहल, स्नैपडील के सह-संस्थापक और सीईओ श्री कुणाल बहल, इंफोएज के संस्थापक और कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री संजीव बिखचंदानी, जेस्टमनी की सह-संस्थापक और सीईओ लिजी चैपमैन, आईआईएम अहमदाबाद से श्री कुणाल उपाध्याय, सेकोइया कैपिटल से श्री राजन अनंदन, इंडियन वेंचर एंड अल्टरनेट कैपिटल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री कार्तिक रेड्डी, एक्सेल से श्री पार्शनाथ प्रकाश और अन्य लोगों ने हिस्सा लिया।

बैठक के दौरान सदस्यों ने स्टार्टअप इकोसिस्टम के बारे में कई दिलचस्प अंदरूनी जानकारियां और विचार साझा किए व अलग-अलग कार्यक्रमों से कैसे स्टार्टअप इकोसिस्टम को और मजबूत किया जा सकता है, उसके ऊपर अपने सुझाव दिए।

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