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उच्‍च गुणवत्‍ता वाली शिक्षा के लिए व्‍यवस्‍था सुधारें: उपराष्‍ट्रपति

नई दिल्ली: उपराष्‍ट्रपति श्री एम.वेंकैया नायडू ने विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्‍थानों से व्‍यवस्‍था में लगातार सुधार लाने और उच्‍च शिक्षा प्रदान करने वाले संस्‍थानों से देश में गुणवत्‍ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया है।

        आज चेन्नई में वीईएलएस इंस्‍टीट्यूट ऑफ साइंस, टेक्‍नॉलजी एंड एडवांस्ड स्‍टडीज के 9वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए, श्री नायडू ने तेजी से विकसित हो रही दुनिया में प्रौद्योगिकी में नित हो रहे बदलाव का उल्लेख किया और छात्रों को अपने चुने हुए क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन के लिए अपने ज्ञान और कौशल को नियमित रूप से समय के अनुरूप ढालने की सलाह दी।

      देश की समृद्धि और विकास में तेजी लाने के लिए गुणवत्‍तायुक्‍त शिक्षा की जरूरत पर जोर देते हुए उपराष्‍ट्रपति ने उच्‍च शिक्षण संस्‍थाओं से अपने यहां ज्ञान और अनुसंधान के नए अवसर उपलब्‍ध कराने की इच्‍छा व्‍यक्‍त की। विकास की नई ऊंचाईयों की ओर कदम बढ़ाते समय ग्रामीण भारत की उपेक्षा नहीं किए जाने का हवाला देते हुए उन्‍होंने समग्र और समावेशी विकास का आह्वान किया।

        प्रौद्योगिकी को समाज में समानता लाने का एक लोकतांत्रिक जरिया बताते हुए श्री नायडू ने छात्रों और युवाओं से कहा कि वे अपने गांवों, कृषि और संबद्ध उद्योगों की तकनीकी जरूरतों का ध्यान रखें। उन्होंने ग्रामीण विकास के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने और ग्रामीण-शहरी विभाजन को कम करने का आह्वान भी किया।

       उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रौद्योगिकी के जरिए ग्रामीण जीवन और अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों का समाधान तलाशा जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि भारत गांवों में बसता है और देश का विकास गांवों के विकास पर निर्भर करता है। उपराष्‍ट्रपति संस्‍थान के छात्रों से कहा कि उनके पास फार्मेसी के लिए पहले से ही एक बेहतरीन संकाय है,  ऐसे में उनके संस्थान को कृषि, बागवानी और पशु चिकित्सा विज्ञान के पाठ्यक्रम शुरू करने के बारे में भी सोचना चाहिए।

      श्री नायडू ने छात्रों और युवाओं से आधुनिक जीवन शैली के विकर्षणों का शिकार न होने और स्‍वस्‍थ रहने के लिए जंक फूड त्‍यागने की सलाह दी। गैर संचारी रोगों के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए उन्‍होंने लोगों को अपनी जीवन शैली और खानपान की आदतें बदलने की सलाह भी दी।

      उपराष्‍ट्रपति ने इस अवसर पर रक्षा विभाग के अनुसंधान और विकास सचिव तथा रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्‍यक्ष डॉ.जी सतीश रेड्डी, पूर्व भारतीय एथलीट श्रीमती पीटी ऊषा और केरी इंडेव लॉजिस्टिक्‍स प्राइवेट लिमिटेड के अध्‍यक्ष श्री एस.जेवियर ब्रिटो मानद उपाधि (ऑनोरिस कॉसा) पुरस्‍कार प्रदान किया।

      इस अवसर पर वीईएलएस विश्‍वविद्यालय के संस्‍थापक अध्‍यक्ष और कुलपति डॉ. इशारी के गणेश,विश्‍वविद्यालय के उप कुलपति डॉ. पी स्‍वामीनाथन अकादमी परिषद् और प्रबंधन बोर्ड के सदस्‍यगण, छात्र और संकाय के सभी सदस्‍य तथा अन्‍य गणमान्‍य लोग भी उपस्थित थे।

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