त्रिवेंद्र की फेसबुक पर किसानों से ‘मन की बात’
ट्विटर पर सक्रियता के बाद अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने फेसबुक को आम जनता से मुखातिब होने के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री की ‘मन की बात’ की तर्ज पर मंगलवार को मुख्यमंत्री ने फेसबुक के जरिये किसानों को संबोधित कर उनकी समस्याओं के निराकरण का भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ट्विटर पर काफी समय से सक्रिय हैं। उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर किसी भी घटना की प्रतिक्रिया तुरंत सामने आती है। अब सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कदम बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने फेसबुक पर किसानों की समस्याओं और सरकार की योजनाओं की जानकारी को साझा किया है। उन्होंने लिखा, ‘आज मैं आपसे कुछ कहना चहता हूं। खासकर, आपकी आमदनी को लेकर। मैं जानता हूं जितनी मेहनत और लागत आपकी लगती है, उसके मुकाबले जो मिलता है, वह बेहद कम है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का जो लक्ष्य रखा है, उसे हम पूरा करेंगे।’
मुख्यमंत्री ने आगे लिखा है कि सरकार बीज से लेकर बाजार तक एक ऐसी व्यवस्था कायम करना चाहती है, जिससे किसानों को उनके उत्पाद का लाभकारी मूल्य मिल सके। उत्पादों की प्रोसेसिंग कर उन्हें बाजार में बेहतर दाम उपलब्ध हों, यह संकल्प सरकार ने लिया है। इसी पहल के प्रथम चरण में एक लाख तक का कर्ज दो प्रतिशत ब्याज पर मुहैया कराया जाएगा। किसान के हित में विभागों का एकीकरण किया जाएगा। जल्द ही सरकार नर्सरी एक्ट बनाने जा रही है। मतलब, अगर किसान नर्सरी से पौधा खरीदता है, तो पौधे की गुणवत्ता की जिम्मेदारी नर्सरी संचालकों की होगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे लिखा है कि बदलते समय के साथ खेती की जरूरत बदल रही है। अब न्याय पंचायत स्तर पर एक फील्ड अफसर तैनात किया जाएगा। हर तीन महीने में फील्ड ऑडिट किया जाएगा। जवाबदेही के लिहाज से सचिव स्तर के अधिकारी इस कार्यक्रम की लगातार निगरानी करेंगे। किसानों को लाभकारी मूल्य देने के लिए कई कृषि उत्पादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है। अधिकारियों को चेताते हुए मुख्यमंत्री ने फेसबुक पर लिखा, ‘मैं यह कहना चाहता हूं कि किसान समुदाय का हित मेरी लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। सरकार 24 घटे आपकी सेवा में तत्पर हैं। अधिकारी सहयोग न करें तो मुझसे शिकायत करें। आप अन्नदाता है, आपसे यह राज्य है, इसलिए आपका हित हमारे लिए सर्वोपरि है।’
गौरतलब है कि सोमवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के देहरादून आगमन पर कांग्रेस ने उन्हें एक ज्ञापन देकर उत्तराखंड में किसानों की दुर्दशा का आरोप लगाया था। समझा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने परोक्ष रूप से कांग्रेस के आरोपों का फेसबुक के माध्यम से इस तरह जवाब दिया।