देश-विदेश

नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा दीन द्याल अन्त्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वसहायता समूह के सर्वश्रेष्ठ निष्पादन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया जाना

नई दिल्लीः केंद्रीय ग्रामीण विकास, पंचायती राज तथा खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर सोमवार, 11 जून, 2018 को दीन द्याल अन्त्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के अंतर्गत स्वसहायता समूह के सर्वश्रेष्ठ निष्पादन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे। स्वसहायता समूह (एसएचजी) को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का आशय सामुदायिक संस्थानों के उल्लेखनीय निष्पादन को लोकप्रिय बनाना तथा गरीब समुदाय के सदस्यों के बीच गर्व की भावना का संचार करना है। सर्वश्रेष्ठ निष्पादन वाले एसएचजी तथा ग्राम संगठनों को पुरस्कार प्रदान करने की शुरूआत डीएवाई-एनआरएलएम ने 2016-17 में शुरू की थी। आकलन वर्ष 2017-18 के लिए 34 एसएचजी को डीएवाई-एनआरएलएम को राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने के लिए चुना गया है जो 11 जून, 2018 को ए. पी. शिंदे हाल, पूसा, दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दिए जायेंगे।

डीएवाई-एनआरएलएम पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ निष्पादन करने वाले समुदाय आधारित संगठनों (स्वसहायता समूह तथा ग्राम संगठन) को एसआरएलएम से प्राप्त नामांकनों की जांच के पश्चात प्रदान किए जाते हैं। चयन प्रक्रिया इस प्रकार अपनाई गई है कि स्वसहायता समूह का पहले उनके बहुत से संकेतों यथा संस्थान निर्माण-क्षमता निर्माण, वित्तीय समावेश, आजीविका, अभिसरण इत्यादि का पहले आकलन किया जाता है तथा तत्पश्चात पुरस्कार प्राप्ति हेतु क्रमशः एसआरएलएम द्वारा नामांकन किया जाता है। इस प्रकार प्राप्त आवेदनों की डीएवाई-एनआरएलएम की राष्ट्रीय इकाई द्वारा जांच की जाती है तथा पुरस्कार पाने वालों की सूची तैयार की जाती है। पुरस्कारों ने पूरे देश में राज्य मिशनों को बेहतर निष्पादन के लिए प्रेरित किया है तथा इससे राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान भी इस कार्यक्रम की ओर आकर्षित हुआ है। स्वसहायता समूह के द्वारा जुटाए गए वित्तीय स्रोतों से वे आजीविका के कार्यकलाप तथा सहायक गतिविधियां, भेड़ एवं बकरी पालन, उद्यान, परिवहन के स्थानीय साधन, दुधारू पशुपालन, बोरवेल के माध्यम से सिंचाई की बढ़ोतरी, बढ़ईगिरी इत्यादि बड़ी मात्रा में शुरू कर पाए हैं। एनएसजी इस बात का जीताजागता उदारहण है कि किस प्रकार मूल प्रजातांत्रिक तथा वित्तीय सिद्धांतों की क्रमिक व्यवस्था से सामूहिक दृष्टिकोण द्वारा गृहस्थी की आजीविका में बदलाव लाया जा सकता है। एसएचजी ने लोक भलाई के लिए बहुत से सामुदायिक स्तर की गतिविधियों में योगदान दिया है। इनमें एसबीएम कोष के प्रयोग से घरेलू शौचालय बनाने के लिए, पर्यावरणीय स्वच्छता, ठोस कचरा प्रबंधन के प्रति जागरूकता लाना तथा सामान्य ग्रामीणों के रखरखाव में मदद करना शामिल है। सदस्य अपनी सामाजिक जिम्मदारियों के प्रति सचेत हैं और उन्होंने बहुत सी सामूहिक गतिविधियां शुरू की हैं। इनमें बाल श्रम, गैर कानूनी ढंग से शराब निकालना, बाल विवाह आदि के विरूद्ध अभियान चलाना शामिल है। एसएचजी में प्रगतिशील समुदाय आधारित संस्थान की ठोस विशेषताएं देखने में आई हैं।

बुनियादी विकास में तीव्रता लाने के लिए केंद्रीय ग्रामीण विकास, पंचायती राज तथा खान मंत्री एनआरएलएम सर्वश्रेष्ठ पद्धति सारसंग्रह तथा स्वसहायता समूह उत्पाद सूची पत्र  का भी विमोचन करेंगे। डीएवाई-एनआरएलएम के अंतर्गत 24 चुनिंदा सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों के सारसंग्रह से राज्य मिशनों के सफल कार्यान्वयन तथा नवाचार से पारस्परिक शिक्षण की सुविधा मिलेगी, ग्रामीण विकास मंत्रालय डीएवाई-एनआरएलएम में सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों पर कार्यशालाएं आयोजित करता आया है। ऐसी प्रथम कार्यशाला अगस्त , 2016 के दौरान आयोजित की गई थी तथा 2017 के शुरू में इसके ऊपर प्रलेख प्रकाशित किया गया था। दूसरी वर्कशाप फरवरी, 2018 में नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। दूसरी वर्कशाप के दौरान सामुदायिक संस्थानों तथा क्षमता निर्माण, कौशल निर्माण, वित्तीय समावेश, कृषि तथा गैर कृषि आजीविकाएं तथा स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सर्वश्रेष्ठ पद्धतियां एवं नवाचार प्रस्तुत थे। जारी दस्तावेज व्यापक प्रसार तथा अनुकूलन के लिए सर्वश्रेष्ठ पद्धतियां तथा नवाचार पेश करते हैं।

एसएचजी उत्पादों का सूची पत्र भी जारी किया जाएगा। एसएचजी उत्पाद सूची पत्र में एसएचजी द्वारा निर्मित उत्पादों यथा हाथ से बनाए उत्पाद, विभिन्न परंपरागत कलाओं के प्रदर्शन वाले हैडलूम, रेशमी तथा सूती कपड़े, सजावटी वस्तुएं आदि हथकरघा- लकड़ी तथा चीनी मिट्टी के उत्पाद, पटसन की वस्तुएं, कबिलो के आभूषण, खाद्य उत्पाद, फर्नीचर, चमड़े के सामान आदि उत्पादों की बहुत सी श्रृंख्लाएं उपलब्ध हैं। इनमें एसएचजी के संपर्क सूत्र तथा मूल्य भी दर्शाए गए हैं। सरस आजीविका मेला डीएवाई-एनआरएलएम का एक वार्षिक कार्यक्रम है तथा इसका उद्देश्य ग्रामीण कारीगरों को अपना कौशल तथा उत्पाद प्रदर्शित करने तथा अपने उत्पादों के लिए बाजार संपर्क बढ़ाने का प्लेट फार्म उपलब्ध कराना है।

Related Articles

Back to top button