48 घंटे तक चार एटीएम में स्कीमिंग डिवाइस लगाकर खंगाल लिए खाते
देहरादून : एकाउंट से पैसे खंगालने के मामले में दून पुलिस के चेहरे की हवाइयां उड़ी हुर्इ है। साइबर ठगी के मामले में एक नए खुलासे से पता चला है कि दून के चार एटीएम पर एक और दो जुलाई के बीच स्कीमिंग डिवाइस लगाकर एटीएम कार्ड की क्लोनिंग की गर्इ। इन 48 घंटों में जितने भी लोगों ने यहां से पैसे निकाले वो धाखाधड़ी का शिकार हुए हैं। फिलहाल पुलिस ने संबंधित इलाके के होटल-धर्मशालाओं और रेस्टोरेंट को जांच के दायरे में ले लिया है।
देहरादून में साइबर ठगी से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह से चौकस नज़र आ रही है। सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद पुलिस को कर्इ अहम सुराग हाथ लगे हैं। इन चार एटीएम की फुटेज चेक करने के दौरान स्कीमिंग डिवाइस लगाते और निकालते समय की फुटेज पुलिस के हाथ लगी है।
दरअसल दून पुलिस ने एसबीआइ जोगीवाला, राजीवनगर, और धर्मपुर के पीएनबी, एसबीआइ स्थित एटीएम की एक से दो जुलार्इ के बीच की फुटेज खंगाली। इसमें एक शख्स एटीएम से स्कीमर और खुफिया कैमरे निकालता दिखार्इ दिया।
एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि इस सुराग के बाद आसपास के होटल और धर्मशालाओं में ठहरने वालों की सूची तैयार कर उनका वेरिफिकेशन किया जा रहा है। एटीएम के आसपास लगे निजी प्रतिष्ठानों की सीसीटीवी फुटेज भी निकलवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस जांच में कई अहम कड़ियां हाथ लगी हैं, जिन्हें एक-दूसरे से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं जयपुर और दिल्ली के दस एटीएम की फुटेज की भी क्रॉस चेकिंग कर एटीएम कार्ड क्लोनिंग के कनेक्शन के तार दून-जयपुर और दिल्ली में भी तलाशे जा रहे हैं।
जयपुर में 22 संदिग्ध पुलिस के रडार पर
दून के चार एटीएम से कार्ड्स की क्लोनिंग कर रुपयों की निकासी जयपुर और दिल्ली के पांच-पांच एटीएम से की गई है। जयपुर पुलिस इन एटीएम में आए ऐसे लोगों की फुटेज निकाल रही है, जो कार्ड स्वैप कराने के बाद बगैर पैसे निकाले चले गए या फिर दो से अधिक कार्डों का प्रयोग किया। सूत्रों की मानें तो ऐसे 22 संदिग्धों की पहचान की गई है, जिनका अब सत्यापन किया जा रहा है। जयपुर पुलिस ने गोपनीय तौर पर यह जानकारी दून पुलिस से भी साझा की है।
दिल्ली के पांच एटीएम की नहीं मिल पाई फुटेज
एसएसपी एसटीएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि जयपुर के एटीएम के फुटेज मिल गए हैं, लेकिन दिल्ली के एटीएम की पूरी फुटेज अभी तक नहीं मिल पाई है। वहां से फुटेज मिलने के बाद ही सभी फुटेज में दिख रहे संदिग्धों की पहचान करने का प्रयास किया जाएगा।
जारी होंगे संदिग्धों के स्केच
दून पुलिस जल्द ही संदिग्धों की पहचान के लिए उनके स्केच और फोटोग्राफ भी जारी कर सकती है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि यह तब किया जाएगा, जब होटलों आदि के सत्यापन में संदिग्धों की पहचान करने में मुश्किल आएगी।