उत्तर प्रदेश

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ समारोह पर ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना का शुभारम्भ किया

लखनऊउत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ समारोह के अवसर पर आज ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर योजना के प्रथम चरण में 1500 लाभार्थियों को उन्नत टूल किट और प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी ने मंच से 09 टेªडों-दर्जी, सुनार, बढ़ई, नाई, मोची, कुम्हार, लोहार, राजमिस्त्री तथा हलवाई के 27 लाभार्थियों को उन्नत टूल किट और प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किए।

समारोह में राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी ने प्रख्यात पर्वतारोही सुश्री अरुणिमा सिन्हा को भी पुरस्कृत किया गया। मुख्यमंत्री जी ने सुश्री अरुणिमा सिन्हा की उपलब्धियों के लिए उन्हें 11 लाख रुपये का पुरस्कार देने की भी घोषणा की। कार्यक्रम में हस्तशिल्प, हथकरघा, उद्यमिता तथा खेल आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियांे और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार भी प्रदान किए गये। इन पुरस्कारों में विशिष्ट हस्तशिल्प प्रादेशिक पुरस्कार वर्ष 2018-19, प्रादेशिक लघु उद्यमी पुरस्कार वर्ष 2018-19, राज्य स्तरीय निर्यात पुरस्कार एवं सन्त कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार प्रमुख हैं। इस अवसर पर स्मार्ट सिटी मिशन तथा अमृत योजना की लगभग 800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया।

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में राज्यपाल जी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सर्वाेत्तम प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है। इस कार्य में उन्हें प्रदेश के मंत्रिगण, अधिकारीगण और प्रदेशवासियों का सहयोग मिल रहा है। उत्तर प्रदेश दिवस समारोह में आज अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त खिलाड़ियों से लेकर सड़क के किनारे व्यवसाय करने वाले, सभी का सम्मान किया गया है। अपराधों पर नियंत्रण तथा सुरक्षा व्यवस्था बेहतर होने के कारण निवेशक राज्य में निवेश में रुचि ले रहे हैं।

प्रदेशवासियों को उत्तर प्रदेश दिवस की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि यद्यपि यह उत्तर प्रदेश का 69वां स्थापना दिवस है, किन्तु शासकीय स्तर पर इसका यह दूसरा आयोजन है। राज्यपाल श्री राम नाईक जी को इसकी प्रेरणा बताते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्यपाल जी प्रदेश और जनहित के लिए समर्पित हैं। उन्होंने राजभवन के दरवाजे आमजन के लिए खोले हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत दो वर्षाें में उत्तर प्रदेश तेजी से विकास पथ पर आगे बढ़ा है। राज्य की विकास दर बढ़ी है। यह एक व्यक्ति की नहीं, टीम की उपलब्धियां हैं। यह प्रदेश की 23 करोड़ आबादी की ताकत तथा सामूहिक पुरुषार्थ का फल है। मंत्रियों, अधिकारियों, कार्मिकों आदि के सतत् परिश्रम के परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश देश के उभरते राज्यों में स्थान बना रहा है। वह दिन दूर नहीं है जब उत्तर प्रदेश, यूपी इन्वेस्टर्स समिट-2018 में प्रधानमंत्री जी द्वारा दिये गये लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों को बिना किसी भेदभाव के योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराया है। हमारी सरकार ने दंगा मुक्त, गन्दगी मुक्त तथा भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाया है। पौने दो वर्ष में प्रदेश में 01 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ है। इससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सामने आये हैं। राज्य सरकार ने 02 लाख 25 हजार नौकरियां दी हैं। प्रदेश में अब पारदर्शी तरीके से भर्तियां हो रही हैं।

 उत्तर प्रदेश विभिन्न क्षेत्रों में प्रथम स्थान पर है। खाद्यान्न उत्पादन में भी प्रदेश ने प्रथम स्थान प्राप्त कर लिया है। पर्यटन, स्वच्छता आदि में प्रदेश पहले स्थान की ओर आगे बढ़ रहा है। प्रयागराज कुम्भ के अभी दो स्नानों में 03 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। सभी 06 स्नानों के पश्चात श्रद्धालुओं की संख्या 15 करोड़ पार कर जाएगी, जो कि एक रिकाॅर्ड होगा।

मुख्यमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश दिवस और सम्मानित विभूतियों को बधाई देते हुए कहा कि आज यहां 193 विभूतियों को पुरस्कृत किया गया है। इन महानुभाव के योगदान से प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ा है। हस्तशिल्पियांे और लघु उद्यमियों के योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि एक वर्ष में प्रदेश से लगभग 90 हजार करोड़ रुपये का निर्यात किया गया है, जो कि एक रिकाॅर्ड है। यह उपलब्धि टीम वर्क से हासिल हुई है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत वर्ष उत्तर प्रदेश दिवस के शुभारम्भ के अवसर पर ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ योजना का भी शुभारम्भ हुआ था। इस योजना के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों के परम्परागत उत्पादों से सम्बन्धित उद्यमों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं जैसे वित्तीय सहायता, पैकेजिंग, मार्केटिंग, ब्राण्डिंग आदि की मदद दी गयी है। इससे प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को पुनर्जीवन मिला है। ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के लिए इससे सम्बन्धित लोगों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस योजना के माध्यम से अब तक 78,000 लाभार्थियों को 7,500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध करायी गयी है। आगामी पाँच वर्षों में ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना के तहत 20 लाख रोजगार सृजित किये जाएंगे।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर आज विशिष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया गया है। 08 महिला खिलाड़ियों को लक्ष्मीबाई पुरस्कार तथा 08 पुरुष खिलाड़ियों को लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पुरस्कार स्वरूप प्रत्येक महिला खिलाड़ी को 03 लाख 11 हजार रुपये नकद, रानी लक्ष्मीबाई की कांस्य प्रतिमा एवं प्रशस्ति पत्र तथा पुरुष खिलाड़ी को 03 लाख 11 हजार रुपये नकद, लक्ष्मण जी की कांस्य प्रतिमा एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया है।

इस अवसर पर मुख्य सचिव को राजकीय सेवाओं में खिलाड़ियों के कोटे के रिक्त पदों को शीघ्र भरने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुरस्कृत खिलाड़ियों की प्रतिभा का लाभ युवाओं और अन्य उभरते हुए खिलाड़ियों को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर गांव में युवक मंगल दल के गठन तथा उन्हें खेलों की किट उपलब्ध करायी जानी चाहिए। प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारम्भ की गयी ‘खेलो इण्डिया खेलो’ के तहत प्रारम्भ की गयी योजनाआंे को लागू करेगी।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश को मिनी भारत के नाम से जाना जाता है। प्रदेश में साक्षरता बढ़ने के साथ ही लोगों में आत्मनिर्भरता की भावना बढ़ी है। वर्तमान सरकार ने सत्ता में आने के बाद लघु और परम्परागत उद्योगों को बढ़ावा देने का कार्य किया है। केन्द्र सरकार की स्किल इण्डिया, मेक इन इण्डिया, स्टार्टअप, स्टैण्डअप तथा मुद्रा आदि योजनाओं से प्रदेश के लघु एवं परम्परागत उद्योगों को बड़ा फायदा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से बदल रहा है। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि आदि क्षेत्रों में प्रदेश ने देश में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। समारोह को दुग्ध विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण ने भी सम्बोधित किया।

कार्यक्रम के अन्त में अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री श्री सत्यदेव पचैरी ने कहा कि प्रदेश सरकार की एक जनपद-एक उत्पाद योजना अत्यन्त सफल रही है। इससे प्रेरणा लेकर अन्य राज्य भी ऐसा ही कार्यक्रम लागू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक जनपद-एक उत्पाद योजना की भांति ही विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना भी सफलता के आयाम स्थापित करेगी।

इससे पूर्व, समारोह में अतिथियों का स्वागत करते हुए मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि विगत वर्ष प्रथम उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर ‘एक जनपद-एक उत्पाद योजना प्रारम्भ की गयी थी। उत्तर प्रदेश दिवस के द्वितीय संस्करण पर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना प्रारम्भ की जा रही है। योजना के तहत परम्परागत कारीगरों यथा नाई, कुम्हार, बढ़ई, लोहार आदि को एक सप्ताह की टेªनिंग दी जाएगी। इस दौरान प्रतिदिन 250 रुपये की दर से भत्ता भी दिया जाएगा। टेªनिंग के पश्चात प्रमाण पत्र तथा 10 हजार रुपये तक का टूल किट भी प्रदान किया जाएगा।

‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ पारम्परिक कारीगरों एवं हस्तशिल्पियों यथा, बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची, राजमिस्त्री आदि के परम्परागत कौशल को और निखार कर उनके आजीविका के साधनों के सुदृढ़ीकरण हेतु प्रारम्भ की गयी है। लाभार्थी पारम्परिक कारीगरों एवं दस्तकारों को एक सप्ताह का निःशुल्क आवासीय व्यवसायगत प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवधि में उन्हें मानदेय भी प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षित लाभार्थी को उन्नत टूल किट तथा प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।

विश्वकर्मा श्रम सम्मान के लाभार्थी को अपना व्यवसाय प्रारम्भ करने के लिए मुद्रा योजना आदि योजनाओं के माध्यम से वित्तीय सहायता भी सुलभ करायी जाएगी। वित्तीय सहायता हेतु मार्जिन मनी की राशि राज्य सरकार द्वारा वहन की जाएगी। योजना की पात्रता के लिए जाति एक मात्र आधार नहीं होगी। न ही, इसका लाभ प्राप्त करने के लिए किसी प्रकार की शैक्षिक योग्यता की आवश्यकता होगी। योजना के अन्तर्गत प्रशिक्षण आई0टी0आई0, उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के प्रशिक्षण केन्द्रों अथवा चिन्हित संस्थाओं के माध्यम से दिया जाएगा। योजना हेतु वर्ष 2018-19 के लिए 10 करोड़ रुपये का बजट प्राविधानित है।

विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी द्वारा दर्जी टेªड की जनपद कासगंज की सुश्री सुमन तिवारी, उन्नाव की सुश्री अंजली सिंह, देवरिया के श्री मुन्ना सिंह, सुनार टेªड के अलीगढ़ के श्री पिंटू वर्मा, वाराणसी की सुश्री रोशनी वर्मा, रामपुर के श्री प्रमोद कुमार रस्तोगी, बढ़ई टेªड के एटा के श्री राकेश कुमार, सीतापुर के श्री राम खेलावन, बुन्दलशहर के श्री मोहम्मद असद, अम्बेडकरनगर के श्री हरिनाथ विश्वकर्मा, नाई ट्रेड के फिरोजाबाद के श्री विजय कुमार, प्रयागराज के श्री सूर्यप्रकाश शर्मा, बागपत के श्री राशिद, मोची ट्रेड के कानपुर नगर के श्री मोहम्मद अय्याज, हरदोई के श्री सुरेश चन्द्र, हमीरपुर के श्री शोभित कुमार, कुम्हार ट्रेड के बलिया के श्री रामप्रकाश, लखीमपुर के श्री रामचन्द्र, लोहार ट्रेड के चित्रकूट के श्री लखन लाल, मऊ के श्री कृष्ण मोहन शर्मा, अयोध्या के श्री दिनेश चन्द्र, जालौन के श्री ब्रजेश कुमार, राजमिस्त्री टेªड के महराजगंज के श्री राकेश, शामली के श्री विजेन्द्र कुमार, ललितपुर के श्री जशराम, हलवाई ट्रेड के गोरखपुर के श्री सागर कुमार तथा अमेठी के श्री दिलीप कुमार को उन्नत टूल किट एवं प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

समारोह में राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी ने महिला खिलाड़ियों सुश्री दिव्या काकरान (कुश्ती), सुश्री स्वाती सिंह (भारोत्तोलन), सुश्री रितिका सिंह (तीरंदाजी), सुश्री नमिता (साॅफ्ट टेनिस), सुश्री विशाखा मलिक (वुशू), सुश्री तेजस्वनी सिंह (हैण्डबाॅल), सुश्री अंजूरानी (एथलेटिक्स), श्रीमती मंजू विष्ट (हाॅकी वेटरन) को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार तथा पुरुष खिलाड़ियों श्री ललित कुमार उपाध्याय (हाॅकी), श्री संदीप तोमर (कुश्ती), श्री शार्दूल विहान (शूटिंग), श्री विजय कुमार यादव (जूडो), श्री अजय कुमार सरोज (एथलेटिक्स), श्री आशीष कुमार (जिम्नास्टिक), श्री अमरीश कुमार (एथलेटिक्स वेटरन) तथा श्री अब्दुल अजीज को लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित किया। सुश्री अंजूरानी पुरस्कार प्राप्त करने के लिए उपस्थित नहीं थी।

इस अवसर पर विशिष्ट हस्तशिल्प प्रादेशिक पुरस्कार वर्ष 2018-19 के अन्तर्गत 20 हस्त शिल्पियों को राज्य हस्तशिल्प पुरस्कार तथा 20 हस्तशिल्पियों को दक्षता हस्तशिल्प पुरस्कार प्रदान किया गया। इनमें से 05-05 हस्तशिल्पियों को राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी ने स्वयं पुरस्कृत किया।

प्रादेशिक लघु उद्यमी पुरस्कार योजना वर्ष 2018-19 के अन्तर्गत 18 पुरस्कार प्रदान किये गये। उत्तर प्रदेश उद्यमी पुरस्कार अजंता इलेक्ट्रिकल्स, गाजियाबाद को प्रदान किया गया। सूक्ष्म उद्योग श्रेणी का प्रथम पुरस्कार आर्ट पैलेस एक्सपोर्ट प्रा0लि0, भदोही तथा द्वितीय पुरस्कार आशा महिला एवं बाल कल्याण समिति, लखनऊ को दिया गया। लघु उद्योग श्रेणी प्रथम पुरस्कार डावर फुटवियर इण्डस्ट्रीज आगरा तथा द्वितीय पुरस्कार स्टोन मैन क्राफ्ट्स (आई) प्रा0लि0 आगरा को प्रदान किया गया। मध्यम उद्योग श्रेणी प्रथम पुरस्कार रमन एग्रो एक्सपोट्र्स प्रा0लि0, चन्दौली को दिया गया। सर्विस श्रेणी का प्रथम पुरस्कार मोर्टगेज वैल्यूएशन एक्सपट्र्स गाजियाबाद तथा द्वितीय पुरस्कार लार्ड महावीर एजुकेशनल एण्ड सोशल सोसायटी गाजियाबाद को दिया गया।

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम उद्योगों में विशिष्ट प्रयासों हेतु अनुसूचित जाति/जनजाति एवं महिला उद्यमी पुरस्कार, अनुसूचित जाति वर्ग में राजन शू कम्पनी आगरा तथा महिला वर्ग में सत्यम, चन्दौली को दिया गया। सूक्ष्म, लघु उद्यमियों हेतु विशिष्ट गुणवत्ता उत्पाद पुरस्कार जिया इण्टरप्राइजेज आगरा को लेदर के लिए, काजिको इण्डस्ट्रीज आगरा को मैकेनिकल के लिए, बालाजी वैबरेज आगरा को फूड के लिए, अग्रवाल ऐरोमाॅस प्रा0लि0 बदायूं को कैमिकल के लिए, शर्मा आर्टिस्टिक स्टोन गैलरी आगरा को ग्लास/सेरेमिक्स के लिए, अल मदार सोशल वेलफेयर एण्ड एजुकेशनल सोसायटी बरेली को, होजरी/गारमेन्ट्स के लिए, गोविन्दा फर्नीचर फिरोजाबाद को लाख/लकड़ी के फर्नीचर के लिए पुरस्कृत किया गया। सेवा क्षेत्र में उद्यमी विशिष्ट पुरस्कार बरेली लीगल सर्विसेज को प्रदान किया गया। इस अवसर पर 30 निर्यातकों को राज्य स्तरीय निर्यात पुरस्कार भी प्रदान किये गये है। यह समस्त पुरस्कार राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी द्वारा दिये गये।

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी द्वारा सन्त कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार भी प्रदान किये गये। यह पुरस्कार 04 श्रेणियों साड़ी-ब्रोकेड-ड्रेस मैटेरियल, सूती दरी-ऊलन दरी एवं दरेट-आसनी, बेड सीट-बेड कवर-होम फर्निशिंग, स्टोल-स्कार्फ-गमछा एवं अन्य में दिया जाता है। राज्य स्तर पर प्रत्येक श्रेणी में प्रथम पुरस्कार के रूप में 01 लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 50 हजार रुपये तथा तृतीय पुरस्कार के रूप में 25 हजार रुपये की धनराशि का डिमाण्ड ड्राफ्ट, अंग वस्त्र, शील्ड एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। चारों श्रेणियों के कुल 12 बुनकरों को संत कबीर राज्य हथरकघा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

साड़ी-ब्रोकेड-ड्रेस मैटेरियल श्रेणी के अन्तर्गत प्रथम पुरस्कार के वाराणसी के सहाबुद््दीन अंसारी, द्वितीय पुरस्कार ललितपुर के श्री नन्दलाल, तृतीय पुरस्कार आजमगढ़ के श्री सुहेल अहमद को दिया गया। सूती दरी-ऊलन दरी एवं दरेट-आसनी श्रेणी के अन्तर्गत प्रथम पुरस्कार मिर्जापुर के श्री अमित बरनवाल, द्वितीय पुरस्कार मेरठ के श्री मो0 नदीम अंसारी, तृतीय पुरस्कार कानपुर के श्री इस्लामुद्दीन को प्रदान किया गया। बेड सीट-बेड कवर-होम फर्निशिंग के अन्तर्गत प्रथम पुरस्कार गोरखपुर के श्री इंजमामुल हक अंसारी, द्वितीय पुरस्कार बिजनौर के श्री मो0 कासिम, तृतीय पुरस्कार बागपत के श्री यासीन को दिया गया। स्टोल-स्कार्फ-गमछा एवं अन्य श्रेणी के अन्तर्गत प्रथम पुरस्कार वाराणसी के श्री सुरजीत कुमार, द्वितीय पुरस्कार अलीगढ़ की श्रीमती सुधा तथा तृतीय पुरस्कार गोरखपुर के श्री मो0 मोईन को प्रदान किया गया।

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