मैं आपको सुनने आया हूं और आप बातों में मशगूल हैं: शाह
देहरादून : कड़क मिजाज के लिए मशहूर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दून प्रवास के पहले दिन इसी के अनुरूप शिक्षक की भूमिका में नजर आए। मंगलवार को राजपुर रोड स्थित एक होटल में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की ‘क्लास’ शुरू करते ही जहां उन्होंने सुझाव देने के लिए प्रेरित किया, वहीं नारे लगाने पर फटकार लगाने में भी पीछे नहीं रहे। और तो और, सुझावों की कड़ी के दौरान हो रही खुसफुसाहट पर भी सख्त तेवर दिखाए और बोले, ‘आप दिल्ली आते हो शिकायत लेकर, आज मैं खुद आपके बीच बैठकर आपकी बात सुन रहा हूं तो आप बातें करने में मशगूल हो।’
प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के संबोधन के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने संगठन की मजबूती का मंत्र दिया। फिर उन्होंने सवाल व सुझाव का दौर शुरू करने का निर्देश दिया। सूत्रों के मुताबिक एक कार्यकर्ता ने अपनी बात रखने के मद्देनजर ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया तो शाह बोले, ‘सभी को मौका मिलेगा, नारे लगाने की आवश्यकता नहीं है।’
सवाल-सुझावों का दौर चल ही रहा था कि कुछ कार्यकर्ताओं ने भूमिका भी बांधनी चाही, लेकिन शाह ने उन्हें बीच-बीच में ही टोकते हुए कहा, ‘भूमिका न बांधें, सीधे मुद्दे पर आइए और सवाल व सुझाव रखिए।’ शाह ने तब नाराजगी जताई, जब मध्य और पीछे बैठे पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता आपस में बातें करने लगे। उन्होंने माइक उठाया और पार्टीजनों को नसीहत दी, ‘यह ठीक नहीं है। शांतिपूर्वक बैठकर सुझाव रखिए, बातें न कीजिए। मैं खुद आपकी बात सुन रहा हूं।’ फिर तो सभी ने एक-एक कर अपनी बात और सुझाव रखे।
शाह ने तमाम सुझावों को नोट भी किया और अंत में बोले, ‘आप सभी का धन्यवाद। आपने जो सुझाव रखे हैं और जो हार्डकोर मसले उठाए हैं, केंद्र व राज्य सरकार उन्हें फॉलो करेंगी।’ उन्होंने बैठक में 65 पार्टीजनों की ओर से रखे सुझावों के मद्देनजर इनकी लिखित प्रति भी राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन अनिल जैन को उपलब्ध कराने को कहा। वहीं, बैठक के बाद जब पार्टीजन बाहर निकले तो अधिकांश की जुबां पर शाह की क्लास और उनका शिक्षक का अंदाज ही रहा।