देश-विदेश

बीआईआरएसी ने छठा स्थापना दिवस मनाया

नई दिल्लीः जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बीआईआरएसी) ने मंगलवार को नई दिल्ली में अपना छठा स्थापना दिवस मनाया।

‘निरंतर नवाचार – एक बाजारोन्मुख मार्ग’ की थीम के साथ मनाए गए इस आयोजन में देश विदेश से आए विज्ञान और उद्योग क्षेत्र के लोग बडी संख्या में उपस्थित थे। विशेष अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए, केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री हर्षवर्धन ने कहा कि बीआईआरएसी ने अपने

कार्यकमों के माध्यम से देश के प्रतिभाशाली लोगों और उनकी उद्यमी आकांक्षाओं को अपने कार्यक्रमों और संरक्षक सहायता नेटवर्क के  माध्यम से  प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन प्रयासों से हम ऐसे सस्ते उत्पाद और प्रौद्योगिकियां विकसित करने में सक्षम हो पाएं हैं जो हमारे लोगों के जीवन को बेहतर बना सकती हैं। केन्द्रीय मंत्री ने इस अवसर पर बीआईआरएसी के कार्यों की  सराहना कि और कहा कि वह इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं कि यह सफलता की शुरुआत है।

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ विनोद पॉल, ने कहा, ” बीआरएसी ने स्वास्थ्य देखभाल, उद्यमिता और विज्ञान को एक साथ लाने में जो भूमिका निभाई है, वह महत्वपूर्ण है। बीआईआरएसी ने किफायती उपकरणों या किफायदी निदान लेकर उपचार तक के लिए, अपने आविष्कारों और प्रौद्योगिकी से जो मदद पहुंचायी है वे भारत ही नहीं बल्कि उसकी सीमाओं से आगे भी स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को बदलने मे बडी भूमिका निभाएंगे।छह वर्षों के दौरान, बीआईआरएसी ने देश भर में 650 परियोजनाओं, 500 से अधिक स्टार्ट-अप और उद्यमों तथा 30 इन्क्यूबेटर शुरु करने में मदद की है, जिसके परिणामस्वरूप 100 से अधिक उत्पादों और तकनीकों को 150 बौद्धिक संपदा  अधिकारों का संरक्षण प्राप्त हो सका है।

‘बीआईआरएसी के अध्यक्ष तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में सचिव डॉ. आशुतोष शर्मा ने कहा कि संस्थान का 6 वीं स्थापना दिवस इस प्रतिबद्धता कोर् पुर्नस्थापित करता है कि यह संस्था जैव प्रौद्योगिकी की शक्ति का उपयोग  समाज की बेहतरी के लिए करने के वास्ते  नवीन आविष्कारों और उद्यमों, आकाओं और सहकर्मी नेटवर्क को एक साथ जोडने का काम कर रही है। बीआईएआरएसी अपनी विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से नवाचार के लिए लक्षित धन की उपलब्धता, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की सुविधा और और बौद्धिक संपदा प्रबंधन के लिए  सहायता प्रदान करता है।

बीआईआरएसी की 10 से अधिक प्रमुख योजनाएं हैं जो जैव प्रौद्योगिकी विभाग के वित्तपोषण द्वारा समर्थित हैं, और अंतरराष्ट्रीय भागीदारों, जैसे बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, नेस्टा, वेलकम ट्रस्ट और यूएसएड, के साथ 7 सहयोगी वित्त पोषित कार्यक्रमों के जरिए चलायी जा रही हैं।

इस अवसर पर भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु के पूर्व निदेशक और वर्तमान में माननीय प्रोफेसर, जी पद्मनाभन, को उनके 80 वें जन्मदिन के मौक पर सम्मानित किया गया और उनके संस्मरणों के दूसरे संस्करण ‘डूइंग साइंस इन इंडिया: माइ सेंकेंड इंनिंग का विमोचन किया गया।  इस मौके पर सोल्यूशन फॉर कम्युनिटी हेल्थ प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी दिए गए। यह प्रतियोगिता स्वास्थ्य क्षेत्र में नवाचार के लिए सिंतबर 2017 मे शुरु की गयी थी।

Related Articles

Back to top button