देश-विदेश

सीएम उद्वव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना सांसद संजय राउत मिले, जानिए क्या है मामला

मुंबईः राकांपा प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को अभिनेत्री कंगना रनौत का नाम लिए बिना कहा कि उनके बयानों को अनुचित महत्व दिया जा रहा है। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के खिलाफ बीएमसी के एक्शन से मुंबई में सियासी हलचल बढ़ गई है।

पवार ने कहा कि लोग उनकी टिप्पणियों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि इस सप्ताह के शुरू में मिली धमकी को वह गंभीरता से नहीं लेते हैं। कंगना हाल ही में उस समय विवादों में घिर गयी जब उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की और कहा कि उन्हें नगर की पुलिस से ज्यादा डर लगता है।

महाराष्ट्र के सीएम उद्वव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना के सांसद संजय राउत की मुलाकात हुई। तीनों नेताओं की ये मुलाकात सीएम आवास पर हुई। ये बैठक एक घंटे से ज्यादा समय तक चली, इससे पहले बीएमसी के कमिश्नर सीएम उद्वव ठाकरे से मुलाकात करने उनके आवास पहुंचे थे।

उद्वव ठाकरे और शरद पवार की मुलाकात में मराठा आरक्षण पर चर्चा

सूत्रों के मुताबिक, उद्वव ठाकरे और शरद पवार की मुलाकात में मराठा आरक्षण पर चर्चा हुई। इसके साथ ही कंगना के दफ्तर पर हुई कार्रवाई को लेकर बैठक में चर्चा की गई. बैठक में कहा गया कि कार्रवाई बीएमसी की ओर से की गई है. इसमे राज्य सरकार का हस्तक्षेप नहीं है और ये राज्य का मामला भी नहीं है। ऐसे में इस मामले को ज्यादा महत्व नहीं देना है।

बता दें कि कंगना रनौत को निशाने पर लेकर शिवसेना घिर गई है। गठबंधन में ही उसे सहयोग नहीं मिल रहा है।ो एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बीएमसी की कार्रवाई को गैर जरूरी बताया है। उन्होंने कहा कि बीएमसी की कार्रवाई ने अनावश्यक रूप से कंगना को बोलने का मौका दे दिया है। मुंबई में कई अन्य अवैध निर्माण हैं. यह देखने की जरूरत है कि अधिकारियों ने यह निर्णय क्यों लिया।

पवार ने संवाददाताओं से कहा, “हम ऐसे बयान देने वालों को अनुचित महत्व दे रहे हैं। हमें देखना होगा कि लोगों पर इस तरह के बयानों का क्या प्रभाव पड़ता है।” उन्होंने कहा, ”मेरी राय में, लोग (ऐसे बयानों को) गंभीरता से नहीं लेते हैं।” पवार ने कहा कि महाराष्ट्र और मुंबई के लोगों को राज्य और नगर की पुलिस के काम के संबंध में ”वर्षों का अनुभव” है।

उन्होंने कहा, “वे (लोग) पुलिस के काम को जानते हैं। इसलिए हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है कि कोई क्या कहता है।” हाल ही में मिली धमकी के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, ” मुझे अभी-अभी धमकी भरे कॉल का रिकॉर्ड दिया गया है और कॉल कहां से किए गए थे। विगत में भी मुझे कॉल आए हैं। हम इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं।” Lokmat News

Related Articles

Back to top button