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इसका उद्देश्य स्कूली छात्रों को ऐप उपयोगकर्ताओं से अभिनव ऐप डेवलपर्स बनने के लिए प्रोत्साहन देना है

नई दिल्ली: माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, भारतीय मोबाइल ऐप विकास परितंत्र को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) ने आज देश भर में स्कूली छात्रों के लिए एटीएल ऐप डेवलपमेंट मॉड्यूल लॉन्च किया।

भारतीय स्टार्टअप प्लेज़्मो के सहयोग से एटीएल ऐप डेवलपमेंट मॉड्यूल लॉन्च किया गया है। इसका उद्देश्य एआईएम के प्रमुख कार्यक्रम अटल टिंकरिंग लैब्स के तहत आने वाले समय में स्कूली छात्रों के कौशल में सुधार करना है और उन्हें ऐप उपयोगकर्ता से ऐप का निर्माण करने वाला बनाना है।

मॉड्यूल के बारे में नीति आयोग के सीईओ श्रीअमिताभ कांत ने कहा कि कोविड-19 महामारी से बहुत व्यवधान हुआ है, जिसे रोजमर्रा की जिंदगी में प्रौद्योगिकी के उपयोग की मदद से निपटा जा रहा है।

उन्होंने कहा, “हमारे माननीय प्रधानमंत्री, नागरिकों को #AatmaNirbharभारत के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने और नवाचार के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। कम उम्र में युवा भारतीयों द्वारा कौशल सीखना और उन्हें अगली पीढ़ी के प्रौद्योगिकीनिर्माण के लिए सक्षम बनाना महत्वपूर्ण है। एआईएम केअटल टिंकरिंग लैब के तहत, भारत के युवा छात्रों – हमारे प्यारे बच्चोंके लिए एटीएल ऐप डेवलपमेंट मॉड्यूल लॉन्च करने परनीति आयोग को गर्व है।

एटीएल ऐप डेवलपमेंट मॉड्यूल एक ऑनलाइन कोर्स है जो पूरी तरह निःशुल्क है। 6 प्रोजेक्ट-आधारित लर्निंग मॉड्यूल और ऑनलाइन पाठ्यक्रम सत्रों के माध्यम से, युवा नवोन्मेषी विभिन्न भारतीय भाषाओं में मोबाइल ऐप बनाना सीख सकते हैं और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, स्कूल के शिक्षकों में ऐप विकास की क्षमता और कौशल – निर्माण के लिए, एआईएम ऐप विकास पाठ्यक्रम पर आवधिक शिक्षक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किये जायेंगे।

मॉड्यूल के वर्चुअल लॉन्च के बारे में, अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग के मिशन निदेशक श्री आर रमणन ने कहा, “हमें अपने देश के जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाने के लिए विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी समाधान और ऐप  की आवश्यकता है। आत्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंजस्कूल, विश्वविद्यालय और उद्योग स्तर पर समान रूप से युवा छात्रों को प्रेरणा दे रहा है। नीति आयोग का एआईएमअब देश भर के अटल टिंकरिंग लैब्स के युवा टिंकरों के लिए ऐप डेवलपमेंट के कौशल ला रहा है ताकि वे अपने टिंकरिंग लैब इनोवेशन को मोबाइल ऐप के साथ एकीकृत कर सकें और अपने नवाचारों की उपयोगिता और पहुंच को बढ़ा सकें। यह किसी भी देश में स्कूल स्तर पर ऐप सीखने और विकास की सबसे बड़ी पहल होगी।

उन्होंने कहा, “एटीएल #TinkerfromHomeअभियान के भाग के रूप में युवाओं में सीखने और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए, नीति आयोग के  एआईएमने कृत्रिम बुद्धिमत्ता सहित गेम डिजाइन और विकास, 3डी डिजाइन, खगोल विज्ञान, डिजिटल रचनात्मकता कौशल, आदि नवीनतम तकनीकों को सीखने और अनुप्रयोग करने के लिए देश भर के छात्रों और शिक्षकों को घर से सीखने कीसुविधा प्रदान की है।

उन्होंने आगे कहा कि इस निरंतर प्रयास के तहत नीति आयोग के एआईएम को भारतीय स्टार्टअपप्लेज़्मो के साथ मिलकर एटीएल ऐप डेवलपमेंट मॉड्यूल लॉन्च करने पर गर्व है। मुझे उम्मीद है कि सभी बच्चे और शिक्षक इस मॉड्यूल #MakeinIndiaका उपयोग करेंगेऔर हमारे देश के भविष्य के प्रौद्योगिकी प्रवर्तक बनेंगे।

प्लेज़्मो के सीईओ श्री अमोल पलशिकर ने कहा, “कृषि और औद्योगिक क्रांतियों के बाद, प्रौद्योगिकी क्रांति द्वारा वैश्विक अर्थव्यवस्थाका निर्माण किया जा रहा है। प्लेज़्मो का मिशन सभी को 21वीं सदी के तकनीक-कौशल को सीखने में सक्षम बनाना है जैसे कोडिंग, कम्प्यूटेशनल थिंकिंग, डिज़ाइन थिंकिंग और समस्या का समाधान आदि। यह पहल, भारत को वैश्विक प्रौद्योगिकी की महाशक्ति बनाने के लिए हमारी युवा पीढ़ी को सशक्त बनाएगी और #AatmaNirbBharatके लक्ष्य के प्रति योगदान देगी।”

अब तक, पूरे देश के 660 से अधिक जिलों में अटल इनोवेशन मिशन द्वारा 5100 से अधिक एटीएल स्थापित किए गए हैं। 2 मिलियन से अधिक छात्रों के टिंकरिंग लैब्स तक पहुँच है। विज़न है – देश के सामाजिक आर्थिक विकास को सक्षम बनाने वाले उत्पाद और सेवा नवाचारों के लिए इनक्यूबेटर्स, स्टार्टअप्स, सामुदायिक नवाचार केंद्रों और अटल न्यू इंडिया चैलेंज सहित अपनी विभिन्न एकीकृत पहलों के माध्यम से देशव्यापी रचनात्मकता और नवाचार को बढ़ावा देना।

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