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विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुएः मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सौजन्या

देहरादून: मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सौजन्या ने अपने कार्यालय में विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से वार्ता की। उन्होंने फोटो युक्त विधान सभा निर्वाचक नियमावली की 1 जनवरी 2019 की अर्हता तिथि के आधार पर विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के अंतिम प्रकाशन में 31 जनवरी, 2019 को मतदाताओं के आंकडों की जानकारी से राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को अवगत कराया।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को यह भी जानकारी दी कि 1 फरवरी से वोटर हेल्प लाइन न0 1950 आरम्भ किया गया है, जिसमें मतदाता सूची में अपने नाम की जानकारी प्राप्त की जा सकती है इस 1950 न0 पर कोई भी अपना ई.पी.आई.सी. न0 राज्य, जिला, अपना नाम व पिता के नाम की जानकारी देकर अपने नाम का सत्यापन कर सकता है। वोटर आई.डी. कार्ड बनाने बी.एल.ओ. व पोलिंगबूथ से सम्बन्धित जानकारी भी इससे प्राप्त की जा सकती है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के समक्ष ई.वी.एम., वोटिंग मशीन व वीवीपीएटी मशीन के उपयोग की भी जानकारी दी। उन्होंने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी इसका परीक्षण कराया। उन्होंने बताया कि ई.वी.एम. वोटिंग मशीन के साथ किसी भी प्रकार की छेड़-छाड़ नही की जा सकती है। इस पर मल्टीलेवल सिक्योरिटी, वन टाइम चिप व वन टाइम प्रोग्राम की व्यवस्था है। जिसमें किसी भी प्रकार की छेड़-छाड़ करना सम्भव नहीं है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने पिछले विधानसभा व लोकसभा के मतदान प्रतिशत की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में वर्ष 2002 के विधान सभा निर्वाचन में 54.34 प्रतिशत मतदान हुआ था, जिसमें पुरूष मतदान प्रतिशत 55.94 तथा महिला मतदान का प्रतिशत 52.64 था। जबकि विधानसभा निर्वाचन 2017 में कुल मतदान 65.56 प्रतिशत रहा जिसमें पुरूष मतदान प्रतिशत 62.15 तथा महिला मतदान का प्रतिशत 69.30 प्रतिशत रहा था इसी प्रकार 2004 के लोकसभा के निर्वाचन में कुल   49.25 प्रतिशत मतदान हुआ था। जिसमें पुरूष मतदान प्रतिशत 53.43 तथा महिला मतदान का प्रतिशत 44.94 रहा जबकि 2014 के निर्वाचन में कुल 62.15 प्रतिशत मतदान हुआ था। जिसमें पुरूष मतदान 61.34 तथा महिला मतदान प्रतिशत 63.05 रहा था।

 मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सौजन्या ने बताया कि इस बार निर्वाचन में सौ प्रतिशत वीवीपीएटी मशीन का प्रयोग किया जाएगा। मतदाताओं को ईवीएम व वीवीपीएटी के बारे में जानकारी देने के लिए पूरे प्रदेश में  ग्राम स्तर तक माॅक-पोल व प्रदर्शन आयोजित किए जा रहे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारियों को स्वीप के माध्यम से मतदाता जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए निर्देशित किया गया है।

उन्होंने बताया कि पुनरीक्षण के बाद प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 76,28,526 है। इनमें पुरूष मतदाता 39,84,327 महिला मतदाता 36,43,969 व तृतीय लिंग के मतदाता 230 हैं। इस प्रकार ड्राफ्ट प्रकाशन की तुलना में मतदाताओं की संख्या मे विशुद्ध वृद्धि 65,696 रही है। ई-पी अनुपात ड्राफ्ट में 64.40 प्रतिशत था जबकि अंतिम प्रकाशन में यह 68.30 प्रतिशत है। लिंग अनुपात ड्राफ्ट में 912 था जबकि अंतिम प्रकाशन में 915 रहा है। कुल पोलिंग स्टेशन 11235 हैं इनमें शहरी क्षेत्रों में 2548 व ग्रामीण क्षेत्रों में 8687 है। इसी प्रकार कुल पोलिंग स्टेशन लोकेशन 8367 है। इनमें शहरी क्षेत्रों में 1107 व ग्रामीण क्षेत्रों में 7260 हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि यह अंतिम मतदाता सूची नहीं है। अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई है। चुनाव में नामांकन की अंतिम तिथि तक निर्वाचक नामावली को अन्तिम रूप दिया जाएगा। परंतु इसके व्यक्ति को मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने या कोई संशोधन करने के लिए नामांकन की अंतिम तिथि से लगभग 10 दिन पहले तक आवेदन कर देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला मतदाताओं व 18-19 आयुवर्ग के मतदाताओं पर विशेष फोकस करने के निर्देश दिए गए हैं।

इस अवसर पर अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डाॅ. वी.षणमुगम, भारतीय जनता पार्टी के श्री पुनीत मित्तल, भाजपा नेता श्री बृजपाल सिंह अरोड़ा, कांग्रेस के उपाध्यक्ष श्री सूर्यकान्त धस्माना, कांग्रेस प्रवक्ता सुश्री गरीमा दसौनी, सी.पी.आई (एम) के श्री अनंत प्रकाश, सी.पी.आई. के श्री विक्रम पुण्डीर बहुजन समाज पार्टी के श्री सत्यपाल आदि उपस्थित थे।

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