चाइशील बुग्याल में रोमांच का सफर शुरू करने की तैयारी –
उत्तरकाशी जिले के चाइशील बुग्याल को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए पर्यटन विभाग ने कसरत शुरू कर दी है। इसके लिए 10 जून से छह जुलाई तक ट्रैक ऑफ द ईयर चाइशील का आयोजन किया जा रहा है। एक माह के ट्रैकिंग अभियान देहरादून से चाइशील तक अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण स्थानों तक होगा।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने प्रदेश में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए इसमें विशेष रुचि दिखाई है। इस अभियान से प्रदेश में ट्रैकिंग के संवर्धन और ट्रैकिंग को पर्यटन उत्पाद के रूप में विकसित करने में सहायता मिलेगी।
चाइशील का स्थानीय भाषा में अर्थ है चांद के समान शीतल व चांद के समीप। देहरादून से लगभग 230 किमी की दूरी पर स्थित चाइशील उत्तरकाशी जनपद के मोरी ब्लॉक के बंगाण क्षेत्र की कोठीगाड़ घाटी और हिमाचल प्रदेश के रोहडू व डोडराक्वार के मध्य ऊंची चोटी पर 25-30 किमी में फैला है।
चाइशील में हरे-भरे बुग्याल, फूलों की घाटी स्थित है। जलधाराएं इसकी सुंदरता को और खूबसूरत बनाते हैं। अभियान के तहत छह दिवसीय ट्रैकिंग कार्यक्रम आयोजित होगा। पहले दिन प्रतिभागी देहरादून से चाइशील की 230 किमी की यात्रा करेंगे। बेस कैंप बलावत में होगा।
दूसरे दिन बलावत से सुनौटी थाच तक ट्रैक होगा। तीसरे दिन सुनौटी से सामटा थाच तक छह घंटे का ट्रैक करेंगे। चौथे दिन सामटा थाच से टिकुला, पांचवें दिन टिकुला से डगान मोरीयाच और छठे दिन मोरीयाच से चिवा तक ट्रैकिंग की जाएगी।
संयुक्त निदेशक पर्यटन व ट्रैक ऑफ द ईयर की नोडल अधिकारी पूनम चंद के मुताबिक चाइशील में स्थित बुग्याल, फूला और जड़ी-बूटियों की महक का आनंद लिया जा सकता है। इस आयोजन का मकसद साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।