विधानसभा सत्र: पूर्व सीएम पर हमला, विधायकों में नोकझोंक –
देहरादून : पिछली विधानसभा का हिस्सा रहे और अब फिर चुनकर आए भाजपा विधायकों ने सोमवार को विधानसभा में पिछली कांग्रेस सरकार, खासतौर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का नाम लिए बगैर उन पर जमकर निशाना साधा। शेरो-शायरी का भी खूब सहारा लिया गया।
कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने पूर्व मुख्यमंत्री के सदन का हिस्सा नहीं होने का हवाला देते हुए उन पर आरोपों पर आपत्ति की। इसे लेकर उनकी सत्तापक्ष के विधायकों से नोकझोंक भी हुई।
विधानसभा में सोमवार अपराह्न बजट पर चर्चा के दौरान जहां विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों ने सरकार पर हमला बोला, वहीं जवाब में तीसरी के बाद चौथी विधानसभा में भी चुनकर आए भाजपा विधायकों ने पिछली कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष किए। हरिद्वार जिले की रानीपुर सीट से विधायक आदेश चौहान ने ईएसआइ अस्पताल का शिलान्यास किए जाने के बावजूद इसे नहीं बनाए जाने का आरोप पिछली सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री पर लगाया।
विधायक काजी निजामुद्दीन को यह नागवार गुजरा। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री सदन का हिस्सा नहीं हैं, लिहाजा उन पर बेवजह आरोप नहीं लगाए जाएं। उनकी विधायक चौहान और अन्य भाजपा विधायकों से नोकझोंक हुई। बाद में सत्तापक्ष के अन्य विधायकों ने यह कहते हुए मामला शांत किया कि पूर्व मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया गया है।
भाजपा विधायक दिलीप रावत ने चार्वाक दर्शन का हवाला देते हुए पिछली सरकार पर कर्ज लेकर वेतन देने के लिए तंज कसा। विपक्षी विधायकों ने टिप्पणी की तो उन्होंने शेर सुना दिया। भाजपा विधायक गणेश जोशी ने कहा कि पिछली सरकार उन पर ज्यादा मेहरबान रही। इसलिए मसूरी को अमृत योजना का हिस्सा नहीं बनाया। विधायक सुरेंद्र जीना ने पिछली सरकार पर यह कहते हुए कटाक्ष किया-‘सुरमे की तरह पीसा है हालात ने, तब जाके आए हैं आंखों में।’ विधायक सहदेव पुंडीर ने कहा-‘सोच को बदलो, सितारे बदलेंगे, नजर को बदलो नजारे बदलेंगे।’
कटौती प्रस्ताव को मांगा साहित्य
विधायक काजी निजामुद्दीन ने मंगलवार को महकमेवार अनुदान मांगों का प्रस्ताव रखने के कार्यमंत्रणा समिति के फैसले के बावजूद कटौती प्रस्ताव के लिए बजट साहित्य उपलब्ध नहीं कराने पर आपत्ति जताई। वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि बजट पर सामान्य चर्चा मंगलवार सुबह जारी रहेगी। अनुदानवार मांगें दोपहर बाद सदन में रखी जाएंगी। सरकार सुबह सदन में विधायकों को साहित्य उपलब्ध करा देगी।