देश-विदेश

इस्लामिक दुनिया का खलीफा बनने चले तुर्की के एर्दोगन को झटका देने जा रहा उनका ही चेला,

असद शासन के खिलाफ युद्ध में तुर्की ने अहमद शरा का समर्थन किया था, लेकिन अब छह महीने बीतने के बाद सीरियाई राष्ट्रपति अब एर्दोगन से पीछा छुड़ाना चाह रहे हैं। शरा उस इजरायल के साथ बड़ी योजना की तैयारी में हैं, जिसे एर्दोगन बिल्कुल पसंद नहीं करते।

इस्लामिक दुनिया का नेता बनने की कोशिश में लगे तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन को बड़ा झटका लगने वाला है। ये झटका उन्हें सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल-शरा से मिलने जा रहा है। सीरियाई चरमपंथी समूह एचटीएस का नेतृत्व करते हुए शरा ने पिछले साल दिसम्बर में बशर अल-असद को हटाकर सीरिया की सत्ता पर कब्जा किया था। असद शासन के खिलाफ युद्ध में तुर्की ने अहमद शरा का समर्थन किया था, लेकिन छह महीने बीतने के बाद सीरियाई राष्ट्रपति अब एर्दोगन से पीछा छुड़ाना चाह रहे हैं। इसके लिए वो तुर्की के कट्टर प्रतिद्वंद्वी इजरायल के साथ रिश्ते सुधारने की तैयारी कर रहे हैं।

रिपोर्टों में कहा गया है कि शरा के नेतृत्व में सीरिया इजरायल के साथ अब्राहम समझौते में शामिल होने पर विचार कर रहा है। इसने तुर्की के राष्ट्रपति की नींद उड़ा दी है। तेल अवीव विश्वविद्यालय के मोशे दयान सेंटर फॉर मिडिल ईस्टर्न एंड अफ्रीकन स्टडीज के डॉ. हे एयटन कोहेन यानारोकैक ने हिब्रू भाषा के इजरायली अखबार मारीव को बताया कि अहमह अल-शरा वास्तव में तुर्की के प्रभाव को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।

Related Articles

Back to top button