उत्तर प्रदेश

योगी आदित्यनाथ का ऐलान,

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने तय किया है कि जहां आयुष पद्धति का कोई महाविद्यालय नहीं है, उन मंडलों में भी आयुष पद्धति का एक-एक महाविद्यालय स्थापित किया जाएगा। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में स्थापित प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के लोकार्पण समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी।

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को गोरखपुर में योगी आदित्यनाथ और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में “महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय” का लोकार्पण किया। इसे 268 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इस मौके पर योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में छह मंडल ऐसे हैं, जहां आयुष पद्धति का कोई महाविद्यालय नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने तय किया है कि उन मंडलों में एक-एक आयुष पद्धति का कॉलेज स्थापित किया जाएगा। योगी ने कहा कि हर जनपद में आरोग्यता के लिए एक “हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर” बनेगा, जो कम से कम 100 बिस्तरों का होगा।

योगी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर ठीकरा फोड़ा

भारत की प्राचीनतम चिकित्सा पद्धतियों की उपेक्षा के लिए विपक्षी दलों की पूर्ववर्ती सरकारों पर ठीकरा फोड़ते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सब जानते हैं कि 2014 से पहले भारत के आरोग्‍यता की इस विधा को वैश्विक रूप से जिस प्रकार मान्‍यता मिलनी चाहिए थी, नहीं मिल पाई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी को इसके विकास का श्रेय देते हुए कहा कि हम आभारी हैं देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी का, जिन्होंने प्रधानमंत्री बनने के साथ ही देश के अंदर आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, प्राकृतिक चिकित्‍सा और योग के साथ दुनिया की तमाम परंपराओं को आयुष मंत्रालय के रूप में देश के अंदर एक मंच दिया।

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