रेल किराया बढ़ोतरी पर मायावती भड़कीं, कहा- आम लोगों के हित में नहीं

बसपा प्रमुख मायावती ने केंद्र सरकार से रेल किराए में वृद्धि पर पुनर्विचार करने को कहा है इसे जनहित के खिलाफ बताया है। उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी से परेशान गरीब रोजगार के लिए पलायन कर रहे हैं और रेल किराया बढ़ने से उनका हित प्रभावित होगा। मायावती ने दिल्ली सरकार से गरीबों की झुग्गियां उजाड़ने से पहले उनके पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग की है।
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा है कि केंद्र सरकार को रेल के किराए में बढ़ोतरी के बारे में पुनर्विचार करना चाहिए। रेल का किराया बढ़ाने का निर्णय लोकहित में नहीं है। उन्होंने इसे केंद्र सरकार का व्यावसायिक फैसला करार दिया है। साथ ही कहा है कि जीएसटी की तरह ही सरकार रेल का किराया बढ़ाकर आम लोगों का शोषण कर रही है।
मंगलवार को बसपा मुख्यालय में उन्होंने कहा कि देश में महंगाई, बेरोजगारी से लोग परेशान हैं। रोजगार की तलाश में गरीब अपना घर छोड़ कर दूसरे राज्यों में जा रहे हैं।
करोड़ों लोग पर्यटन या अपने आनंद के लिए रेल का सफर नहीं कर रहे हैं, बल्कि रोजगार व रोजी-रोटी की मजबूरी में रेल का सफर कर रहे हैं। रेल का किराया बढ़ाने से गरीबों का हित प्रभावित होगा। केंद्र सरकार को चंद अमीरों की चिंता करने की बजाय गरीबों की चिंता करनी चाहिए।