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अल्मोड़ा के बग्वाली पोखर स्थित डोटलगांव में 31 मई को भव्य ‘सांस्कृतिक महोत्सव 2019’ का आयोजन

अल्मोड़ा: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद के द्वाराहाट ब्लॉक में बग्वाली पोखर स्थित ग्रामसभा डोटलगांव में आगामी 31 मई 2019 को उत्तराखंडी पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ व अपनी विलुप्त होती जा रही लोक संस्कृति के संरक्षण हेतु प्रयासरत डोटलगांव सेवा समिति, दिल्ली (पंजीकृत) द्वारा एक भव्य ‘सांस्कृतिक महोत्सव 2019’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव में “रामगंगा सांस्कृतिक कला केंद्र”  दिल्ली के कलाकारों द्वारा पहाड़ी लोकगीत एवं हास्य नृत्य की विहंगम प्रस्तुति प्रदान की जायेगी। इस कार्यक्रम में स्थानीय लोक कलाकारों को भी अपनी गायिकी एवं नृत्य प्रस्तुत करने का एक मनोरम अवसर मिलेगा। सांस्कृतिक महोत्सव का मुख्य उद्देश्य पहाड़ की लुप्त हो रही संस्कृति को जीवंत रखने एवं अपनी युवा पीढ़ी को पहाड़ी संस्कृति से रूबरू कराने के साथ-साथ उनकी प्रतिभा को उचित मंच प्रदान करना है।

कार्यक्रम में उत्तराखंड के मशहूर लोकगायक गोपाल मठपाल व पहाड़ की विख्यात लोकगायिका व सुरों की मल्लिका सुश्री आशा नेगी के अलावा लोकगायक अमित विधुड़ी, विक्की कुमार, कुन्दन आर्या तथा लोकगायिका कुमारी संगीता, पूजा गोस्वामी, प्रीति मठपाल आदि अपनी प्रस्तुति देंगे। नृत्य निर्देशन देवेंद्र शाह व मंच संचालन सुश्री भावना द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण- माँ नंदा देवी राजजात यात्रा, ऋतु रैण-झुमैला नृत्य, झोड़ा चांचरी, बैर भगनौल व हास्य नृत्य नाटिकायें होंगी।

‘सांस्कृतिक महोत्सव- 2019’  के अलावा डोटव गांव में भागवद् गीता का आयोजन किया जा रहा है। उपरोक्त सभी कार्यक्रम ग्रामसभा के साथ-साथ प्रवासी ग्रामवासियों द्वारा स्थापित सामाजिक संस्था ‘डोटलगांव सेवा समिति, दिल्ली (पंजीकृत)’ के तत्वावधान में आयोजित किए जा रहे हैं। ‘डोटलगांव सेवा समिति’ विगत दो दशकों से अपने गांव व आसपास के क्षेत्रों के विकास व जन जागरूकता की लड़ाई लड़ रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों से हो रहे अनवरत पलायन को रोका जा सके। सेवा समिति अपने गांव की प्रमुख समस्याओं को दूर करने के लिए हमेशा प्रयासरत है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली व सड़क संबंधी सभी बड़ी समस्याओं को समिति ने अपने बलबूते प्रशासन से मिलकर काफी हद तक हल कर लिया है जिसमें और सुधार की निरंतर प्रक्रिया जारी है। गांव के लिए मूलभूत जरूरत की वस्तुएं समिति अपनी तरफ से पूरी कर रही है। गरीब व बीमार ग्रामीणों की सहायता करना समिति का प्राथमिक एवं मुख्य उद्देश्य रहा है।

डोटलगांव सेवा समिति की तरह आज आसपास के गांवों ने भी सकारात्मक पहल करते हुए अपनी सामाजिक संस्थाओं का गठन किया है। जो एक अभिनव व सराहनीय प्रयास है, इन लघु सामाजिक संस्थाओं से गांवों की समस्याओं व सामाजिक बुराईयों को दूर करने में काफी सहयोग मिल रहा है। डोटलगांव सेवा समिति, दिल्ली (पंजीकृत) गांव के नौकरी पेशा जो दिल्ली/एनसीआर, देश के अन्य हिस्सों व विदेशों में कार्यरत हैं, उन सभी भाई बंधुओं के चंदे से चलने वाली सामाजिक संस्था है। समिति का एकमात्र लक्ष्य एवं उदेश्य है ‘सेवा सर्वोपरि।

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