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केंद्रीय मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने कोविड-19 महामारी के उपचार में अपने नुस्खे अपनाने से बचने को कहा

उत्तर पूर्वी राज्य विकास मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन और परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में अधिकारियों के लिए आज आयोजित कोविड जागरूकता कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें महामारी से संबन्धित व्यावहारिक पहलुओं पर चर्चा के अतिरिक्त एक वीडियो प्रस्तुतीकरण दिया गया। इस अवसर पर डॉ. सिंह ने कोविड-19 संक्रमित मरीजों को अपने स्वयं के नुस्खे से उपचार करने के खिलाफ उन्हें चेताया।

पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए जागरूकता अभियान संबंधी एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने संक्रमितों का कुशल चिकित्सा कर्मियों से परामर्श अनुसार ही उपचार करने का सुझाव दिया। उन्होंने आम जनता से तथ्यों की जांच किए बिना कोविड उपचार संबंधी संदेशों को प्रचारित न करने को कहा।

उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय के 18 वर्ष से अधिक उम्र के कर्मचारियों और अधिकारियों के टीकाकरण के लिए मंत्रालय में जल्द ही टीकाकरण शिविर का आयोजन किए जाने के लिए डॉ. जितेंद्र सिंह ने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कैंप लोगों की सुविधा के अनुरूप आयोजित किए जाने चाहिए। उन्होंने कर्मचारियों और अधिकारियों के पारिवारिक सदस्यों के टीकाकरण के लिए भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाने की संभावनाओं का पता लगाने को कहा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के लिए चिकित्सकीय और प्रशासकीय उपायों के साथ-साथ सामुदायिक प्रबंधन भी महत्वपूर्ण है। सामुदायिक उपाय सौहार्दपूर्ण वातावरण में होने चाहिए। उन्होंने अनावश्यक रूप से दवाओं और ऑक्सीजन की जमाखोरी करने के संबंध में जागरूकता सृजित करने का भी आह्वान किया।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि वह सभी आठ उत्तर पूर्वी राज्यों से कोविड-19 की वर्तमान स्थिति और स्वास्थ्य सेवाओं तथा कोविड महामारी से प्रभावी रूप से निपटने के लिए आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी ढांचे के संबंध में दैनिक आधार पर जानकारी लेते हैं। उन्होंने सभी उत्तर पूर्वी राज्यों में पर्याप्त ऑक्सीजन के भंडार पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि नए ऑक्सीजन प्लांट युद्ध स्तर पर स्थापित किए जा रहे हैं।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय और पूर्वोत्तर परिषद पूर्वोत्तर राज्यों के लिए कोविड उपचार संबंधी बुनियादी ढांचा सुनिश्चित करने हेतु सक्रिय रुप से कदम उठा रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर से उत्तर पूर्वी राज्यों से कोविड-19 स्वास्थ्य संबंधी प्रस्ताव प्राथमिकता के आधार पर भेजने को कहा और वादा किया कि केंद्र के स्तर पर ऐसे सभी प्रस्तावों पर शीघ्र अति शीघ्र मंजूरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मणिपुर और मिजोरम से हाल ही में प्राप्त हुए 100 बिस्तरों के नए अस्पताल स्थापित करने के प्रस्तावों पर मंत्रालय जल्द ही प्रतिक्रिया देगा।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने उत्तर पूर्वी राज्यों को कोविड-19 महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए बीते मार्च महीने में दिए गए 25 करोड़ रुपये के अनुदान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस राशि ने अनेक राज्यों को विभिन्न अस्पतालों में आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल उपकरणों की खरीद में प्रभावी रूप से मदद की।

एम्स अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक डॉ लक्ष्मण ने मास्क पहनने, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने, हाथ साफ रखने और अन्य बचाव के उपायों पर अधिकारियों और कर्मचारियों को जागरूक करने हेतु एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। डॉ लक्ष्मण ने अधिकारियों और कर्मचारियों से अनावश्यक रूप से टीके के प्रकार की चिंता किए बिना जल्द से जल्द टीका लगवाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि टीके इस वायरल इन्फेक्शन से बचने के लिए सुरक्षा की गारंटी हैं।

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